शरद की दो टूक, मैं ही हूं एनसीपी का अध्यक्ष, अजित बोले-बैठक गैरकानूनी

—-दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक, आठ प्रस्ताव पारित

इंट्रो

एनसीपी में बगावत के बाद अब बयानबाजी और बैठकों का दौर जारी है। एक तरफ शरद पवार ने गुरुवार को दिल्ली में एनसीपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ली। उन्होंने कहा कि मैं ही एनसीपी का अध्यक्ष हूं। वहीं दूसरी तरफ उनके भतीजे और एनसीपी बागी गुट के नेता अजित पवार ने इस बैठक को ही गैरकानूनी करार दे दिया। इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शरद पवार से मुलाकात की।

नई दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता शरद पवार ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह ही पार्टी के अध्यक्ष हैं। यहां पार्टी की कार्यसमिति की बैठक के बाद शरद पवार ने कहा, राकांपा का अध्यक्ष मैं ही हूं।

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से हाथ मिलाने वाले प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और नौ अन्य को पार्टी से निष्कासित करने संबंधी फैसले को कार्यसमिति ने मंजूरी दी। पार्टी नेता पी. सी. चाको ने यहां मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि कि बैठक में आठ प्रस्ताव पारित किये गये। अजित पवार के बहुमत होने के दावे पर शरद पवार ने कहा, सच सामने आ जाएगा। चाको ने कहा कि संगठन शरद पवार के साथ है।

उन्होंने कहा, राकांपा कार्यसमिति ने राजग से हाथ मिलाने वाले प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे और नौ अन्य लोगों को निष्कासित करने संबंधी फैसले को मंजूरी दे दी है। शरद पवार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए थे। हम किसी के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के दावे को गंभीरता से नहीं लेते। उन्होंने कहा, हमारा संगठन अभी भी एकजुट है। चाको ने कहा कि राकांपा हर तीन साल पर चुनाव कराती है और लोग नियमित रूप से निर्वाचित होते हैं। कार्यसमिति द्वारा पारित प्रस्तावों में भाजपा सरकार के ‘अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कार्यों’ के खिलाफ रुख अपनाना भी शामिल है। इसने केंद्र सरकार की नीतियों की भी निंदा की और आरोप लगाया कि महंगाई, बेरोजगारी और महिलाओं की दुर्दशा बढ़ रही है। अजित पवार और उनके आठ सहयोगी दो जुलाई को एकनाथ शिंदे सरकार में शामिल हुए थे। अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया, वहीं अन्य को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।

82 हो या 92, पार्टी को फिर खड़ा करूंगा

शरद पवार से रिटायरमेंट को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 82 हो या 92, उम्र से कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं पार्टी को फिर से खड़ा करूंगा। अगर कोई (अजित पवार) मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो हमें कोई दिक्कत नहीं है। मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं।

नाम और चुनाव चिह्न पर ईसी

बैठक के बाद एनसीपी नेता पीसी चाको ने बताया कि एनसीपी कार्यकारिणी की बैठक में नेताओं ने शरद पवार पर भरोसा जताया है। बैठक में 8 प्रस्ताव पास हुए हैं। सरकार में शामिल होने वाले 9 विधायकों को पार्टी से निकाल दिया गया है। पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न के मुद्दे पर एनसीपी चुनाव आयोग से संपर्क करेगी।

अजित का एनसीपी पर दावा

अजित पवार की ओर से बयान में कहा गया है, विभिन्न खबरों से पता चला है कि शरद पवार ने नई दिल्ली में राकांपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक बुलाई है। इसमें कहा गया, राकांपा के निर्वाचित प्रतिनिधियों के बहुमत के साथ-साथ विभिन्न संगठनात्मक पदों पर काम करने वाले सदस्यों के भारी समर्थन से अजित पवार को 30 जून, 2023 को राकांपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। अजित पवार ने निर्वाचन आयोग के समक्ष एक याचिका भी दायर की है जिसमें कहा गया है कि वह मूल राकांपा का प्रतिनिधित्व करते हैं और इसलिए पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह उन्हें दिया जाए।

राहुल ने मुलाकात कर एकजुटता प्रकट की

इधर, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से जुड़े संकट के बीच गुरुवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। पवार के आवास पर इस मुलाकात के दौरान राहुल गांधी ने उनके साथ एकजुटता प्रकट की। शरद पवार गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि सब कुछ हमारे पास है। कुछ लोगों के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ता।

000

प्रातिक्रिया दे