दिल्ली में फिर बढ़ा प्रदूषण, एक्यूआई 470 के करीब

  • राष्ट्रीय राजधानी का कोई भी इलाका सांस लेने लायक नहीं
  • केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार हवा हुई जहरीली और दमघोंटू

नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली का कोई भी इलाका सांस लेने लायक नहीं है। दिल्ली के ज्यादातर हिस्सों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 से ऊपर यानी गंभीर श्रेणी में है। अगले दो-तीन दिनों के बीच इसमें बहुत तेजी से सुधार होने के भी कोई आसार नहीं है। दिल्ली के लोगों को इस समय सबसे खराब हवा में सांस लेना पड़ रहा है। खासतौर पर 02 नवंबर के बाद से ही हवा जहरीली और दमघोंटू हो गई है।

फिर बढ़ा प्रदूषण

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, हवा की गति में थोड़ी बढ़ोतरी और दिशा में बदलाव के चलते मंगलवार को प्रदूषण के स्तर में मामूली कमी आई थी। लेकिन, बुधवार को फिर से इसमें तेज इजाफा हुआ है। बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 426 के अंक पर रहा। जिसे गंभीर श्रेणी में रखा जाता है।

चौबीस घंटे में सूचकांक में 31 अंक की बढ़ोतरी

मंगलवार को यह सूचकांक 395 के अंक पर रहा था। यानी चौबीस घंटे के भीतर सूचकांक में 31 अंक की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का सूचकांक 400 से ऊपर है। सिर्फ चार इलाके ऐसे हैं जहां का सूचकांक 400 से कम है लेकिन यहां की भी हवा बेहद खराब श्रेणी में है।

यहां की हवा सबसे खराब

आईटीओ—459

पंजाबी बाग—464

नेहरू नगर—456

सोनिया विहार—444

जहांगीरपुरी—453

दिल्ली को प्रदूषित हवा से अभी राहत के आसार नहीं

पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा तैयार किए गए वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के मुताबिक अगले दो दिनों के बीच आमतौर पर हवा शांत रहेगी। हवा चलने के दौरान भी इसकी गति आमतौर पर दस किलोमीटर प्रति घंटे से कम रहेगी और दिशा उत्तरी पश्चिमी रहेगी। इसके चलते गुरुवार को भी हवा गंभीर श्रेणी में ही रहने का अनुमान है। अगले छह दिनों के बीच हवा की गुणवत्ता गंभीर या बेहद खराब श्रेणी में ही रहने की संभावना है।

सबसे खराब बीते सात दिन

08 नवंबर—426

07 नवंबर—395

06 नवंबर—421

05 नवंबर—454

04 नवंबर—415

03 नवंबर—468

02 नवंबर—392

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प्रदूषण के बीच 9 से 18 नवंबर तक स्कूलों में सर्दी की छुट्टी

बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला किया है। राष्ट्रीय राजधानी में गंभीर वायु प्रदूषण के बीच दिल्ली सरकार ने 9 से 18 नवंबर तक सभी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की घोषणा की है। दिल्ली सरकार ने स्कूलों को सर्दी की छुट्टी अभी घोषित करने का निर्देश दिया है। स्कूलों में पूर्व निर्धारित दिसंबर-जनवरी में होने वाले विंटर ब्रेक को अभी घोषित करने का आदेश दिया गया है। दिल्ली शिक्षा विभाग ने ये आदेश जारी किया है। प्रदूषण के लगातार बढ़ते स्तर को देखते हुए इस बार शीतकालीन अवकाश पहले लिया जा रहा है। इससे पहले दिल्ली में प्राइमरी स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद करने का फैसला लिया गया था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली भर में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। टेक्निकल और ऑपरेशनल स्टाफ की एक टीम कनॉट प्लेस स्थित ‘स्मॉग टावर’ पहुंची। वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के उपाय के रूप में कनॉट प्लेस में ‘स्मॉग टॉवर’ को अब चालू कर दिया गया है। उच्चतम न्यायालय ने कल सरकार को स्मॉग टॉवर की मरम्मत करने का निर्देश दिया था।

10 को बूंदाबादी के आसार

दिल्ली में 10 नवंबर को हल्की बूंदा बांधी के आसार हैं। प्रादेशिक मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 13 नवंबर तक सुबह धुंध छाया रह सकता है। साथ ही 10 नवंबर को मौसमी दिशाओं में बदलाव के कारण कुछ एक जगहों पर हल्की बूंदा-बांदी हो सकती है।

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