शरद पवार से लगातार दूसरे दिन मिले अजित पवार गुट के नेता,
- मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में मुलाकात
मुंबई। महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार और उनके गुट के एनसीपी विधायक लगातार दूसरे दिन पार्टी अध्यक्ष शरद पवार से मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में मिले हैं। शरद पवार पहले से ही वाईबी चव्हाण सेंटर में मौजूद थे। शरद पवार गुट के जितेंद्र आव्हाड, जयंत पाटिल और रोहित पवार भी उनसे मिलने वाईबी सेंटर पहुंचे। इस मुलाकात के बाद अजित पवार खेमे के नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा, “आज अजित पवार, सुनील तटकरे और मैंने वाईबी चव्हाण सेंटर में शरद पवार से मुलाकात की। हमने उनसे फिर से एनसीपी को एकजुट रखने का अनुरोध किया और उन्होंने हमारी बात सुनी लेकिन इस पर कुछ कहा नहीं। इससे पहले रविवार (16 जुलाई) को अजित पवार, छगन भुजबल, आदिति तटकरे, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, दिलीप वलसे पाटिल, सुनील तटकरे, संजय बनसोडे और प्रफुल पटेल शरद पवार से मिलने पहुंचे। उधर महा विकास अघाड़ी की बैठक चल रही थी। जैसे ही महाराष्ट्र एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल और जितेंद्र आव्हाड (शरद पवार गुट) को पता चला कि अजित पवार गुट पार्टी चीफ से मिलने पहुंचा है, ये लोग मीटिंग बीच में ही छोड़कर शरद पवार से मिलने YB चव्हाण सेंटर पहुंच गए।
–
पवार ने तोड़ी चुप्पी, कहा- भाजपा का समर्थन नहीं कर सकते
अजित पवार और उनके समर्थक 15 विधायकों ने सोमवार को मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने पवार से यह सुनिश्चित करने को कहा कि पार्टी एकजुट रहे। इस मुलाकात के कुछ घंटों बाद शरद पवार ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। एक बार फिर उन्होंने ‘भाजपा की विभाजनकारी राजनीति’ को लेकर विरोध जताया। शरद वाईबी चव्हाण केंद्र में एनसीपी की युवा शाखा के कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने साफ कर दिया कि वह भाजपा का समर्थन नहीं कर सकते और अपनी प्रगतिशील राजनीति जारी रखेंगे। 82 वर्षीय शरद पवार अपने भतीजे की बगावत से आहत बताए जाते हैं।
2 जुलाई को हुई थी बगावत
बीते 2 जुलाई को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली भाजपा-शिवसेना सरकार में अजित पवार और कई विधायक शामिल हो गए थे। मालूम हो कि अजित पवार की अपने चाचा के खिलाफ बगावत से एनसीपी टूट गई थी। बगावत करने वाले एनसीपी नेताओं ने सोमवार को शरद पवार से पार्टी को फिर से एकजुट करने पर विचार करने की अपील की। इस मुलाकात के बाद शरद पवार ने कहा कि वे अपना रास्ता पूरी तरह के क्लियर कर चुके हैं। उन्होंने कैडर से समानता, धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र के सिद्धांतों पर दृढ़ रहने की अपील की।
00


 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                