- इस प्रदेश की जीडीपी में पर्यटन कारोबार की हिस्सेदारी 4.3 फीसदी के करीब
(फोटो : हिमाचल)
शिमला। बीते दिनों हुई बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश का पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। केवल धर्मशाला में बारिश के कारण 6 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का अनुमान लगाया गया है, जो अभी और बढ़ सकता है क्योंकि कई विभागों से रिपोर्ट आनी बाकी है। हिमाचल प्रदेश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पर्यटन कारोबार की हिस्सेदारी 4.3 फीसदी के करीब है। राज्य में लाखों लोगों का रोजगार पर्यटन कारोबार से ही चलता है। बीते दिनों प्रदेश में हुई बारिश की वजह से पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कुल्लू, मनाली, मंडी और लाहौल स्पीति में हुई तबाही की तस्वीरें सामने आने के बाद अब पर्यटक पहाड़ों का दीदार करने से बच रहे हैं।
हिमाचल के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पर्यटकों से अपील की है कि हिमाचल प्रदेश अब पर्यटकों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि सरकार व्यवस्था को पटरी पर वापस लौटाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और पूरा मंत्रिमंडल प्रदेश में व्यवस्था दुरुस्त करने में लगा हुआ है। उन्होंने कहा कि लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार पर्यटकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। सिंह ने कहा कि इन दिनों हिमाचल प्रदेश का पर्यटन कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ है। अब पर्यटकों को हिमाचल आने के लिए डरने की जरूरत नहीं है। वे सुगमता के साथ अपनी यात्रा पूरी कर सकते हैं।
कारोबारियों की मांग
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में पर्यटन कारोबार प्रभावित होने के बाद कारोबारी लगातार सरकार से मांग कर रहे हैं कि सरकार समय-समय पर वेदर बुलेटिन जारी करें, ताकि पर्यटकों की आमद हिमाचल में बढ़ सके। कुल्लू-मनाली और कसोल में हालांकि, नुकसान ज्यादा हुआ है। ऐसे में यहां सरकार के सामने भी व्यवस्था पटरी पर लौट आने की बड़ी चुनौती है। साथ ही पर्यटक भी इन इलाकों का रुख करने से बच रहे हैं।
पर्यटन कारोबारियों का तर्क
पर्यटन कारोबारियों का तर्क है कि शिमला समेत अन्य पर्यटन स्थल पर्यटकों के लिए पूरी तरह सुरक्षित हैं। ऐसे में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए। गौरतलब है कि हिमाचल पर्यटन निगम के सभी होटलों में 15 सितंबर तक 50 फीसदी की छूट भी दी जा रही है। इस बीच, राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने शनिवार को कहा कि 24 जून को हिमाचल प्रदेश में दस्तक देने के बाद से मानसून ने अब तक 187 लोगों की जान ले ली है। हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक, अब तक 34 लोग लापता हैं और 215 लोग घायल हुए हैं। राज्य में 702 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं, इसके अलावा 7161 घर आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। बारिश और बाढ़ के कारण 241 दुकानें क्षतिग्रस्त हो गई हैं जबकि 2218 गौशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं।
भूस्खलन की 72 घटनाएं
प्राधिकरण ने कहा, “राज्य में अब तक 5620.22 करोड़ रुपये के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। राज्य में भूस्खलन की 72 घटनाओं के अलावा अचानक बाढ़ की 52 घटनाएं हुई हैं।” तीन राष्ट्रीय राजमार्गों समेत 650 से अधिक सड़कें बंद हैं। धर्मशाला से मैक्लोडगंज तक राष्ट्रीय राजमार्ग कई स्थानों पर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुका है।
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