भोपाल। मध्य प्रदेश में चुनाव नजदीक आते ही नेताओं ने दल बदलना शुरू कर दिया है। बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के नेता बैजनाथ सिंह यादव कांग्रेस में शामिल हो गए। भोपाल में एक कार्यक्रम में एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने उन्हें शपथ दिलाई। बता दें कि मंगलवार को बैजनाथ यादव ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था। अब एक दिन बाद ही उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया। बता दें कि बैजनाथ यादव सिंधिया समर्थक नेता माने जाते हैं। बुधवार को भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कांग्रेस की दोबारा सदस्यता ग्रहण की है। कांग्रेस में शामिल होने से पहले बैजनाथ यादव भारतीय जनता पार्टी की कार्यसमिति के सदस्य थे। मंगलवार को उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। शिवपुरी के प्रभावी नेता माने जाने वाले यादव केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक माने जाते है। बता दें कि 2020 में उन्होंने सिंधिया के समर्थन में ही बीजेपी का दामन थामा था। अब भाजपा से इस्तीफा देने के बाद फिर से कांग्रेस पार्टी में आ गए हैं।
सिंधिया से नहीं थे संतुष्ट
सवा तीन साल पहले सिंधिया के समर्थन में आकर कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए बैजनाथ यादवा घर वापसी कर रहे हैं। यादव की घर वापसी का कारण बताया जा रहा है कि वो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से संतुष्ट नहीं चल रहे हैं। बीते कई दिनों से उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। इन अटकलों के बीच उन्हें पार्टी की तरफ से कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया था। नोटिस मिलने के बाद उन्होंने भाजपा से इस्तीफा दे दिया था और कमलनाथ की उपस्थिति में कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
साल के आखिर में हैं चुनाव
मध्य प्रदेश में साल के अंत यानी कि नवंबर या दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बैजनाथ यादवा का भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होना भाजपा के लिए चिंता का विषय हो सकता है। शिवपुरी में अपना प्रभाव रखने वाले बैजनाथ यादव के कांग्रेस में आ जाने से पार्टी को फायदा मिल सकता है। बता दें कि 2018 में चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस की सरकार बनी थी लेकिन 2020 में सिंधिया ने कांग्रेस का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था जिसके बाद कमलनाथ की सरकार गिर गई थी और शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर से मुख्यमंत्री बन गए थे।
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