नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 की बैठक से पहले चीन और पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश हो या कश्मीर कहीं भी हम मीटिंग कर सकते हैं। दरअसल, कश्मीर में जी-20 की बैठक आयोजित करने पर पड़ोसी पाकिस्तान ने आपत्ति जताई थी, उधर अरुणाचल प्रदेश में बैठक हुई तो चीन को तकलीफ हुई। अब दिल्ली में जी-20 नेताओं की बैठक से ठीक पहले विशेष साक्षात्कार में पीएम मोदी ने पाकिस्तान और चीन की आपत्तियों को खारिज करते हुए साफ कहा है कि देश के हर हिस्से में बैठकें होना स्वाभाविक है। भारत की संस्कृति और विविधता को दर्शाने के लिए सरकार ने देश के अलग-अलग हिस्सों में जी-20 की बैठकें आयोजित की थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जी-20 के सालभर चलने वाले कार्यक्रमों में डेढ़ करोड़ से ज्यादा भारतीय शामिल हैं। आपको बता दें कि पाकिस्तान जी-20 का सदस्य नहीं है। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को दिल्ली समिट के लिए आना था लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने अपने प्रधानमंत्री को भेजने का फैसला किया है। अगले कुछ दिन बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन समेत दुनिया के कई दिग्गज नेता दिल्ली पहुंचेंगे।
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भारत 2047 तक होगा विकसित राष्ट्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की आर्थिक वृद्धि को अपनी सरकार के नौ साल के कार्यकाल की राजनीतिक स्थिरता का ‘स्वाभाविक सह-उत्पाद’ बताते हुए उम्मीद जताई है कि 2047 तक भारत एक विकसित राष्ट्र होगा। इसमें भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता के लिए कोई जगह नहीं होगी। अब भारत एक बार फिर आगे बढ़ रहा है। हमने जिस रफ्तार से दुनिया की 10वीं से पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था तक लंबी छलांग लगाई है वह दर्शाता है कि भारत को अपना काम बखूबी पता है।
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दुनिया के टॉप-3 में होंगे
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इस रफ्तार को देखकर मुझे यकीन है कि हम निकट भविष्य में दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएंगे। मुझे भरोसा है कि 2047 तक हमारा देश विकसित देशों में से एक होगा। उन्होंने कहा कि एक विकसित देश के रूप में भारतीय अर्थव्यवस्था अधिक समावेशी एवं नवाचारी होगी, गरीब लोग निर्धनता के खिलाफ लड़ाई में जीत हासिल करेंगे और देश के स्वास्थ्य, शिक्षा एवं सामाजिक क्षेत्र दुनियाभर में बेहतरीन होंगे।
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