‘, सवालों से नाराज होकर एथिक्स कमेटी का किया बायकॉट
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा और बीएसपी सांसद दानिश अली समेत विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद की आचार समिति की बैठक से वॉकआउट कर दिया। दरअसल महुआ मोइत्रा को कैश-फॉर-क्वेरी के आरोपों के संबंध में पैनल के सामने पेश होने के लिए कहा गया था। इसी पैनल के सवालों से भड़कीं महुआ ने बाहर गुस्से में निकलते हुए कहा कि वे मुझसे गंदे सवाल पूछ रहे थे। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा संसद की एथिक्स कमेटी की पूछताछ से बाहर निकलते ही काफी आगबबूला नजर आईं। बसपा सांसद दानिश अली ने बताया कि महुआ से एथिक्स कमिटी पूछ रही थी कि रात में किस से बात करती हो, इसलिए हमने वॉक आउट किया। महुआ मोइत्रा ने अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों पर खुद को निर्दोष बताया और संसदीय समिति को बताया कि यह आरोप वकील जय अनंत देहाद्राई की दुश्मनी से प्रेरित है, क्योंकि उन्होंने उनके साथ अपने व्यक्तिगत संबंध तोड़ दिए थे।
999
बिजनेसमैन को शेयर किया संसदीय लॉगिन आईडी और पासवर्ड’
पूछताछ के दौरान ही महुआ मोइत्रा ने संसद में पैसों के बदले सवाल पूछने के आरोपों का खंडन किया है। हालांकि, उन्होंने यह माना कि उन्होंने बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी को अपना संसदीय लॉगिन साझा किया था। इन सबके बीच मामले से जुड़े सूत्रों ने दावा किया है कि महुआ के संसदीय अकाउंट को दुबई से लगभग 47 बार लॉग इन किया गया था।
एथिक्स कमेटी ने महुआ के रवैये पर उठाए सवाल
महुआ के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी सांसद और एथिक्स कमेटी की सदस्य अपराजिता सारंगी ने कहा कि चेरयमेन साहब ने हीरानंदानी के एफिडेफिट पर ही सवाल किए। उन्होंने बहुत दायरे में रहकर सवाल पूछे लेकिन महुआ मोइत्रा गुस्से में आ गईं। उनका रवैया बहुत एग्रेसिव, रूड, डिफेंसिव और एरोगेंट था। महुआ मोइत्रा ने असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया। सारंगी ने कहा कि संसदीय स्थायी समिति की कार्यवाही गोपनीय होती है। इसलिए उन्होंने (टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा) जो किया वह गलत था।
000

