19 साल बाद बन रहा दुर्लभ संयोग, 59 दिन सावन, मिलेगा 8 सोमवारी व्रत का मौका


नई दिल्ली/रायपुर। सावन की शुरुआत मंगलवार हो रही है। इस बार सावन पूरे 59 दिनों का होगा। इसका बड़ा कारण सावन के महीने में अधिकमास का योग है। वैसे तो हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक 3 साल में अधिक मास आता है, लेकिन सावन में ऐसा संयोग पूरे 19 साल बाद बन रहा है। अधिकमास 18 जुलाई से शुरू होकर 16 अगस्त तक रहेगा। आइए जानते हैं इस बार सावन का महीना क्यों है इतना खास।

बता दें कि आज से पूरे 19 साल पहले साल 2004 में सावन माह में अधिकमास लगा था। अधिक मास लगने के कारण इस बार भक्तों को महादेव की पूजा के लिए पूरे 8 सोमवार मिलेंगे। इसके अलावा सुहागिन महिलाओं को पूरे 9 मंगला गौरी व्रत रखने को मिलेगा। कुल मिलाकर कहें तो इस बार भगवान शिव की असीम कृपा शिव भक्तों पर पूरे महीने बरसने वाली है।

अधिकमास को इसलिए कहते हैं मलमास

अधिकमास को ही कई लोग मलमास या पुरुषोत्तम मास भी कहते हैं। चुकी अधिकमास में सूर्य संक्रांति नहीं होती इसी कारण से इस महीने को मलीन माह यानी मलमास कहा जाता है। मलमास के पूरे महीने में विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश या उपनयन संस्कार जैसे कोई भी शुभ कार्य नहीं होते हैं।

अब की बार आठ सावन सोमवार

पं. प्रकाश उपाध्याय के अनुसार श्रावण मास का पहला सोमवार 10 जुलाई, दूसरा 17 जुलाई, तीसरा 24 जुलाई और चौथा 31 जुलाई को होगा। इसी तरह से 7 अगस्त को पांचवां, 14 को छठा, 21 को सातवां और 28 अगस्त को आठवां सोमवारी व्रत होगा। पं. प्रकाश उपाध्याय कहते हैं कई लोग इसी श्रावण मास की सोमवारी से सोलह सोमवारी व्रत की भी शुरुआत करते हैं।

अमरनाथ यात्रा, चौथा जत्था रवाना

20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन

जम्मू। दक्षिण कश्मीर के हिमालयी क्षेत्र में स्थित अमरनाथ मंदिर के लिए 4,758 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था सोमवार को यहां आधार शिविर से रवाना हुआ। अधिकारियों ने बताया कि सोमवार तक 20 हजार से अधिक श्रद्धालु 3,880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित अमरनाथ गुफा मंदिर के दर्शन कर चुके थे। अधिकारियों ने बताया कि तड़के तीन बजकर 40 मिनट और चार बजकर 10 मिनट पर दो काफिलों में चौथा जत्था रवाना हुआ। उनके साथ आठ सुरक्षा वाहन और एक एंबुलेंस मौजूद है। उन्होंने बताया कि 3,030 तीर्थयात्री यात्रा के लिए 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और 1,728 तीर्थयात्री 14 किलोमीटर लंबे छोटे लेकिन कठिन बालटाल मार्ग की ओर आगे बढ़े। पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने रविवार को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ रामबन जिले का दौरा किया और बनिहाल में पारगमन शिविर तथा मंदिर के रास्ते में सुरक्षा का जायजा लिया।

दर्शन से 23 तीर्थों का पुण्य

बाबा अमरनाथ के दर्शन करना अपने आप में एक अनूठा अनुभव है क्योंकि इतनी ऊंचाई पर बर्फ के रास्ते पार करते हुए पहुंच पाना आसान नहीं है। ऐसा भी कहते हैं कि बाबा बर्फानी के दर्शन करने से 23 तीर्थों के पुण्य का लाभ एक साथ मिल जाता है। बाबा अमरनाथ के बारे में कहा जाता है कि यहां भगवान शिव स्वयं स्थित हैं। काशी स्थित शिवलिंग के दर्शन से 10 गुना, प्रयागराज से 100 गुना और नैमिषारण्य से हजार गुना पुण्य यहां आकर मिलता है।

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