भाजपा से मांगी अंबिकापुर विस सीट से टिकट

कहा पार्टी शर्त मानने को तैयार तो हम भी करेंगे विचार

अंबिकापुर/कुसमी। विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे चिंतामणी महाराज ने बगावती तेवर दिखा दिए हैं। संत गहिरा गुरु आश्रम द्वारा आयोजित धार्मिक कार्यक्रम के दौरान भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने उन्हें भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया है। इधर, चिंतामणी महाराज ने भी प्रदेश के उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के खिलाफ ताल ठोंकते हुए अंबिकापुर विधानसभा से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर कर दी है। प्रतिमा स्थापना परिसर में दरी पर बैठकर घंटों हुई गोपनीय चर्चा के बाद अब बागी हो चुके चिंतामणी महाराज के भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं नाराज चल रहे विधायक के दुःख में भागीदार बनने के बहाने भाजपा भी संत गहिरा गुरु समाज के अनुयाइयों को साधने में जुट गई है। दरअसल सामरी विधानसभा से कांग्रेस के विधायक रहे चिंतामणी महाराज का टिकट इस बार पार्टी की ओर से काट दिया गया है। चिंतामणी महाराज के खिलाफ हुए संगठन व कराए गए सर्वे के आधार पर पार्टी ने यह निर्णय लिया और विजय पैकरा को पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। टिकट वितरण में बाद से ही यह संभावना जताई जा रही है कि टिकट कटने से नाराज चल रहे विधायक पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचा सकते हैं। विधायक बृहस्पति सिंह ने रायपुर में ही पार्टी के निर्णय पर सवाल उठाहे हुए बदले गए प्रत्याशियों को डमी घोषित कर दिया था लेकिन चिंतामणी महाराज की ओर से टिकट कटने को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी लेकिन आज एक धार्मिक आयोजन के दौरान हुए घटनाक्रम ने राजनैतिक गलियारे में हड़कंप मचा दिया है। कांग्रेस की टिकट पर लुंड्रा व सामरी से चुनाव लड़ने वाले चिंतामणी महाराज ने भाजपा की ओर कदम बढ़ा दिया है। उन्होंने भाजपा के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल व अन्य बड़े नेताओं के साथ माता काली की प्रतिमा स्थापना स्थल के समीप आयोजित भोज के दौरान उन्होंने अपना प्रस्ताव रखा है। बृजमोहन अग्रवाल द्वारा रखे गए प्रस्ताव पर चिंतामणी महाराज ने भी भाजपा में शामिल होने की इच्छा जाहिर करते हुए अपनी शर्त रखी है।


प्राण प्रतिष्ठा के बहाने राजनीति

रविवार को महा अष्टमी के अवसर पर सामरी विधानसभा अंतर्गत श्रीकोट में माता काली की 31 फीट ऊंची प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा और संत गहिरा गुरु आश्रम में चिंतामणी महाराज की माता पूर्णिमा के साधना स्थल पर समाधि स्थापना के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इस धार्मिक कार्यक्रम में ही शामिल होने के लिए विधायक बृजमोहन अग्रवाल समेत भाजपा के कद्दावर नेता पहुंचे थे। इस बात की भी चर्चा है कि चिंतामणी महाराज अभी भी कांग्रेस में हैं लेकिन उनके इस आयोजन में किसी कांग्रेस नेता को नहीं बुलाया गया था। धार्मिक आयोजन में जिले से कांग्रेस के नेता के साथ ही स्थानीय स्तर पर अब तक उनके साथ रहने वाले कांग्रेस के नेता भी शामिल नहीं हुए जबकि भाजपा के क्षेत्रीय व प्रदेश स्तर के नेता ही कार्यक्रम में नजर आए।

शर्त मानें तो हम भी विचार करने को तैयार

बृजमोहन अग्रवाल संस्था से जुड़े हुए हैं, इसलिए आए थे। मैंने कहा है कि अंबिकापुर विधानसभा से मुझे भाजपा से चुनाव लड़ा दिया जाए। यह बात आई है कि जो अभी तैयारी कर रहे हैं वो नाराज हो सकते हैं। मैंने कहा है कि मुझे चुनाव लड़ाकर छह माह के लिए भाजपा से विधायक बना दिया जाए। वे लोकसभा की टिकट देने को तैयार हैं मैं छह माह बाद अपनी सीट छोड़कर लोकसभा चला जाऊंगा और जो वर्तमान में भाजपा से दावेदारी कर रहे हैं वे विधानसभा लड़ लेंगे। अगर वे शर्त मानने को तैयार हैं तो हम भी विचार करने को तैयार हैं।

—चिंतामणी महाराज, विधायक

हम दुःख में भागीदार बनने बनने आए हैं

सामरी में गहिरा गुरु जी ने जिस स्थान पर साधना की है, वहां माता काली की प्राण प्रतिष्ठा की गई और जहां माता जी ने साधना की है, वहां पर माता की समाधि बनाई गई है क्योंकि सनातन, हिंदू की रक्षा व क्षेत्र में जागरण का काम गहिरा गुरु ने किया था। चिंतामणी महाराज के साथ जो हुआ है, वो अन्याय है। हम उनके दुःख में भागीदार बनने आए हैं। जहां तक न्याय का सवाल है तो वो कांग्रेस पार्टी करेगी लेकिन वे भाजपा के विचारों से पहले से सहमत हैं और आगे भी सहमत होंगे।

–बृजमोहन अग्रवाल, विधायक

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