भारी बारिश से मची तबाही, उफान पर नदी-नाले, कई राज्यों में स्कूलों की छुट्टी

–दिल्ली में टूटा रिकॉर्ड, दो सैनिक बहे, शाह ने हालात का लिया जायजा

–पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश में पानी ही पानी


इंट्रो

उत्तर भारत में मानसून की फुहार से कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात है। दिल्ली पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश समेत कई राज्यों में भारी बारिश के कारण लोगों का जीना मुहाल हो गया है। दिल्ली, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। दिल्ली में 41 साल का रिकॉर्ड टूट गया। इस बीच, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हालात की जानकारी ली।

नई दिल्ली। दिल्ली, हिमाचल, पंजाब सहित देश के उत्तरी राज्यों में भारी बारिश हो रही है। दिल्ली में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे की अवधि में 153 मिलीमीटर (मिमी) बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में मूसलाधार बारिश और दिल्ली में मौसम की पहली भारी बारिश हुई है।

हिमाचल में भी भारी बारिश के कारण मकान से लेकर कई वाहन बह गए हैं। सड़कें तालाब बन चुकी हैं। बारिश से बिगड़े हालात को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने सभी स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में 10 और 11 जुलाई को अवकाश की घोषणा कर दी है। इधर, हरियाणा में भी पानी से कोहराम मचा हुआ है. प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. सरकार और जिला प्रशासन ने गुरुग्राम के सभी स्कूलों को कल बंद करने का आदेश जारी किया है।

आईएमडी के एक अधिकारी ने बताया कि नई दिल्ली के सफदरजंग वेधशाला में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 153 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 25 जुलाई 1982 को एक दिन में दर्ज की गई 169.9 मिमी बारिश के बाद से सर्वाधिक है। अधिकारी के मुताबिक, शहर में 10 जुलाई 2003 को 133.4 मिमी, 28 जुलाई 2009 को 126 मिमी और आठ जुलाई 1993 को 125.7 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। 21 जुलाई 1958 को यहां अब तक की सर्वाधिक 266.2 मिमी बारिश हुई थी। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में 1969 के बाद से जुलाई में आठ बार ‘बहुत भारी’ (15.6 मिमी से 204.4 मिमी के बीच) बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने दिल्ली में मध्यम बारिश होने का पूर्वानुमान करते हुए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। रिज, लोधी रोड और दिल्ली विश्वविद्यालय के मौसम केंद्रों पर क्रमशः 134.5 मिमी, 123.4 मिमी और 118 मिमी बारिश दर्ज की गई। इसके अनुसार, 15 मिमी से कम बारिश ‘हल्की’, 15 मिमी से 64.5 मिमी ‘मध्यम’, 64.5 मिमी से 115.5 मिमी ‘भारी’ और 115.6 मिमी से 204.4 मिमी ‘बहुत भारी’ बारिश की श्रेणी में आती है। वहीं, 204.4 मिमी से अधिक बारिश दर्ज होने पर इसे ‘अत्यधिक भारी’ बारिश की श्रेणी में रखा जाता है। दिल्ली में जुलाई में अभी तक 164 मिमी बारिश हुई है। पूरे महीने में शहर में औसतन 209.7 मिमी बारिश होती है। भारी बारिश के कारण शहर के कई पार्क, अंडरपास, बाजार और यहां तक कि अस्पताल परिसर में जलभराव हो गया और सड़कों पर भारी जाम लग गया। सोशल मीडिया मंचों पर सड़कों पर घुटनों तक भरे पानी के बीच से गुजरते लोगों की तस्वीरें और वीडियो वायरल हुए हैं, जिसने शहर की जल निकासी प्रणाली को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। तेज हवाओं और बारिश के कारण कई इलाकों में बिजली और इंटरनेट सेवाएं भी प्रभावित हुईं। सड़कों पर पानी भरने और वाहनों के उसमें फंसे होने की तस्वीरें सामने आने के बाद एक बार फिर दिल्ली में जल निकासी की व्यवस्था को लेकर लोगों ने नाराजगी जाहिर की। आईएमडी ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी रविवार को पूरे दिन रुक-रुककर भारी बारिश होने का पूर्वानुमान किया है। जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में सोमवार तक और पूर्वी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली तथा पंजाब में रविवार को भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं। आईएमडी के अनुसार, 11 जुलाई से क्षेत्र में भारी बारिश के आसार हैं।

बाढ़ में बहे दो सैनिकों के शव बरामद

जम्मू कश्मीर के पुंछ में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ में बहे दो सैनिकों के शव बरामद हुए। नायब सूबेदार कुलदीप सिंह का शव शनिवार रात को डोगरा नाले से निकाल लिया गया, जबकि लांस नायक तेलु राम का शव रविवार को बरामद हुआ। दोनों सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सेना ने कहा कि हादसे के वक्त जवान क्षेत्र में गश्त लगा रहे थे।

उत्तराखंड में आठ की मौत

उत्तराखंड में भारी बारिश के दौरान रविवार को भूस्खलन के कारण वाहन दुर्घटना और मकान गिरने की घटनाओं में आठ लोगों की मृत्यु हो गई तथा छह अन्य घायल हो गए। खराब मौसम के मद्देनजर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रशासन को चौकस रहने के निर्देश देते हुए लोगों को अनावश्यक आवागमन से बचने को कहा है। कई स्थानों पर भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गए हैं जिससे आम जन-जीवन के प्रभावित होने के साथ ही चारधाम यात्रा में भी रूकावट आ रही है।

इधर, लद्दाख में बेमौसम बर्फबारी, बारिश

लेह। लद्दाख में बेमौसम बर्फबारी और मूसलाधार बारिश के मद्देनजर मौसम विभाग ने क्षेत्र में रेड अलर्ट जारी किया है। लेह-करगिल-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर लामायुरु में भूस्खलन होने के कारण सामरिक रूप से महत्वपूर्ण इस सड़क पर यातायात बंद करना पड़ा है। अधिकारियों ने बताया कि लेह और करगिल जिलों में ऊंचाई पर स्थित दर्रा वाले इलाकों में पिछले दो दिन की मूसलाधार बारिश के बाद रात में बर्फबारी हुई है। उन्होंने बताया कि करगिल के रांगदम गांव में लगभग तीन इंच मोटी बर्फ पड़ी है जबकि पेंसी ला, जांस्कर और करगिल के आसपास पहाड़ी क्षेत्रों में भी बर्फ की चादर बिछी हुई है। करगिल-जांस्कर रोड पर एहतियात के तौर पर यातायात बंद कर दिया गया है।

आईएमडी का दावा

आठ दिन की बारिश ने कर दी भरपाई

इधर, मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई के शुरूआती आठ दिनों में देश के ज्यादातर हिस्सों में अच्छी-खासी बारिश हुई, जिसने देशभर में वर्षा में कमी की भरपाई कर दी है। मानसून के आगमन के बाद से अब तक 243.2 मिलीमीटर(मिमी) बारिश हुई है, जो सामान्य रूप से होने वाली वर्षा 239.1 मिमी से दो प्रतिशत अधिक है। देश में अलग-अलग जगहों पर बारिश की मात्रा में काफी अंतर है। आईएमडी के ताजा आंकड़ों के अनुसार, देश के पूर्वी और उत्तरी-पूर्वी हिस्सों में 17 प्रतिशत कम (सामान्य रूप से होने वाली 454 मिमी के मुकाबले 375.3 मिमी) वर्षा हुई है। उत्तर भारत में 59 प्रतिशत (सामान्य रूप से होने वाली 125.5 मिमी के मुकाबले 199.7 मिमी) ज्यादा वर्षा दर्ज की गई है। मध्य भारत में सामान्य रूप से होने वाली 255.1 मिमी के मुकाबले चार प्रतिशत ज्यादा 264.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

इन राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट

मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरण, त्रिपुरा, ओडिशा, गुजरात, गोवा और महाराष्ट्र।

छत्तीसगढ़ में साफ रहेगा मौसम

मौसम विभाग ने छत्तीसगढ़ समेत कुछ राज्यों में अगले 24 घंटे में मौसम साफ रहने का अनुमान जताया है। इसके अलावा केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में बारिश की संभावना नहीं जताई गई है।

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