राहुल, भूपेश बघेल और दिग्विजय ने सनातन विवाद पर पार्टी को किया अलर्ट, नेताओं को दी ये सलाह
हैदराबाद। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में पार्टी नेताओं से सनातन धर्म के मामले में अनावश्यक टिप्पणी कर भारतीय जनता पार्टी के जाल में न फंसने, लोगों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने और वैचारिक तौर पर स्पष्ट रहने की सलाह दी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत कुछ नेताओं ने सीडब्ल्यूसी की बैठक में कहा कि पार्टी को ऐसे मुद्दों से दूर रहना चाहिए और इसमें नहीं फंसना चाहिए। बैठक में पांच राज्यों में होने वाले चुनाव को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं को अभी से जुट जाने कहा गया।
हैदराबाद में कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक के दूसरे दिन एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने कहा कि राहुल गांधी ने शनिवार को पुनर्गठित सीडब्ल्यूसी की पहली बैठक के दौरान बात की और नेताओं से लोगों के मुद्दे उठाने का आह्वान किया। सोनिया गांधी ने भी कांग्रेस नेताओं को मीडिया से दूर रहने की सलाह दी है। उन्होंने पार्टी के लोगों से कोई भी ऐसी टिप्पणी करने से बचने को कहा है, जिससे कांग्रेस को नुकसान पहुंचे। राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस कोई संगठन आधारित पार्टी नहीं है, ये एक आंदोलन है जिसका एक संगठन है। यह आंदोलन है, जो संगठन को चलाता है, न कि संगठन जो आंदोलन को चलाता है। सीब्डल्यूसी की बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल समेत कई नेता शामिल हुए।
खड़गे बोले- ये आराम से बैठने का वक्त नहीं
मीटिंग के दूसरे दिन कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कांग्रेस नेताओं को चुनाव के लिए तैयार रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा- ये आराम से बैठने का समय नहीं है। दिन-रात मेहनत करनी होगी। जहां हमारी राज्य सरकारें हैं, उनके अच्छे कामों को प्रचारित करना होगा। जहां हमारी राज्य सरकारें हैं, उनके अच्छे कामों को प्रचारित करना है। जहां हम विपक्ष में हैं, वहां सत्तादल की खामियां और जन विरोधी नीतियों को हमें एक्सपोज करना है।
‘भारत माता की आवाज पर ध्यान दें’
वायनाड सांसद राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं से यह भी कहा कि वे इस बात पर ध्यान केंद्रित करें कि कांग्रेस और वे राजनीति में क्यों हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि वे ‘भारत माता’ की आवाज पर ध्यान दें। उस आवाज को वास्तविक मुद्दों में तब्दील करें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कोई संगठन आधारित पार्टी नहीं है, ये एक आंदोलन है जिसका एक संगठन है। यह आंदोलन है, जो संगठन को चलाता है, न कि संगठन जो आंदोलन को चलाता है।
सनातन धर्म पर टिप्पणी से भाजपा को फायदा : भूपेश
राहुल गांधी की यह टिप्पणी सनातन धर्म पर द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम नेता उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी को लेकर हुए विवाद के बीच आई है, जिसकी बीजेपी ने कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं जिनमें छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और दिग्विजय सिंह दोनों ने बताया कि सनातन धर्म विवाद पर बोलने से पार्टी को नुकसान होगा और भाजपा को फायदा होगा।
पार्टी को गरीबों के मुद्दे उठाना चाहिए : राहुल
राहुल गांधी ने भी अपने नेताओं को सनातन विवाद में शामिल नहीं होने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि इसमें फंसने की बजाय गरीबों और उनके मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए क्योंकि वे पार्टी के पारंपरिक वोट बैंक रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा कि पार्टी को गरीबों के मुद्दे उठाने चाहिए चाहे वो किसी भी जाति के हों।
14 सूत्रीय प्रस्ताव पास किया गया
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की मीटिंग की बैठक में 14 सूत्रीय प्रस्ताव पास किया गया। इसमें भरोसा जताया गया है कि पार्टी साल के अंत में 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों में बहुमत हासिल कर लेगी। साल के अंत में राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम और तेलंगाना में चुनाव होने हैं। सूत्रों के हवाले से बताया कि मीटिंग में चुनावी राज्यों के अध्यक्षों ने भी प्रेजेंटेशन दिया। इसमें चुनावी रणनीति, प्रचार और तैयारियों के बारे में बताया गया। प्रस्ताव में कहा गया है कि देश की जनता बदलाव चाहती है और कांग्रेस आने वाले चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है।
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