- राहुल गांधी को दिए इंटरव्यू में बोले सत्यपाल मलिक
-पुलवामा का राजनीतिक करने का लगाया आरोप
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक से बातचीत की है। 28 मिनट की इस बातचीत में राहुल ने सत्यपाल मलिक से पुलवामा, किसान आंदोलन, एमएसपी, जातिगत जनगणना, मणिपुर में हिंसा समेत कई मसलों पर चर्चा की। बातचीत के दौरान सत्यपाल मलिक ने कहा, ”चुनाव में सिर्फ 6 महीने रह गए हैं। मैं लिखकर दे रहा हूं कि ये (मोदी सरकार) अब नहीं आएगी।
राहुल गांधी ने जब पुलवामा हमले को लेकर सवाल पूछा तो मलिक ने कहा, पुलवामा हमले को लेकर मैं ये तो नहीं कहूंगा कि इन्होंने कराया, लेकिन मैं ये जरूर कहूंगा कि इन्होंने उसे इग्नोर किया और उसका राजनीतिक इस्तेमाल किया। इनके बयान हैं कि जब वोट देने जाओ, तो पुलवामा की शहादत याद रखना। मलिक ने बताया, जिस दिन ये हुआ, ये (पीएम मोदी) नेशनल कार्बेट में शूटिंग कर रहे थे। तो मैंने इनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन बात नहीं हुई. 5-6 बजे उनका कॉल आया, क्या हुआ? मैंने घटना के बारे में बताया। मैंने कहा, हमारी गलती से इतने लोग मर गए हैं। तब उन्होंने (पीएम मोदी) ने मुझसे कहा कि आपको कुछ नहीं बोलना है। इसके बाद मेरे पास डोभाल का फोन आया, उन्होंने कहा, आपको कुछ नहीं बोलना है। मैंने कहा ठीक है। .. जांच करानी होगी, शायद उसपर असर होगा। उसमें कुछ नहीं हुआ, न ही होना है।
सत्यपाल मलिक ने कहा, सीआरपीएफ ने गृह मंत्रालय से 5 एयरक्राफ्ट मांगे थे। चार महीने तक आवेदन गृह मंत्रालय के पास रही। बाद में उन्होंने खारिज कर दिया। ये इनपुट था कि अटैक हो सकता है। जो गाड़ी टकराई थी, वह विस्फोटक से भरी हुई 10 दिन से पूरे में घूम रही थी।
ये मुद्दों का इवेंट बनाना जानते हैं- मलिक
एक सवाल के जवाब में मलिक ने कहा, ये किसी भी चीज का इवेंट बना देते हैं। फिर अपने पक्ष में फायदा उठाते हैं। महिला आरक्षण बिल का भी यही किया। महिलाओं को कुछ मिलना नहीं है, लेकिन इस तरह से दिखा दिया कि न जाने कितना बड़ा काम करा दिया। मलिक ने कहा, नई इमारत की कोई जरूरत नहीं थी। लेकिन इन्हें (पीएम मोदी) को अपना पत्थर लगाना था कि इन्होंने बनवाई है। वो पुरानी इमारत तो अभी भी कई साल तक चलती।
मैं फकीर हूं मेरे पास कुछ नहीं
राहुल ने कहा कि जब आपने पुलवामा और किसान आंदोलन का मुद्दा उठाया तो आपको धमकाया गया, सीबीआई आदि से. इस पर मलिक ने कहा, ”कानून ये है कि जो शिकायतकर्ता होता है, उसे सजा नहीं दी जा सकती। मैंने शिकायत की जिनकी, उनकी पूछताछ नहीं हुई, जांच नहीं हुई, मुझसे पूछताछ के लिए तीन तीन बार आ गए। मैंने कहा, तुम कुछ भी कर लो, मेरा कुछ नहीं बिगाड़ पाओगे। मैं फकीर हूं, मेरे पास कुछ नहीं है। बात में तंग आकर कहा कि साहब हम तो नौकरी कर रहे हैं। उनकी भी मजबूरी है। ” राहुल ने कहा, हमने आपसे बात की, तो आप पर भी आक्रमण होगा। इस पर सत्यपाल मलिक ने कहा, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता।
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