- बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री की हम और भाजपा बने फिर साथी
(फोटो : मांझी)
पटना। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। इस दौरान हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन भी मौजूद थे। शाह के आवास पर हुई इस मुलाकात के दौरान केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय भी उपस्थित थे। अमित शाह से मुलाकात के बाद हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने एनडीए के साथ जाने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव भाजपा के साथ मिलकर लड़ेंगे। बिहार में भी भाजपा के साथ रहेंगे।
बाद में होगी टिकट बंटवारे पर चर्चा
संतोष सुमन ने कहा कि सैद्धांतिक रूप से हम आज से एनडीए के साथ हैं। बाद में गठबंधन सहयोगी के रूप में सीट बंटवारे और अन्य मामलों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेंगे। भविष्य की योजनाओं और बिहार में हम पार्टी द्वारा भाजपा से सीटों की मांग के बारे में पूछे जाने पर संतोष सुमन ने कहा कि इस तरह के सभी मामलों पर बाद में चर्चा की जाएगी। उन्होंने कहा कि अभी हमने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए में शामिल होने का फैसला किया है। बता दें कि हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी ने दावा किया था कि पार्टी अगले लोकसभा चुनावों में कम से कम पांच सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छुक है और लगभग 15 सीटों ऐसी हैं, जहां पार्टी उम्मीदवारों को खड़ा करने की क्षमता रखती है।
आरएलजेडी ने भी मिलाया है भाजपा से हाथ
बता दें कि हम पिछले कुछ महीनों में बिहार में एनडीए के करीब आने वाली दूसरी पार्टी है। इससे पहले राष्ट्रीय लोक जनता दल (आरएलजेडी) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा साल की शुरुआत में महागठबंधन से बाहर निकलने के बाद भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के साथ तालमेल बिठा रहे हैं। उन्होंने अप्रैल में केंद्रीय गृह मंत्री अमित से मुलाकात भी की थी।
13 को दिया था नीतीश सरकार से इस्तीफा
गौरतलब है कि 13 जून को जीतन राम मांझी नके बेटे संतोष सुमन ने नीतीश कुमार की सरकार से इस्तीफा दे दिया था। संतोष सुमन सरकार में एससी-एसटी कल्याण मंत्री थे। इस्तीफे के बाद संतोष सुमन ने कहा कि सत्तारूढ़ दल जदयू की तरफ से उनकी पार्टी हम के विलय का लगातार दबाव दिया जा रहा था। अब यह असहनीय हो गया था, इसलिए इस्तीफा देकर अलग होना ही विकल्प बचा था। बता दें कि बिहार विधानसभा में हम के जीतन राम मांझी सहित चार विधायक हैं, जबकि बिहार विधान परिषद के सदस्य सुमन ने एक सप्ताह पहले राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। मांझी ने आरोप लगाया था कि नीतीश कुमार उनकी पार्टी का जेडीयू में विलय करने का दबाव डाल रहे थे। वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू की करारी हार के बाद नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए चुने गए जीतन राम मांझी ने 2015 में जब नीतीश कुमार को कुर्सी सौंपने की बात आई थी तो बगावत कर दी थी और बीजेपी से हाथ मिला लिया था।
000


 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                 
                                                    
                                                                                                