ईडी छापे पर मुख्यमंत्री ने नई दिल्ली में ली प्रेस कांफ्रेंस, केंद्र सरकार पर जमकर साधा निशाना
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को कहा कि उनके कुछ करीबियों के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का मकसद सिर्फ उनकी सरकार को बदनाम और अस्थिर करना है, लेकिन वह डरने वाले नहीं हैं। उन्होंने संवाददाताओं से बातचीत में कटाक्ष करते हुए यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि प्रदेश में अब उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी का कोई प्रत्याशी नहीं, बल्कि ईडी और सीबीआई चुनाव लड़ेंगे। मुख्यमंत्री ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि वह ‘मरने’ और ‘जेल जाने’ से नहीं डरते। ईडी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, मुख्यमंत्री के दो ओएसडी, एक कारोबारी समेत अन्य लोगों के यहां बुधवार को छापा मारा था। बघेल ने कहा, छत्तीसगढ़ को दबाने और बदनाम करने का प्रयास हो रहा है। चुनाव नजदीक आते ही एक बार फिर से ईडी को सक्रिय कर दिया गया है। बघेल ने कहा कि पहले कथित शराब घोटाले की बात की गई और यह दावा किया गया कि 3900 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है, जबकि कांग्रेस की सरकार में आबकारी राजस्व बढ़ गया। उन्होंने कहा, हमारी सरकार आने से पहले छत्तीसगढ़ को सालाना 3900 करोड़ रुपए का आबकारी राजस्व होता था, लेकिन अब 6500 करोड़ रुपए का राजस्व हो रहा है। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार को बदनाम करने के लिए कोयला घोटाले और धान घोटाले की बात की गई। बघेल ने कटाक्ष करते हुए कहा, ऐसा लगता है कि अब पाटन (मुख्यमंत्री का विधानसभा क्षेत्र) में भाजपा का प्रत्याशी चुनाव नहीं लड़ेगा, बल्कि ईडी एवं सीबीआई लड़ेंगे। उन्होंने आरोप लगाया, सरकार को बदनाम करना और बाधित करना इस कार्रवाई का एकमात्र राजनीतिक उद्देश्य है। ये लोग प्रजातांत्रिक ढंग से चुनाव नहीं लड़ना चाहते, इसलिए ईडी, आयकर और सीबीआई का इस्तेमाल करना चाहते हैं।
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार को किस तरह दबाया जाए, यही कोशिश हो रही है। ये सिलसिला जुलाई 2020 से शुरू हुआ, फिर ढाई साल तक चुप रहे, अचानक चुनाव नजदीक आते ही फिर से सरकार को दबाने का काम शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडी को आबकारी से संबंधित सारे कागजात सौंप दिया गया था, फिर भी 2168 करोड़ रुपए का घोटाला कहा जा रहा है। नकली होलोग्राम का प्रयोग करने का आरोप लगाया, लेकिन होलोग्राम तो रिटेलर लगाएगा। रिटेलर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। ईडी के द्वारा आरोप लगाया गया कि राज्य के राजस्व को नुकसान हुआ, जबकि उसमें फायदा हुआ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 500 करोड़ रुपए के कोल स्कैम का आरोप लगाया गया, कर्नाटक, भोपाल और नोएडा में एफआईआर हुई, चल-अचल संपत्ति सब मिलकर 150 करोड़ पहुंचा। उन्होंने कहा कि ये भी कोशिश की जा रही है कि धान में भी स्कैम हुआ। सारे राइस मिल में छापा मारा जा रहा है। हमने किसानों को नुकसान से बचाया उसमें भी परेशानी है।
ईडी के छापे के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि ये घरों में जाते हैं, मोबाइल जब्त करते हैं, संपत्ति और खाते सीज करते हैं। ईडी के अधिकारी लोगों को 5 से 6 दिन तक घर में बंधक बनाए रखते हैं, बैठे रहेंगे, सवाल इनके पास होते नहीं हैं। जब तक ऊपर से ऑर्डर नहीं आता खाली नहीं करते, फिर राजनीतिक सवाल पूछते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडी के अधिकारी कल मेरे राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के यहां पहुंच गए, ओएसडी के यहां पहुंच गए, उन्हें वहां कुछ नहीं मिला। केन्द्रीय एजेंसियों ने पहले आईटी ने छापा डाला, फिर ईडी घुसी और अब कोर्ट में अर्जी लगाते हैं कि इन्हीं केस में सीबीआई जांच हो। उद्देश्य ये है कि चलती हुई सरकार का काम रोका जाए, सिर्फ राजनीतिक उद्देश्य है। प्रजातांत्रिक ढंग से चुनाव नहीं लड़ना चाहते।
केंद्रीय गृह मंत्री के छत्तीसगढ़ दौरे के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे गृहमंत्री जाते हैं, सीधे बीजेपी ऑफिस जाते हैं। एक रात रुकते हैं और वापस चले जाते हैं। ईडी की पूछताछ के बारे में उन्होंने कहा कि सारी पूछताछ अमानवीय तरीके से 11 बजे के बाद होती है। डर दिखाते हैं, कि हम जो लिखकर लाए हैं, उस पर साइन करो नहीं तो जेल जाओ। छोटे से राज्य में 200 से ज्यादा छापे पड़े हैं। संजय मिश्रा को टास्क मिला है 15 सितंबर तक। अगर सत्ताधारी दल इस तरह की कार्रवाई करे तो कोर्ट की बड़ी जिम्मेदारी बनती है कि इस पर रोक लगाएं।
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छत्तीसगढ़ में भाजपा कहीं मैदान में नहीं
छत्तीसगढ़ की राजनीति पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजेपी कहीं नहीं है मैदान में, छत्तीसगढ़ में तो बिलकुल भी नहीं है। बीजेपी के नेताओं को मोदी जी की लोकप्रियता पर विश्वास नहीं रहा इसलिए योगी जी की बात कर रहे हैं। बीजेपी खुद चेहरे को लेकर कन्फ्यूज है, नाम मोदी जी का बता रहे हैं काम योगी जी का बता रहे हैं। मुख्यमंत्री ने छापों के संबंध में यह भी कहा कि ईडी की 200 रेड में से बीजेपी का एक भी बंदा नहीं है। ईडी वाले कैसे जानते हैं कि ये बीजेपी का आदमी है या नहीं।
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केजरीवाल पर कसा तंज
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया में कैसे बने रहना है, यह केजरीवाल बड़े अच्छे से जानते हैं। इंडिया गठबंधन लोकसभा चुनाव के लिए है, मुझे तो अभी तक नहीं बताया गया कि ये विधानसभा चुनाव के लिए है। छत्तीसगढ़ जाकर कई वादे करके चले आए हैं।
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कांग्रेस सरकार में 200 से अधिक छापे
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने के बाद छत्तीसगढ़ में केंद्रीय जांच एजेंसियों के 200 से अधिक छापे पड़ चुके हैं। उन्होंने यह दावा भी किया कि ईडी प्रमुख संजय कुमार मिश्रा को सेवा विस्तार इसीलिए दिया गया ताकि वह राजनीतिक विरोधियों में ‘आतंक’ फैलाएं। एक सवाल के जवाब में बघेल ने कहा, हम छत्तीसगढ़ के लोग हैं, मरने से नहीं डरते, जेल जाने से भी नहीं डरते। उन्होंने कहा कि इस समय पूरी कांग्रेस और पार्टी नेतृत्व उनके साथ है। बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता इस चुनाव में भाजपा को करारा जवाब देगी।
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वर्मा ने ईडी के छापे को बताया ‘डकैती’
इधर, छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय के छापों के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने इस कार्रवाई को ‘अपने घर में डकैती बताया। रायपुर में पत्रवार्ता के दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ ईडी की यह कार्रवाई पिछले साल एक पत्रिका में प्रकाशित ‘मनोहर कहानी’ (काल्पनिक कहानी) पर आधारित थी। संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वर्मा ने ईडी की छापेमारी को डकैती करार दिया और कहा, मैंने अपने घर में रखे गहनों के सभी बिल पेश किए, सिवाय एक सोने के आभूषण के, जो मेरी पत्नी को उपहार में मिला था। लेकिन फिर भी उन्होंने यह कहते हुए सभी गहनों को जब्त कर लिया कि उनकी खरीददारी में मैंने किस प्रकार से भुगतान किया है। वर्मा ने कहा, उन्होंने वह नकदी भी ले ली जो मेरे बेटे के विवाह पर लोगों ने उपहार स्वरूप दी थी। इसलिए मैं इसे डकैती कह रहा हूं।
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सरकार घोटाला करेगी तो ईडी आएगा ही : डॉ. रमन
कोरबा। पूर्व मुंख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि सरकार शराब, कोयला और चावल में भी गड़बड़ी व घोटाला करेगी तो ईडी तो आएगा ही। अगर भ्रष्टाचार नहीं करेंगे तो ईडी नहीं आएगी। पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि शैलजा जी नई-नई प्रदेश प्रभारी बनी हैं, उनको छत्तीसगढ़ के 15 सालों की जानकारी नहीं है। जो हालात भूपेश सरकार ने पांच सालों में प्रदेश का किया है। आज एक मामला उजागर हुआ है। सट्टा के मामले में ईडी ने वरिष्ठ सलाहकार के घर छापा मारा। पहली दफा बीजेपी घोषणा पत्र तैयार करने लोगों के बीच जा रही है। दावा किया जा रहा है कि लगभग 50 हजार से अधिक सुझाव मिल चुके हैं, के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी बात है। जनता के बीच जा रहे हैं और जनता से पूछ रहे हैं। जनता से सलाह लेकर ही आगे बढ़ेंगे। टिकट वितरण में नये चेहरे को तवज्जो देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि नए व पुराने सभी चेहरे शामिल रहेंगे। नए व पुराने दोनों का तालमेल रहेगा। बालदास के बीजेपी में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि बालदास सतनामी समाज के बड़े और वरिष्ठ नेता हैं। उनके व उनके परिवार का बीजेपी को सहयोग व आशीर्वाद देना गुरू परिवार का आशीर्वाद मिलना छत्तीसगढ़ और पूरे समाज के लिए एक शुभ संकेत है। चुनाव में किसी पार्टी से गठबंधन के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजेपी किसी से गठबंधन नहीं करेगी।
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