- भारत सरकार की दो टूक
नई दिल्ली। म्यांमार में जुंटा विरोधी समूहों और सेना के बीच लंबे समय से चल रही लड़ाई भीषण हो चुकी है। भारत इस लड़ाई को लेकर बेहद चिंतित है। भारत ने म्यांमार के जुंटा विरोधी समूहों और सरकारी बलों के बीच लड़ाई पर गहरी चिंता व्यक्त की है। यह लड़ाई भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम से लगती देश की सीमा के करीब चल रही है। इसके परिणामस्वरूप म्यांमार के नागरिकों को मिजोरम में शरण लेनी पड़ी है। भारत ने हिंसा को रोकने और बातचीत करने पर जोर दिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पड़ोसी देश में हालिया लड़ाई पर सवालों के जवाब देते हुए नियमित मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “हम म्यांमार में शांति, स्थिरता और लोकतंत्र की वापसी के लिए अपना आह्वान दोहराते हैं। भारत-म्यांमार सीमा पर जोखावथार के सामने, चिन राज्य में रिहखावदार क्षेत्र में लड़ाई हुई। इसके कारण म्यांमार के नागरिकों की भारतीय सीमा में आवाजाही हुई है। हम अपनी सीमा के नजदीक ऐसी घटनाओं से बेहद चिंतित हैं।”
पड़ोसी देश में छिड़ा है गृहयुद्ध
जुंटा विरोधी समूहों के बढ़ते हमले के कारण विद्रोही सेनानियों ने मिजोरम की सीमा के पास प्रमुख शहरों, सैन्य ठिकानों और व्यापार मार्गों पर कब्जा कर लिया है। म्यांमार में जातीय सशस्त्र संगठन चिन नेशनल आर्मी (सीएनए) ने अपने देश की सेना के साथ युद्ध में सीमावर्ती शहर रिहखावदार पर पूर्ण नियंत्रण ले लिया है। सीएनए ने चिन राज्य के फलम टाउनशिप में स्थित एक उपनगर रिहखावदार पर पूर्ण नियंत्रण हासिल करते हुए, भारत-म्यांमार सीमा पर अपना झंडा फहराया है। बता दें कि रिहखावदार भारत-म्यांमार के बीच केवल दो आधिकारिक भूमि सीमा बिंदुओं में से एक है।
भारत में घुसे हजारों लोग
बता दें कि म्यांमार के चिन राज्य में भीषण लड़ाई के चलते हवाई हमलों के बाद मिजोरम की अंतरराष्ट्रीय सीमा से करीब दो हजार लोग भारत आए। तीन दिन पहले मिजोरम के चम्फाई जिले के उपायुक्त (डीसी) जेम्स लालरिंछना ने पीटीआई को बताया था कि म्यांमार में सत्तारूढ़ जुंटा समर्थित सुरक्षा बलों और मिलिशिया समूह ‘पीपुल्स डिफेंस फोर्स’ (पीडीएफ) के बीच रविवार शाम को भीषण गोलीबारी हुई। चम्फाई जिले की सीमा पड़ोसी देश के चिन राज्य से लगती है।
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म्यांमार से भागकर मिजोरम पहुंचे 29 जवान
भारत के पड़ोसी मुल्क म्यांमार में बीते तीन हफ्तों से सेना और जुंटा-विरोधी बलों के बीच लड़ाई छिड़ी हुई है। जुंटा-विरोधी बल यानी पीडीएफ लगातार सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहे हैं। इसी बीच गुरुवार को जुंटा विरोधी दलों ने एक सैन्य शिविर को निशाना बनाया, इसके बाद 29 और म्यांमार सैनिक मिजोरम आ गए। म्यांमार में छिड़ी जंग के बीच अब तक 74 सैन्यकर्मी भारत आ चुके हैं। हालांकि, इनमें से ज्यादातर को वापस म्यांमार भेजा जा चुका है। पुलिस के मुताबिक, म्यांमार के इन 29 सैनिकों ने तियाउ नदी के पास चंफाई जिले के सैखुमफाई में पुलिस और असम राइफल्स से संपर्क किया। ये सैनिक अंतरराष्ट्रीय सीमा से कुछ किलोमीटर दूर चिन राज्य के तुईबुअल में अपने शिविर से भागकर भारत पहुंचे। असम राइफल्स के मुताबिक, इन सैनिकों को म्यांमार भेजा जाना है।
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