मणिपुर हिंसा : संसद में काले कपड़ों में पहुंचा विपक्ष ने की नारेबाजी

लोकसभा-राज्यसभा में मणिपुर मुद्दे पर आज भी विपक्षी सदस्यों का हंगामा, दोनों सदन स्थगित

नई दिल्ली। मणिपुर में हुईं हिंसा को लेकर संसद में पीएम के बयान को लेकर विपक्षी सदस्य आज भी अड़े रहे। विपक्षी सदस्यों विरोध स्वरूप काले कपड़े पहनकर संसद की कार्रवाई में पहुंचे और पीएम बयान दो के नारे लगाने लगे। इसके विरोध में सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी काला कपड़ा काला काम नहीं सहेगा हिंदुस्तान का नारा लगाया। दोनों सदनों में हुए हंगामे के बाद दोनों सदनों को स्थगित कर दिया गया।

लोकसभा में गुरुवार को भी कार्यवाही पिछले दिनों की तरह मणिपुर मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के साथ शुरू हुई और कुछ ही मिनट बाद दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गयी। निचले सदन में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक और अन्य कुछ विपक्षी दलों के सदस्य मणिपुर के हालात पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सदन में बयान देने और फिर इस विषय पर चर्चा कराने की अपनी मांग पर अड़े रहे। इस दौरान विपक्ष के सदस्य आसन के समीप आकर नारेबाजी कर रहे थे और तख्तियां लहरा रहे थे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की, सदन की कार्यवाही चलने देने संबंधी अपील का आज भी उन पर कोई असर नहीं हुआ। विपक्ष के हंगामे को देखते हुए सदन को स्थगित कर दिया गया।

लोकसभा अध्यक्ष ने लगाई सदस्यों को फटकार

सदन में हंगामे को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सदस्यों से नारेबाजी बंद कर सदन चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस तरह से सदन नहीं चल पायेगा। उन्होंने विपक्षी सदस्यों से कहा, इस सदन की श्रेष्ठ और उच्च परंपराएं तथा मर्यादाएं रही हैं लेकिन आप जिस तरह का व्यवहार और आचरण कर रहे हैं, वह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है और आपको शोभा नहीं देता।अध्यक्ष ने कहा यह तरीका उचित नहीं है। पूरा देश यह देख रहा है।

इंडिया-इंडिया, मोदी-मोदी के लगे नारे

उधर, राज्यसभा में भी विपक्ष के सांसद तख्तियां लेकर पहुंचे और प्रधानमंत्री सदन में आओ, सदन में आके कुछ तो बोलो, प्रधानमंत्री चुप्पी तोड़ो… जैसे नारे लगाते देखे गए। यह देख एनडीए के सांसद मोदी…मोदी… के नारे लगाने लगे, तो विपक्ष ने इंडिया-इंडिया के नारे लगाए।

राज्यसभा में थोड़ी देर भी नहीं चली कार्रवाई

उधर गुरुवार को राज्यसभा की कार्यवाही भी एक बार के स्थगन के बाद अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी। 12 बजे उच्च सदन की बैठक शुरू होने पर सभापति जगदीप धनखड़ ने सदन के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को अपनी बात कहने का मौका दिया। इसी दौरान सदन में सत्तापक्ष के सदस्यों ने नारेबाजी शुरू कर दी।

सत्तापक्ष विपक्ष को बोलने से रोक रहा : खड़गे

हंगामे के बीच ही राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं देखा कि सत्तारूढ़ दल के सदस्य नेता प्रतिपक्ष को अपनी बात रखने से रोक रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि यह सरकार के इशारे पर हो रहा है। इसी दौरान विपक्षी सदस्यों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। सभापति ने दोनों पक्षों से शांत होने की अपील की और नहीं मानने पर कार्रवाई स्थगित कर दी।

लोकसभा में सरकार की मौजूदा स्थिति

विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। इस प्रस्ताव पर शीघ्र ही कार्रवाई होना है। लोकसभा में वर्तमान में 543 सीटें हैं। जिनमें से पांच खाली हैं। अभी लोकसभा में एनडीए के 335 सांसद हैं। विपक्षी गठबंधन के 140 से ज्यादा सांसद हैं। वहीं 60 से सांसद उन पार्टियों के हैं जो न तो एनडीए से जुड़े हैं न ही विपक्षी गठबंधन से।

मानसून सत्र में 31 बिल पेश होंगे, सत्र में 17 बैठकें होंगी

मानसून सत्र 11 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान 17 बैठकें होंगी। केंद्र सरकार मानसून सत्र में 31 बिल ला रही है। इनमें 21 नए बिल हैं, वहीं 10 बिल पहले संसद में किसी एक सदन में पेश हो चुके हैं। उन पर चर्चा होगी। सबसे ज्यादा चर्चित बिल दिल्ली में अफसरों के ट्रांसफर-पोस्टिंग से जुड़ा अध्यादेश है।

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