-एक सप्ताह के भीतर तीन बिंदुओं पर मांगी स्टेटस रिपोर्ट
- 10 जुलाई को होगी इस मामले में अगली सुनवाई
 
नई दिल्ली। मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर कुकी समुदाय की ओर से दायर याचिका पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कुकी समुदाय ने अपनी याचिका में आर्मी प्रोटेक्शन की मांग की है। कोर्ट ने मणिपुर सरकार से राज्य में जातीय हिंसा को रोकने के लिए उठाए गए कदमों को लेकर एक हफ्ते के अंदर स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। सुप्रीम कोर्ट ने तीन बिंदुओं पर राज्य सरकार से जवाब मांगे हैं। कोर्ट ने हिंसा के दौरान बेघर हुए लोगों के पुनर्वास के प्लान और सुरक्षाबलों की तैनाती के साथ राज्य की कानून व्यवस्था पर जानकारी मांगी है। सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई की तारीख 10 जुलाई तय की है। इधर, सोमवार को ही कुकी समुदाय की ओर से आर्मी प्रोटेक्शन की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। वहीं सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कहा राज्य में धीरे-धीरे हालात सुधर रहे हैं। सरकारी की तरफ से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता पेश हुए थे।
बता दें कि कि एक दिन पहले ही दो कुकी समुदायों ने नेशनल हाइवे-2 को खोल दिया है। पिछले दो महीने से यह हाइवे ब्लॉक था। जिसकी वजह से राज्य में जरूरी सामानों की सप्लाई बाधित थी। कुकी समुदाय के दोनों ही संगठनों ने कहा था। कि उन्होंने गृह मंत्री के वादे पर भरोसा किया है कि राज्य में शांति व्यवस्था बहाल की जाएगी।
100 मरे, 50 हजार बेघर
राज्य में हिंसाओं में अब तक 100 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और करीब 50 हजार लोग बेघर हो गए हैं। राहत शिविरों में हजारों लोग रह रहे हैं। रविवार सुबह हुई हिंसा में भी चार लोगों की मौत हो गई। राज्य में सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। यह हिंसा 3 मई को शुरू हुई थी। इस हिसाब से हिंसा को दो महीने पूरे हो गए हैं।
ऐसे भड़की हिंसा
मणिपुर में तीन मई को कुकी समुदाय की ओर से निकाले गए ‘आदिवासी एकता मार्च’ के दौरान हिंसा भड़की थी। इस दौरान कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। ये रैली मैतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के खिलाफ निकाली गई थी। मैतेई समुदाय लंबे समय से अनुसूचित जनजाति यानी एसटी का दर्जा मांग रहा है। इसके विरोध में यह एकता मार्च निकाला गया था। मणिपुर में मैतेई समुदाय की आबादी 53 फीसदी से ज्यादा है। ये गैर-जनजाति समुदाय है, जिनमें ज्यादातर हिंदू हैं. वहीं, कुकी और नगा की आबादी 40 फीसदी के आसपास है।
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