रूसी सीमा पर जुटेंगे 41 हजार सैनिक, नाटो करेगा सबसे बड़ा युद्धाभ्यास

वॉरसा। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच नाटो देश शीत युद्ध के बाद सबसे बड़ा अभ्यास करने जा रहे हैं। नाटो देश रूसी सीमा पर करीब 41 हजार सैनिक जमा करेंगे और भविष्य में किसी नाटो देश पर होने वाले रूसी हमले को फेल करने का अभ्यास करेंगे। बताया जा रहा है कि यह अभ्यास साल 2024 की शुरुआत में होगा। इस दौरान नाटो देश अपनी तैयारी का आकलन करेंगे। इस अभ्यास को स्टीडफास्ट डिफेंडर नाम दिया गया है। दरअसल, यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद नाटो के कई छोटे देश सहमे हुए हैं जिनमें से कुछ तो पूर्व सोवियत संघ का हिस्सा रह चुके हैं। उन्हें पुतिन के हमले का डर सता रहा है। नाटो की कोशिश है कि खुद को एक युद्धक गठजोड़ के रूप में तैयार करे। फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इस अभ्यास के दौरान 500 से 700 हवाई युद्धक मिशन आयोजित किए जाएंगे। इसमें 50 से ज्यादा युद्धपोत और 41 हजार सैनिक हिस्सा लेंगे। नाटो अधिकारियों ने बताया कि इस अभ्यास को रूसी गठबंधन के हमले का जवाब देने के लिए डिजाइन किया गया है। नाटो अधिकारियों ने बताया कि इस अभ्यास के दौरान दुनिया का रियल भौगोलिक डेटा इस्तेमाल किया जाएगा ताकि सैनिकों के लिए ज्यादा वास्तविक माहौल बनाया जा सके।


000

प्रातिक्रिया दे