बाबू ने तहसीलदार के सिर पर मार दी पानी बॉटल

जांजगीर तहसील की घटना, केस दर्ज

जांजगीर-चांपा

जिला मुख्यालय जांजगीर में तहसील कार्यालय में उस समय पक्षकार और अधिवक्ता चकित रह गए, जब काम को लेकर चल रहे विवाद के बीच बाबू ने चेंबर में बैठे तहसीलदार से ना केवल गाली गलौज कर दी, बल्कि पानी का बॉटल सिर पर दे मारा। बात यही तक नहीं रूकी, इसके बाद उसने तहसीलदार से झूमाझपटी भी की। मामले में पुलिस ने आरोपी बाबू के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है, लेकिन पुलिस जब तक पहंंचती, आराेपी मौके से फरार हो गया।

घटना के संबंध में सिटी कोतवाली जांजगीर से मिली जानकारी के अनुसार सप्ताह के पहले दिन सोमवार 25 सितंबर को तहसील कार्यालय जांजगीर में पदस्थ तहसीलदार बजरंग साहू अपने चेंबर में बैठे थे। रोज की तरह पूरा स्टाफ अपने अपने कामकाज में लगा हुआ था। इस बीच अधिवक्ता और पक्षकार भी विभागीय कामों को लेकर पहुंचे थे। बताया जाता है कि दोपहर करीब 1:30 बजे विभागीय कामकाज को लेकर तहसील में पदस्थ सहायक ग्रेड 3 आशीष कुमार मालू पिता स्व. विनीत मालू उम्र 30 वर्ष से तहसीलदार बजरंग साहू ने कुछ जानकारी मांगी। इस पर उनके बीच बातचीत हो गई। बताया जाता है कि बाबू के अक्सर अनुपस्थित रहने और कार्य सही तरीके से नहीं कर पाने को लेकर तहसीलदार साहू ने नाराजगी जाहिर की थी, लेकिन इसके जवाब में बाबू आशीष मालू ने काम नहीं करने पर नौकरी से निकाल देने की बात कही। इस पर विवाद बढ़ गया। लोगों को कुछ समझ में आता कि बहस के बीच बाबू आशीष ने वहीं पर रखी पानी बॉटल को उठाकर तहसीलदार के सिर पर दे मारा। इसके बाद वह गाली गलौज करते हुए झूमाझपटी करते हुए हाथापाई पर उतारू हो गया। इस दौरान मौजूद स्टाफ ने बीच बचाव किया। दूसरी ओर इस घटना की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई, लेकिन पुलिस जब तक वहांं पहुंचती आरोपी बाबू मौके से भाग निकला। टीआई अशोक वैष्णव ने बताया कि तहसीलदार बजरंग साहू की रिपोर्ट पर जांजगीर पुलिस ने आराेपी बाबू आशीष कुमार मालू के खिलाफ धारा 294, 332, 353, 506 के तहत अपराध कायम किया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस टीम तलाश में जुटी हुई है।

बेलगाम हो रहा प्रशासनिक अमला

जिला प्रशासन का मैदानी अमला एक तरह से बेलगाम हो चला है। जिला मुख्यालय जांजगीर के तहसील कार्यालय में जिस तरह से सहायक ग्रेड 3 द्वारा तहसीलदार के साथ हुज्जतबाजी करते हुए मारपीट की घटना हुई है, उसने प्रशासनिक व्यवस्था पर कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं। जिले के इतिहास में राजस्व अधिकारियों के चेंबर में जिला मुख्यालय में अब तक इस तरह की घटना नहीं हुई थी। खास बात यह है कि घटना के बाद आरोपी बाबू को पुलिस पकड़ भी नहीं पाई। उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व भी प्रशासनिक अधिकारियों के आदेश की अवलेहना की शिकायतें जिले में रही है, लेेकिन इस तरह से चेंबर में प्रशासनिक अधिकारी पर उनके ही मातहत द्वारा हुज्जतबाजी करते हुए बॉटल से मारने की इस घटना को लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं।

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