-बांध टूटने के चलते आई बाढ़ ने बरपाया कहर
(फोटो : लीबिया)
त्रिपोली। लीबिया के डर्ना में बाढ़ से 6000 लोगों की मौत हुई है। यहां 10000 से अधिक लापता हैं। अधिकारियों का मानना है कि ये मलबे में धंस गए हैं, बचावकर्मी इन्हें बचाने में जुटे हैं। वहीं, 30,000 से अधिक लोगों को विस्थापित किया गया है। शवों को दफनाने के लिए पहाड़ी क्षेत्रों में खुदाई की जा रही है। इस्लामिक परम्परा के अनुसार, शवों को तीन दिन के भीतर दफनाया जाता है, इसलिए लोगों के अंतिम संस्कार को जल्दीबाजी में जैसे-तैसे दफनाया जा रहा है। लीबिया में भयंकर बाढ़ से हुई भारी तबाही के कारण 6000 से अधिक लोगों की जान चली गई है। अधिकारियों के अनुमान के हिसाब से 10 हजार से ज्यादा लोग लापता हो सकते हैं। लीबिया के डर्ना में बाढ़ की वजह से 30,000 से अधिक लोगों को विस्थापित किया गया है। शवों को दफनाने के लिए पहाड़ी क्षेत्रों में खुदाई की जा रही है। इस्लामिक परम्परा के अनुसार, शवों को तीन दिन के भीतर दफनाया जाता है, इसलिए लोगों के अंतिम संस्कार को जल्दीबाजी में ऐसे-तैसे दफनाया जा रहा है।
तूफान के चलते टूटे दो बांध
उत्तर अफ्रीकी देश लीबिया में रविवार (10 सितंबर) की रात आए एक शक्तिशाली तूफान के कारण तटीय शहर डर्ना के पास दो बांध टूटने से यह तबाही आई है। स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि बांधों के टूटने से शहर का अधिकांश हिस्सा नष्ट हो गया और पूरा इलाका समुद्र में समा गया। रिपोर्ट के मुताबिक, लीबिया युद्ध से पहले ही हताहत है, डेनियल नामक तूफान के लिए यह बिल्कुल भी तैयार नहीं था, जो भूमध्य सागर के पार बहकर उसकी तटरेखा को नष्ट कर गया।यह तबाही तूफान डेनियल के कारण आई है। इस तबाही ने बचावकर्मियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है। जीवित बचे लोगों को ढूंढने के लिए सड़कों और मलबे को हटाना काफी कठिन बन गया है। तूफान के कारण संचार भी बाधित हो रहा है।
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