मेहमानों का भारतीय अंदाज में स्वागत करेगी एआई एंकर गीता

  • जी20 सम्मेलन : आस्क गीता टूल से मिलेगा हर सवाल का जवाब
  • एडवांस वॉयस क्लोनिंग टेक्नोलॉजी का किया गया है इस्तेमाल
  • भगवत गीता की शिक्षा का सहारा लेकर देगी हर सवाल का जवाब

(फोटो : गीता)

नई दिल्ली। जी20 समिट के वेन्यू भारत मंडपम में वर्ल्ड लीडर्स को भारत का इतिहास, लोकतांत्रिक परंपरा के साथ डिजिटल ग्रोथ दिखाई जाएगी। इसके लिए भारत मंडपम के रिसेप्शन के पास एक प्रदर्शनी लगाई गई है। इसमें एआई जैसी हाई एंड टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल हुआ है। एक ख़ास बात यह कि, जी20 देशों के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे ही भारत मंडपम में एंट्री लेंगे, सबसे पहले एआई एंकर भारतीय अंदाज में उनका गर्मजोशी से स्वागत करेगी। प्रदर्शनी के दूसरे हिस्से में डिजिटल इंडिया एक्सपीरिएंस जोन और तीसरे हिस्से में गीता एआई है।

सुंदर एआई एंकर गीता

बता दें कि, एग्जिबिशन की एंट्री पर एआई होलोबॉक्स रखा है। इस होलोबॉक्स में एक सुंदर एआई एंकर दिखती है। ये एंकर विदेशी मेहमानों का स्वागत करेगी। इसमें एडवांस वॉयस क्लोनिंग टेक्नोलॉजी है, जो रियल एंकर वाली फील देती है। जानकारी दें कि, होलोबॉक्स में फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी इस्तेमाल की गई है, उदहारण के तौर पर अगर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन होलोबॉक्स के सामने खड़े होते हैं, तो एंकर उन्हें झट पहचान लेगी। फिर उनसे उन्हीं की भाषा में बात भी करेगी।

हर सवाल का जवाब देगी ‘गीता एआई’

इस खोब्सुरण प्रदर्शनी के आखिर में एक कियोस्क पर गीता एआई को रखा गया है। यहां आप जिंदगी की उलझनों से जुड़ा कोई भी सवाल पूछ सकते हैं। सवाल के हिसाब से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल गीता की शिक्षा का सहारा लेकर आपको उसका माकूल जवाब देता है। गीता के जिस श्लोक से उसने जवाब लिया है, उसके बारे में भी यह एआई बताता है।

टेगबिन कंपनी ने किया है डेवलप

यह भी जानकारी दें कि, गीता एआई टूल को भी टेगबिन कंपनी ने ही डेवलप किया है। इसके सीईओ सौरव भाइक कहते हैं कि “ये एक नई तरह की ख़ास टेक्नोलॉजी है। इसे हमने उन विदेशी मेहमानों को ध्यान में रखकर डेवलप किया है, जिन्हें भारत के दर्शन और धर्म में रुचि है।”

99999

वॉल ऑफ डेमोक्रेसी में 5 हजार साल का इतिहास

(फोटो : हड़प्पा)

वॉल ऑफ डेमोक्रेसी में विदेशी मेहमान भारत का 5 हजार साल का लोकतांत्रिक इतिहास देखेंगे। ये दीवार 26 स्क्रीन पैनल से मिलकर बनी है। इन 26 पैनल में अलग-अलग समय की कहानियां हैं। इनमें भारत-मदर ऑफ डेमोक्रेसी, सिंधु घाटी सभ्यता, वैदिक काल, रामायण, महाभारत, महाजनपद और गणतंत्र, जैन धर्म, बौद्ध धर्म, कौटिल्य और अर्थशास्त्र, मेगस्थनीज, सम्राट अशोक, फाह्यान, पाल साम्राज्य के खलीमपुर ताम्रपत्र, श्रेणीसंघ, तमिलनाडु का प्राचीन शहर उथीरामेरुर, लोकतंत्र का दार्शनिक आधार, कृष्णदेव राय, अकबर, छत्रपति शिवाजी, स्थानीय स्वशासन, भारतीय संविधान, आधुनिक भारत में चुनाव शामिल हैं।

000

प्रातिक्रिया दे