’70 घंटे काम’ पर हंगामा… इंफोसिस के फाउंडर नारायणमूर्ति के ‘फॉर्मूले’ पर बंटे दिग्गज

नारायणमूर्ति ने कहा, ‘अगर चीन को पीछे छोड़ना है तो 70 घंटे काम करना जरूरी’

नई दिल्ली। देश के बड़े उद्योगपति और दिग्गज आईटी कंपनी इन्फोसिस के सह-संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति का कहना है कि चीन जैसे देशों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए देश के युवाओं को सप्ताह में 70 घंटे काम करना चाहिए जैसा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जापान और जर्मनी ने किया था। नारायण मूर्ति की सलाह के बाद भारत में एक नई बहस छिड़ गई है। नारायण मूर्ति के इस फॉर्मूले पर दिग्गज कारोबारी जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा कि मैं नारायण मूर्ति के बयान का तहे दिल से समर्थन करता हूं वहीं, चेतन भगत ने इस फॉर्मूले का विरोध करते हुए कहा कि सप्ताह में 35 घंटे काम करें, 70 घंटे काम करना जरूरी नहीं है।

जिंदल बोले- राष्ट्र निर्माण का जुनून हो

फोटो जेएसडब्ल्यू नाम से ……………

दिग्गज कारोबारी नारायण मूर्ति की सलाह का समर्थन करते हुए जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन सज्जन जिंदल ने कहा कि 70 घंटे काम करना थकावट भरे काम से संबंधित नहीं है, बल्कि इसका सीधा संबंध समर्पण को लेकर है। हमें अपने काम और राष्ट्र निर्माण में जुनून तलाशना होगा। हमें भारत को 2047 में एक ऐसी आर्थिक महाशक्ति बनाना है, जिस पर हम सब गर्व कर सकें।

ओला कैब्स के सीईओ भी समर्थन में

फोटो भाविश अग्रवाल नाम से …………

ओला कैब्स के सीईओ भाविश अग्रवाल ने भी नारायण मूर्ति की सलाह से इत्तेफाक रखते हुए कहा कि मूर्ति के विचारों से पूरी तरह से सहमत हूं। उन्होंने कहा कि ये समय कम काम करने और मनोरंजन करने का नहीं है, बल्कि ये ऐसा लम्हा है जब हम कुछ ऐसा करें जो विभिन्न देशों ने कई पीढ़ियों में बनाया है, हम एक पीढ़ी में वह सब कुछ हासिल कर लें।

चेतन भगत ने जताई असहमति

फोटो चेतन भगत नाम से ………….

लेखक चेतन भगत ने इंफोसिस के को-फाउंडर के विचार से असहमति जाहिर करते हुए कहा कि सप्ताह में 35 घंटे काम करें। 70 घंटे काम करना जरूरी नहीं है। साथ ही कहा कि आप अभी भी बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं। बहुत से लोग काम करने में लंबा समय बिताते हैं, लेकिन कोई हकीकत में प्रोडक्टिव काम नहीं कर रहा है।

क्या कहा था नारायण मूर्ति ने

फोटो मूर्ति 1 नाम से ……….

नारायण मूर्ति ने कहा था कि जब देश का युवा हफ्ते में 70 घंटे काम करेंगे, तभी भारत उन अर्थव्यवस्थाओं के साथ कॉम्पटीशन कर सकेगा. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में भारत की वर्क प्रोडक्टिविटी दुनिया में सबसे कम है, जबकि हमारा सबसे ज्यादा मुकाबला चीन से है और इसलिए युवाओं को अतिरिक्त घंटे काम करना होगा, जैसा कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जापान और जर्मनी ने किया था।

कॉमेडियन वीरदास ने कसा तंज

फोटो वीरदास नाम से ……….

कॉमेडियन वीर दास ने एक्स पर चुटकी लेते हुए कहा कि अगर आप सप्ताह के 5 दिन में 70 घंटे काम कर रहे हैं, तो सुबह 9 बजे से रात के 11 बज जाएंगे. 12.30 बजे तक आपका घर आना होगा। सुबह 7.30 बजे तक आप फिर ऑफिस निकल जाएंगे? ऐसे में आपको कहीं जाना है या अन्य कार्य हैं तो उसके लिए समय कहां बचेगा।

पीएम भी रोज 12-14 घंटे काम करते हैं

जिंदल ने कहा कि हमारे जैसी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को 5 डे वर्किंग कल्चर की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोजाना 14-16 घंटे से ज्यादा काम करते हैं। मेरे पिता सप्ताह में सातों दिन और रोजाना 12 से 14 घंटे काम करते थे। मैं हर दिन 10 से 12 घंटे काम करता हूं। हमारे सामने आने वाली चुनौतियां विकसित देशों से अलग हैं।

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