सात विधायकों का पत्ता साफ, कुछ के तेवर बागी

बिलासपुर। 53 विधानसभा सीटों के लिए जारी कांग्रेस की सूची में बिलासपुर और सरगुजा संभाग से सात विधायकों की टिकट काट दी गई है। इनमें से कुछ के बगावती तेवर पहले से दिखाई दे रहे हैं, वहीं बाकी ने रुख साफ नहीं किया है।

कांग्रेस की दूसरी सूची में सरगुजा से सबसे ज्यादा चार विधायकों की टिकट कटी है।इनमें मनेंद्रगढ़ से डॉ.विनय जायसवाल, प्रतापपुर से पूर्व विधायक डॉ प्रेमसाय, रामानुजगंज से बृहस्पति सिंह, सामरी से चिंतामणि महाराज की टिकट काट दी गई है। इन सीटों पर मनेंद्रगढ़ से रमेश सिंह, प्रतापपुर से राजकुमारी मरावी, रामानुजगंज से डॉ. अजय तिर्की, सामरी से विजय पैकरा को प्रत्याशी बनाया गया है।मनेंद्रगढ़ में डॉ. विनय जायसवाल की टिकट काटने की पहले से चर्चा थी। उनके समर्थक यह भी दावा कर रहे थे कि वे किसी तीसरे दल (गोंगपा)से चुनाव लड़ सकते हैं। रामानुजगंज में चर्चित विधायक बृहस्पति सिंह के साथ डिप्टी सीएम टी एस सिंहदेव की अनबन के बाद उनका पत्ता कटना तय था।इसीलिए उन्होंने कई दिन दिल्ली में डेरा डाला था। इधर उनके समर्थकों ने खुलेआम बगावती तेवर दिखाते हुए प्रदर्शन किया था और बाहरी प्रत्याशी के विरोध की बात कही थी। माना जा रहा है कि बृहस्पति सिंह कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। सामरी से विधायक चिंतामणि महाराज को लेकर भी ऐसी ही स्थिति है।उन्होंने अभी अपना रुख साफ नहीं किया है।प्रतापपुर से प्रेमसाय सिंह फिलहाल कोई कदम उठाते नहीं दिख रहे हैं। उधर रायगढ़ जिले में लैलूंगा विधानसभा सीट से चक्रधर सिद्धार्थ की टिकट काट दी गई है। उनकी जगह विद्यावती सिदार चुनाव लड़ेंगी। कोरबा जिले के पाली तानाखार से विधायक मोहित केरकेट्टा को भी इस बार मौका नहीं दिया गया है। उनकी जगह जनपद अध्यक्ष दुलेश्वरी सिदार चुनाव मैदान में रहेंगी। यहां उनका मुकाबला भाजपा के रामदयाल उइके से होगा। उधर सारंगढ़ जिले के बिलाईगढ़ विधानसभा क्षेत्र से चंद्रदेव प्रसाद राय की टिकट भी कट गई है। उनकी जगह कविता प्राण लहरे को मौका दिया गया है। जिन विधायकों की टिकट काटी हैं उनमें से कुछ तीसरे दल से भी चुनाव लड़ सकते हैं।

साय को नहीं मिला मौका जशपुर में फेरबदल नहीं

भाजपा से कांग्रेस प्रवेश करने वाले बड़े आदिवासी नेता नंदकुमार साय को चुनाव लड़ने का मौका नहीं मिला। वे जिले की किसी सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे। कांग्रेस ने जशपुर जिले की तीनों सीटों पर कोई फेरबदल नहीं किया है। यहां पत्थलगांव में वयोवृद्ध नेता राम पुकार सिंह फिर चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं जशपुर और कुनकुरी विधानसभा में भी विधायकों को रिपीट किया गया है। इससे साय समर्थकों को मायूसी हाथ लगी है।

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