पैगंबर मोहम्मद की जयंती मनाने जुटे थे लोग तभी हो गया धमाका
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत तथा खैबर पख्तूनख्वा के हंगू शहर की मस्जिदों में हुए आत्मघाती हमले में डीएसपी समेत कम से कम 59 लोगों की मौत हो गई है और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। धमाके के समय बड़ी संख्या में लोग पैगंबर मोहम्मद की जयंती मनाने के लिए जुटे थे । वहीं दूसरा धमाका पख्तूनख्वा में नमाज के दौरान हुआ जहां 4 लोगों की मौत हो गई।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में धमाका इतना तेज था कि मृतकों के शवों के चिथड़े उड़ गए। चंद सेकंड पहले जहां उत्साह का माहौल था वह 59 लोगों की लाशें बिछ गईं। धमाके में एक डीएसपी की भी मौत हुई है। डीआईजी मुनीर अहमद ने बताया कि हमलावर ने डीएसपी के वाहन के पास खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया था। धमाके के बाद सामने आई तस्वीरों और वीडियो में कई खून से सनी लाशें और कटे हुए अंग बिखरे हुए दिखाई दिए हैं।
धमाके से गिरी मस्जिद की छत
दूसरा धमाका खैबर पख्तूनख्वा के हंगू शहर की मस्जिद में हुआ। ये भी फिदायीन हमला था। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, यहां एक पुलिस अफसर समेत 4 लोगों की मौत हो गई। एक पुलिस अधिकारी ने कहा- मस्जिद में नमाज पढ़ी जा रही थी तभी धमाका हुआ। इसके बाद मस्जिद की छत गिर गई। यहां 30-40 लोग मलबे में दबे हुए हैं। 12 लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है।
खैबर में पुलिस ने एक धमाका रोका
पहले खबर थी कि हंगू शहर में दो धमाके हुए। एक पुलिस स्टेशन के बाहर और एक मस्जिद के अंदर। अब पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पुलिस स्टेशन के बाहर धमाका नहीं हुआ। पुलिस अधिकारियों ने कहा- दो आतंकी पुलिस स्टेशन में घुसने की कोशिश कर रहे थे। एक को हमने मार गिराया और दूसरा फरार हो गया। भागने वाला ये आतंकी सुसाइड बॉम्बर था, जिसने पास की मस्जिद में हमला कर दिया।
टीटीपी ने कहा नहीं है हमारा हाथ
इस बम विस्फोट की जिम्मेदारी किसी आतंकी संगठन ने शु्क्रवार दोपहर तक नहीं ली है। पाकिस्तानी तालिबान ने बम धमाके में अपना रोल होने से इनकार किया है। टीटीपी ने कहा है कि इस विस्फोट के पीछे उनका हाथ नहीं है। हमारा मकसद साफ है कि हम मस्जिद और पब्लिक गैदरिंग को निशाना नहीं बनाते हैं। उन्होंने इस हमले की निंदा की है।
घायलों का इलाज करवाएगी सरकारबलूचिस्तान के अंतरिम सूचना मंत्री जान अचकजई ने कहा कि घायलों के इलाज की पूरी जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। सभी अस्पतालों में आपात स्थिति लागू कर दी गई है। बलूचिस्तान के अंतरिम मुख्यमंत्री अली मर्दन डोमकी ने घटना की निंदा की और विस्फोट की जांच के आदेश दिए हैं।
कल टीटीपी के हमले में मारे गए थे 4 सैनिक
28 सितंबर को पाकिस्तानी सैनिकों और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकियों के बीच झड़प हो गई थी। आज इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस ने बयान जारी करते हुए कहा कि झड़प में 4 सैनिकों की मौत हुई। आतंकी अफगानिस्तान से पाकिस्तान में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे।
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पैगंबर मोहम्मद की जयंती मनाने जुटे थे लोग
घटना बलूचिस्तान प्रांत के मस्तुंग जिला में घटी। यहां मस्जिद के पास भारी मात्रा में विस्फोटक की मदद से धमाका किया गया। शुक्रवार को लोग बड़ी संख्या में पैगंबर मोहम्मद की जयंती मनाने के लिए जुटे थे तभी धमाका हो गया। मृतकों में मस्तुंग के डीएसपी नवाज गशकोरी में शामिल हैं।
बलूचिस्तान के कार्यवाहक सूचना मंत्री जन अचकजई ने कहा- हमारे दुश्मन विदेशी ताकतों की मदद से बलूचिस्तान में धार्मिक जगहों को निशाना बनाकर शांति भंग करना चाहते हैं। इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। बलूचिस्तान में सरकार के मंत्रियों और दूसरे कई नेताओं ने हमले की निंदा की है।
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