-दोनों राज्यों की पुलिस ने मोर्चा संभाला
(फोटो : असम)
शिलांग। असम-मेघालय अंतरराज्यीस सीमा से सटे एक गांव में झड़प हो गई। इस दौरान दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर जमकर हमला किया। इतना ही नहीं, हमला करने के लिए गुलेल और तीर का इस्तेमाल किया गया। मेघालय के पश्चिम जयंतिया हिल्स जिले और असम के पश्चिम कार्बी अंगलोंग जिले से सटे गांव लापंगाप में यह झड़प हुई है। हालांकि, किसी के घायल होने की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। दोनों राज्यों की पुलिस को जब सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंची। घटनास्थल का दौरा कर स्थानीय लोगों को शांत कराया। उसके बाद हालात सामान्य हुए। बताया जा रहा है कि फिलहाल गांव में शांति है, लेकिन बुधवार सुबह माहौल तनावपूर्ण रहा। दरअसल, पुलिस ने लोगों को झड़प वाली जगह पर जाने से रोक दिया है। पश्चिम जंयतिया हिल्स जिले के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि हम असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के अधिकारियों से स्थिति को लेकर बात कर रहे हैं।
250 लोग इकठ्ठा हुए, खेत में छुपकर हमला
लापांगप गांव के निवासी देइमोनमी लिंगदोह ने दावा किया कि गांव के किसान अपने धान के खेतों की देखभाल कर रहे थे, उन पर खेतों के पास छिपे असम के लोगों ने गुलेल, धनुष और बाण से हमला किया।उन्होंने कहा कि हमले के बारे में जानकर, हमारे गांव के लगभग 250-300 लोग इकठ्ठा हो गए और धनुष-बाण और गुलेल से जवाबी हमला किया, जिससे मंगलवार को पूरे दिन तनाव बना रहा।
2022 में हिंसक घटना में 6 लोगों की मौत हुई थी
असम-मेघालय के बीच इस तरह की हिंसक घटनाएं होती रही हैं। पिछले साल नवंबर में बॉर्डर पर एक विवादित जमीन पर मुकरोह में गोलीबारी की घटना में मेघालय के पांच और असम के एक फॉरेस्ट गार्ड सहित छह लोग मारे गए थे। बताया गया था कि सीमा से सटे जंगल से कुछ लोग ट्रक से तस्करी करके लकड़ी ले जा रहे थे। असम पुलिस और फॉरेस्ट विभाग ने उन्हें पश्चिम जयंतिया हिल्स के मुकरोह में रोका तो फायरिंग शुरू हो गई। खबर फैलते ही मेघालय के 7 जिलों में हिंसा भड़क गई थी।
क्या है असम-मेघालय बॉर्डर विवाद
असम और मेघालय के बीच 884 किलोमीटर लंबी साझा सीमा के 12 हिस्सों पर लंबे समय से विवाद है। ये 12 जगहें- ऊपरी ताराबाड़ी, गजांग आरक्षित वन, हाहिम, लंगपिह, बोर्डुआर, बोकलापारा, नोंगवाह, मातमुर, खानापारा-पिलंगकाटा, देशदेमोरिया ब्लॉक I और ब्लॉक II, खंडुली और रेटाचेरा हैं।
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