ब्रिक्स में अब 11 देश, पीएम मोदी बोले-बदलते दौर में खुद को बदलना जरूरी

–ईरान, सऊदी अरब और अर्जेंटीना समेत 6 देशों को किया गया शामिल

— रात्रिभोज में प्रधानमंत्री मोदी और शेख हसीना ने एक-दूसरे का किया अभिवादन

इंट्रो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ब्रिक्स समिट को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान हुई चर्चा पर भारत का पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स के विस्तार पर साथी देशों में सहमति बनी है। अर्जेंटीना और सऊदी अरब समेत छह देशों को ब्रिक्स में नए स्थायी सदस्य के तौर पर शामिल किया गया है। पीएम मोदी ने कहा कि सभी वैश्विक संस्थानों को बदलते दौर में खुद को बदलने की जरूरत है।

नई दिल्ली। ब्रिक्स द्वारा छह देशों को अपने नए सदस्य के तौर पर शामिल करने का फैसला किए जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि समूह का “आधुनिकीकरण और विस्तार” यह संदेश है कि सभी वैश्विक संस्थानों को बदलते दौर में खुद को बदलने की जरूरत है। जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स नेताओं के साथ एक मीडिया ब्रीफिंग में मोदी ने कहा कि अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को नए सदस्यों के रूप में शामिल करने से समूह को नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। तीन दिवसीय ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अंत में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने पांच देशों के समूह के विस्तार पर निर्णय की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नए सदस्य देश एक जनवरी, 2024 से ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका) का हिस्सा बन जाएंगे। रामफोसा, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा की मौजूदगी में अपने मीडिया बयान में मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा ब्रिक्स की सदस्यता के विस्तार का पूर्ण समर्थन किया है। उन्होंने कहा, भारत का विचार रहा है कि नए सदस्यों के शामिल होने से ब्रिक्स एक संगठन के रूप में और मजबूत होगा तथा हमारे सभी साझा प्रयासों को नयी गति मिलेगी। मोदी ने कहा कि समूह के विस्तार का निर्णय बहुध्रुवीय दुनिया में कई देशों के विश्वास को और मजबूत करेगा। उन्होंने कहा, अन्य देशों ने भी ब्रिक्स में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की है, भारत उन्हें भागीदार देशों के रूप में शामिल करने के लिए आम सहमति बनाने में योगदान देगा। मोदी ने कहा, ब्रिक्स का विस्तार और आधुनिकीकरण एक संदेश है कि दुनिया के सभी संस्थानों को बदलते समय की परिस्थितियों के अनुरूप ढलना चाहिए। उन्होंने कहा, यह एक ऐसी पहल है जो 20वीं सदी में स्थापित अन्य वैश्विक संस्थानों के सुधार के लिए एक उदाहरण बन सकती है। भारत और कई अन्य देश भू-राजनीति के बदलते स्वरूप को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक जैसे वैश्विक वित्तीय संस्थानों में सुधार के लिए दबाव डाल रहे हैं। उन्होंने कहा, मुझे खुशी है कि हमारी टीम ब्रिक्स के विस्तार के लिए मार्गदर्शक सिद्धांतों, मानकों, मानदंडों और प्रक्रियाओं पर एक साथ सहमत हुई हैं और इन्हीं के आधार पर हम अर्जेंटीना, मिस्र, ईरान, सऊदी अरब, इथियोपिया और यूएई का ब्रिक्स में स्वागत करने पर सहमत हुए हैं। मोदी ने कहा, मैं इन देशों के नेताओं और लोगों को बधाई देता हूं। मुझे यकीन है कि इन देशों के साथ मिलकर हम अपने सहयोग को एक नयी गति, एक नयी ऊर्जा देंगे। नए ब्रिक्स सदस्यों के रूप में शामिल किए गए देशों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि इन सभी के साथ भारत के बहुत गहरे और ऐतिहासिक संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा, ब्रिक्स की मदद से निश्चित रूप से हमारे द्विपक्षीय सहयोग में नए आयाम जुड़ेंगे। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए अपना मीडिया बयान दिया।

ब्रिक्स में शामिल नए देश

अर्जेंटीना

मिस्र

इथियोपिया

ईरान

सऊदी अरब

यूएई

चंद्रयान-3 पर बधाइयों के लिए सभी को शुक्रिया

पीएम मोदी ने चंद्रयान-3 मिशन को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग की। यह सिर्फ भारत के लिए ही नहीं, पूरी दुनिया के वैज्ञानिक समुदाय के लिए उपलब्धि है। पीएम ने कहा कि भारत ने जहां टारगेट किया था, हमने वहीं लैंडिंग की। एक कठिन सतह पर हमने सफलतापूर्व लैंडर को लैंड कराया। यह भारत के वैज्ञानिकों के लिए बड़ी उपलब्धि है। हमें पूरी दुनिया की तरफ से जो बधाई के संदेश मिले हैं। मैं उसके लिए अपने वैज्ञानिकों और देशवासियों की तरफ से आपका शुक्रिया अदा करता हूं।

इथियोपिया से होगा व्यापार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर अपने इथियोपियाई समकक्ष अबी अहमद अली के साथ एक सार्थक बैठक की। दोनों नेताओं ने क्षमता निर्माण, व्यापार एवं निवेश, रक्षा और कृषि जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने के तरीकों पर चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के साथ फलदायी बातचीत की। इथियोपिया के ब्रिक्स में शामिल होने पर उन्हें बधाई दी। हमने व्यापार, रक्षा और लोगों से लोगों के बीच संबंधों जैसे क्षेत्रों में रिश्तों को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की।

23 देशों ने ब्रिक्स में शामिल होने दी अर्जियां

इससे पहले सोमवार को विदेश सचिव विनय क्वात्रा ने कहा था कि विभिन्न देश इस गुट में शामिल होने के इच्छुक हैं। क्वात्रा ने कहा था कि 23 देशों ने ब्रिक्स में शामिल होने के लिए अर्जियां दी हैं। ईरान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और अर्जेंटीना समूह की सदस्यता के लिए मजबूत दावेदार के तौर पर उभरे हैं। उन्होंने दिल्ली में सोमवार को मीडिया से कहा था, ब्रिक्स में विस्तार पर हमारा रवैया सकारात्मक है।

पीएम मोदी-जिनपिंग ने मिलाया हाथ

ब्रिक्स समिट के आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हाथ मिलाते नजर आए। दोनों नेताओं के बीच कुछ देर की बातचीत भी हुई। इससे पहले नवंबर 2022 में पीएम मोदी और जिनपिंग ने इंडोनेशिया में हुई जी20 समिट में सीमा विवाद पर बात की थी, जिसकी जानकारी इस साल दी गई।

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