—भीषण गर्मी से जूझ रहे राज्यों को जल्द मिलेगी राहत
—24 जून से ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मप्र में बारिश का अनुमान
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इंट्रो
भीषण गर्मी से जूझ रहे राज्यों के लिए राहत भरी खबर है। मौसम विभाग के अनुसार, बिपरजॉय की वजह से रुके हुए मानसून ने रफ्तार पकड़ी ली है। मानसून के सक्रिय होने से पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश हुई। मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट की मानें तो बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और ओडिशा के तटीय भागों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश समेत आसपास के राज्यों में मानसून आने के पहले की हलचल शुरू हो गई है।
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नई दिल्ली। जून की भीषण गर्मी के बीच लोगों को मॉनसून की बारिश का इंतजार है। देश के कई राज्यों में मॉनसून की बारिश हो रही है तो वहीं, उत्तर भारत के राज्यों में मॉनसून की दस्तक का इंतजार है। हालांकि, कुछ राज्यों में बिना मॉनसून के ही भारी बारिश देखने को मिल रही है। चक्रवात बिपरजॉय के असर से देश के कई राज्यों में मौसम बदला है। चक्रवात के चलते राजस्थान, गुजरात में भारी बारिश से जन-जीवन प्रभावित हुआ है। वहीं, देश की राजधानी नई दिल्ली में भी बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं। मध्य प्रदेश में भी बिपरजॉय के असर से बारिश देखने को मिली है।
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट की मानें तो बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी और ओडिशा के तटीय भागों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसी के चलते 23 जून को इन इलाकों में चक्रवाती हवाओं का एक क्षेत्र बन सकता है। वहीं, 24 जून को कम दबाव के क्षेत्र के लिए परिस्थितियां अनुकूल रह सकती हैं। कम दबाव का ये क्षेत्र देश के मध्य भागों, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश को जल्द कवर कर सकता है। वहीं, महीने के आखिरी में ये मौसम प्रणाली राजस्थान और गुजरात पहुंच जाएगी। इस कारण धीमी गति से आगे बढ़ रहा मॉनसून रफ्तार पकड़ सकता है और समय सीमा करो पूरा करते हुए मध्य और पश्चिमी भागों को कवर करेगा।
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धीमी रही है मॉनसून की रफ्तार
स्काईमेट की मानें तो इस बार मॉनसून की गति और तीव्रता धीमी रही है। आमतौर पर मॉनसून को अबतक ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, बिहार और झारखंड के कई हिस्सों को कवर कर लेना चाहिए था। वही्ं, 20 जून तक इसे उत्तर प्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड पहुंचना चाहिए था। हालांकि, ऐसा अभी हुआ नहीं है।
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कब आगे बढ़ेगा मॉनसून
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट की मानें तो 26 और 27 जून के आसपास मुंबई सहित कोंकण के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून के आगे बढ़ने की संभावना है। कोंकण और दक्षिण तटीय गुजरात में उस दौरान भारी बारिश होने की संभावना है। बता दें, ओडिशा, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और तेलंगाना राज्यों में अब तक 80% से 90% तक बारिश की कमी है।
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छत्तीसगढ़ में गिरा तापमान
मौसम विशेषज्ञ कांची भोथला के अनुसार छत्तीसगढ़ के तापमान में गिरावट आई है। उन्होंने बताया कि बुधवार को प्रदेश के कई इलाकों में 35 किमी से अधिक रफ्तार से हवाएं चलीं। 22 जून से प्रदेश में बारिश की गतिविधियां बढ़ेगी। ऐसे में जल्द ही प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत मिल सकती है।
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अभी कहां पहुंचा मानसून
केरल के बाद कर्नाटक, तमिलनाडु, गोवा और महाराष्ट्र के हिस्सों में मानसून पहुंच चुका है। अगले 2-3 दिनों में झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और यूपी के कुछ हिस्सों में मानसून दस्तक दे सकता है। दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में 28 जून से 30 जून के बीच मानसून की दस्तक संभव है।
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