- एक हफ्ते में दोगुनी हुई कीमत, अन्य शहरों में भी आया उछाल
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नई दिल्ली। नवरात्रि के बाद देशभर में प्याज का दाम आसमान छूने लगे हैं। नवरात्रि और दशहरे के बाद राजधानी दिल्ली में प्याज के दाम अचानक से बढ़ गए है। जो प्याज तीन दिन पहले फुटकर में 30 रुपए किलो तक बिक रहा था, उसके दाम अब 80 से 90 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए है। मंडी में प्याज की कीमत थोक में 50 से 60 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है, जो खुदरा दुकानदारों से होते हुए खरीदारों तक पहुंचाते हुए 80 से 90 रुपए प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। दुकानदारों को यह अंदेशा है कि दिल्ली में जल्द ही प्याज की कीमतें 100 रुपये किलो तक पहुंच सकती है।
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देशभर में हर रोज प्याज की कीमतों में लगभग 20 रुपए प्रति किलो का इजाफा हो रहा है। नवरात्रि के बाद से ही लगातार उछाल देखा जा रहा है। राजधानी दिल्ली में बीते एक हफ्ते में प्याज की कीमतों में लगभग दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। यहां अलग-अलग बाजारों में प्याज की खुदरा कीमतें ₹75/किलो तक पहुंच गई हैं। इसी तरह, महाराष्ट्र की लासलगांव एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी यानी एपीएमसी मार्केट में प्याज की थोक कीमतें पिछले 15 दिन में 58% से 60% तक बढ़ गई हैं। इसके अलावा बेंगलुरु के यशवंतपुर एपीएमसी में इसकी कीमतें 65 से 70 रुपए किलो तक मिल रहा है।
एमपी में 50 रुपए लो हुआ दाम
मध्य प्रदेश में 1 अक्टूबर को रिटेल मार्केट में प्याज 28 रुपए किलो बिक रहा था। नवरात्रि की शुरुआत में कीमतें 29 रुपए हुईं। वहीं 28 अक्टूबर को इसमें बड़ी बढ़त देखने को मिली रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यहां खुदरा बाजार में प्याज 50 रुपए किलो मिल रहा है।
NCCF और नेफेड में 25 रुपए किलो प्याज बेच रही सरकार
इस बीच कीमतों को कंट्रोल करने के लिए सरकार नेशनल कोऑपरेटिव कंज्यूमर फेडरेशन (एनसीसीएफ) और नेफेड जैसी सरकारी बिक्री केंद्रों पर 25 रुपए किलो के रेट से प्याज बेच रही है। कंज्यूमर अफेयर सेक्रेटरी रोहित कुमार सिंह ने बताया कि सरकार मध्य अगस्त से बफर प्याज की सप्लाई बढ़ा रही है। साथ ही कीमतें कम करने के लिए खुदरा बिक्री भी बढ़ा रही है। उन्होंने बताया कि कीमतें अगले महीने यानी नवंबर तक बढ़ सकती हैं, लेकिन दिसंबर में इसमें गिरावट आने लगेगी।|
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कीमतें बढ़ने की वजह
बीते 15 दिनों में प्याज की आवक में 40% तक की गिरावट देखी गई है। सामान्य दिनों रोजाना लगभग 400 गाड़ी प्याज की आवक होती है। यह आंकड़ा पिछले 15 दिनों में 150 कम होकर 250 रह गया है। इसके अलावा, देश में सबसे ज्यादा प्याज उत्पादन करने वाले राज्यों जैसे महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में सामान्य से कम बारिश के चलते उत्पादन कम हुआ है। साथ ही बेमौसम बरसात के कारण बुआई में भी देरी हुई है। इससे सप्लाई भी देरी से होगी। बीते सालों में नुकसान के चलते बुआई भी कम हुई है।
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