सबसे सूखा अगस्त, टूटा 122 साल का रिकॉर्ड

–1901 के बाद अगस्त माह में ऐसा भयंकर ‘सूखा’!

नई दिल्ली। अल नीनो के असर ने मॉनसून की बारिश पर ब्रेक लगा दिया। अगस्त का महीना भारत के मौसम इतिहास का सबसे सूखा अगस्त साबित होने वाला है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 1901 से मौसम संबंधी डेटा रखना शुरू किया। इस महीने, सामान्य से 33 फीसदी कम बारिश हुई है। अगस्त के मॉनसून सीजन में 20 से ज्यादा दिन ‘ब्रेक’ वाले रहे। यह वे दिन होते हैं जब बारिश बिल्कुल भी नहीं होती। अगस्त के सूखे से पूरे मॉनसून सीजन (जून-सितंबर) में सामान्य से कम बारिश होने का खतरा बढ़ गया है। मंगलवार तक अगस्त में पूरे देश में 160.3 मिमी बारिश दर्ज की गई। आमतौर पर अगस्त में 241 मिमी बारिश होती है। भारत में अभी तक सबसे सूखा अगस्त महीना 2005 का रहा है, जब केवल 191.2 मिमी बारिश हुई थी, सामान्य से 25 फीसदी कम। मॉनसून का अभी ब्रेक टाइम चल रहा है, ऐसे में बारिश 170-175 मिमी से ज्यादा होगी, इसकी संभावना कम ही है। यानी अगस्त 2023, भारत के इतिहास में पहला अगस्त होगा जब बारिश में 30% या उससे ज्यादा की कमी दर्ज हुई।

सबसे सूखा अगस्त महीना

00 अगस्त में बारिश की कमी 33 फीसदी से अधिक

00 मॉनसून के मौसम में बारिश की कमी 9 फीसदी

00 सितंबर में बारिश में सुधार होने की संभावना

00 सितंबर में चक्रवातीय परिसंचरण की संभावना

कम बारिश से क्यों बढ़ी टेंशन

अगस्त में खराब बारिश होना असामान्य घटना है। 105 सालों में (1918 के बाद) ऐसा दूसरी बार होगा जब जुलाई या अगस्त में मॉनसून सामान्य से 30फीसदी कम रहेगा। इससे कम मासिक गिरावट केवल 2002 में दर्ज हुई थी जब जुलाई में सामान्य से 50.6फीसदी कम बारिश हुई थी। जुलाई और अगस्त पूरे साल के सबसे ज्यादा बारिश वाले महीने हैं। देश की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए इन दो महीनों की बारिश बेहद अहम है।

वर्सन

दो दिन बदलेगा मौसम का रुख

हमें 2 सितंबर से बारिश के रिवाइवल की उम्मीद है, जब उत्तरी बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की संभावना है। यह निम्न दबाव प्रणाली में तब्दील हो सकता है और पूर्व, मध्य और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में बारिश ला सकता है।

—मृत्युंजय महापात्र, आईएमडी प्रमुख

इधर, छत्तीसगढ़ में 118 मिमी कम बारिश

अगस्त महीना छत्तीसगढ़ के लिए भी सूखा लेकर आया। इस महीने केवल एक बार ही अच्छी बारिश हुई और आधे से ज्यादा महीना मानसून ब्रेक के साथ गुजर गया। मौसम विज्ञान कार्यालय के मुताबिक अगस्त माह में छत्तीसगढ़ में सामान्यत: 355 मिमी. बारिश होती है इस बार वर्षा 237 मिमी. पर सिमटकर रह गया। महीनेभर में यहां 118 मिमी. कम बारिश रिकार्ड हुआ है जिसे बड़ी कमी माना जा सकता है। सीजन में मानसून की बेरुखी सबसे ज्यादा सरगुजा जिले से रही यहां स्थिति 61 फीसदी संकट की है। सरगुजा जिले में अब तक 387.5 मिमी. बारिश हुई है जबकि सामान्य आंकड़ा 984.1 का है। वर्तमान में एक मात्र बीजापुर जिले में सामान्य से अधिक, 10 जिलों में सामान्य तथा 15 जिले कमी के दायरे में आ चुके हैं। प्रदेश में जून से लेकर अब तक 736.9 मिमी. बारिश हुई है जो सामान्य से 924 मिमी. से बीस प्रतिशत कम है।

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