इजराइल-हमास के बीच अमेरिका-ईरान में छिड़ी जंग, सीरिया के कई ठिकानों पर बमबारी

इजरायली सेना घुसी गाजा में , हमले में हमास के 3 टॉप कमांडर सहित 46 आतंकी ढेर

वाशिंगटन। इजरायल-हमास युद्ध के बीच अब अमेरिका और ईरान भिड़ गए हैं। शुक्रवार को अमेरिकी सेना ने पूर्वी सीरिया में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स से जुड़े 2 ठिकानों पर जबरदस्त बमबारी की। अमेरिका ने कहा कि ये हमला आत्मरक्षा में किया गया है। इन ठिकानों से ईरान की शह में अमेरिकी ठिकानों पर हमले किए जा रहे थे। इसके साथ ही अमेरिका ने ईरान को चेतावनी दी कि यदि हमले जारी रहे तो वो अतिरिक्त कदम उठाएगा। वहीं इजराइली सेना गाजा में घुस गई है। इजराइली सेना के हमास के तीन टॉप के कमांडरों सहित 46 आतंकियों को ढेर कर दिया।

अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन ने कहा कि 17 अक्टूबर से अब तक अमेरिकी ठिकानों और कर्मियों पर इराक में लगभग 12 और सीरिया में 4 हमले हुए हैं। वायुसेना के ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने कहा, इन 2 हमलों में 21 अमेरिकी कर्मी घायल हुए हैं। इराक में अल-असद एयरबेस और सीरिया में अल-तनफ गैरीसन को निशाना बनाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने भी इसे आत्मरक्षा में किये गए हमले बताया। बता दें कि इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध 21 वें दिन में प्रवेश कर गया है. खबरों के अनुसार युद्ध में 8500 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इनमें गाजा के 7000 से अधिक लोग शामिल हैं। इजरायल के 1400 लोगों की मौत हो चुकी है।

व्हाइट हाउस के आदेश पर की गई कार्रवाई

रक्षा मंत्री ऑस्टिन ने कहा, राष्ट्रपति जो बाइडन के निर्देश पर अमेरिकी सैन्य बलों ने पूर्वी सीरिया में ईरान के आईआरजीसी और उससे संबधित आतंकी ठिकानों पर आत्मरक्षा वाले हमले किये हैं। उन्होंने ये निर्देश ये स्पष्ट करने के लिए दिए कि अमेरिका ऐसे हमलों को बर्दाश्त नहीं करेगा और अपनी, अपने कर्मियों और अपने हितों की रक्षा करेगा।

बड़ी कार्रवाई करने में सोचेंगे नहीं : अमेरिका

ऑस्टिन ने कहा कि अमेरिका व्यापक संघर्ष नहीं चाहता है, लेकिन अगर ईरानी छद्म हमले जारी रहते है तो अमेरिका अपनी सेना की सुरक्षा के लिए बड़ी कार्रवाई करने में संकोच नहीं करेगा। बता दें कि बाइडन प्रशासन ने हमास को मिल रहे ईरान के समर्थन पर पहले ही आगाह करते हुए कहा था कि यह व्यापक युद्ध में बदल सकता है।

बाइडन दे चुके हैं ईरान को चेतावनी

व्हाइट हाउस ने जानकारी दी कि अमेरिकी सैनिकों पर हमलों के खिलाफ राष्ट्रपति बाइडन द्वारा ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई को दी गई सीधी चेतावनी के बाद सीरिया में ये कार्रवाई की गई है। दरअसल, बाइडन ने बुधवार को ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को चेतावनी दी थी कि अगर ईरान मध्य पूर्व में अमेरिकी सेना के खिलाफ हमले जारी रखता है तो अमेरिका इसका करारा जवाब देगा।

इजरायली सेना घुसी गाजा में, मारे आतंकी

इजराइल ने हमास के 3 मुख्य कमांडरों को मार गिराने का दावा किया है। इजरायली सेना ने ये जानकारी दी है। सेना के बयान के अनुसार, इजरायली लड़ाकू विमानों ने दराज तुफाह बटालियन में हमास के 3 वरिष्ठ आतंकवादियों पर हमला किया और मार गिराया। सेना ने कहा कि बटालियन के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल के खिलाफ हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

गाजा पर लगातार बम गिरा रहा इजराइल

इजरायल गाजा पर लगातार हवाई हमले कर रहा है। शुक्रवार रात को गाजा शहर के पश्चिम में अल-शती शरणार्थी शिविर के एक क्षेत्र पर इजरायल के हमले में कई इमारतों को नुकसान पहुंचा और एक मस्जिद क्षतिग्रस्त हो गई। बीती रात 43 लोगों की मौत की खबर है। इसके अलावा वेस्ट बैंक में भी इजरायली सेना छापे मार रही है। यहां से 4 लोगों की मौत और कई के घायल होने की खबर है।

ईयू ने किया युद्धविराम का आह्वान

यूरोपीय संघ ने गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए युद्धविराम का आह्वान किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, युद्ध शुरू होने के बाद से गाजा में भोजन, पानी और दवा के केवल 74 ट्रक पहुंचे हैं, जो बेहद कम हैं। ईयू ने ‘मानवीय गलियारों और मानवीय जरूरतों के लिए युद्धविराम सहित सभी आवश्यक सहायता पहुंचाने का आह्वान किया है।

हमास आम कैदियों को छोड़ने के लिए तैयार है, लेकिन…

ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान ने कहा है हमास आम कैदियों को छोड़ने के लिए तैयार है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजराइल में कैद 6,000 फलस्तीनियों की रिहाई की जिम्मेदारी लेनी होगी। उन्होंने महासभा में कहा, ईरान कतर और तुर्किये के साथ इस बेहद महत्वपूर्ण मानवीय प्रयास में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है।

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