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भाजपा विधायक केबी देवा के आवास पर आईईडी से हमला, विस्फोट में उड़ा गेट
इंफाल। जातीय हिंसा प्रभावित मणिपुर एक बार हिंसा की चपेट में आ गया है। आज यानी शुक्रवार को कुकी बहुल गांव में भड़की हिंसा के चलते तीन लोगों की मौत हो गई और पांच लोग घायल हो गए। पुलिस ने अनुसार दो लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि एक कुछ घंटों में मौत हो गई। वहीं बीते गुरूवार को भाजपा विधायक सोराईसाम केबी के घर आईईडी ब्लास्ट की खबर भी सामने आई थी, जानकारी के अनुसार दो लोगों ने बाइक पर आकर घटना को अंजाम दिया था। इस घटना के चलते बीजेपी नेता के घर का गेट क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
चुराचांदपुर जिले में कुकी समूहों के समूह इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम के एक नेता ने कहा कि हमलावर जैतून के हरे रंग के कपड़े पहने हुए थे। पुलिस के अनुसार जिस गांव में घटना वो पूरी तरह से कुकी बाहुल्य है। यह गांव कांगपोक्पी और इंफाल पश्चिम जिलों की सीमा से जुड़ा हुआ है। वहीं घाटी के पांच जिलों में कर्फ्यू में 12 घंटे की ढील का एलान किया गया है। वहीं, पास के पहाड़ी जिलों में 8 से 10 घंटे की ढील है। फिलहाल पुलिस ने सीटीटीवी फुटेज अपने कब्जे में ले ली और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। पुलिस की मानें वह जल्ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे।
विधायक मौजूद थे घर पर
मणिपुर पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 8 जून को इंफाल पश्चिम के निंगथेमचा करोंग में नौरिया पखंग लक्पा सीट से भाजपा विधायक सोराईसाम केबी देवा के आवास पर बाइक से आए बदमाशों ने आईईडी से बम फेंक दिया जिससे बड़ी जोर का धमाका हुआ। जिस समय यह विस्फोट हुआ, उस वक्त भाजपा विधायक केबी देवी अपने आवास पर मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक, इस पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है।
हथियारों का जखीरा बरामद
मणिपुर सरकार के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में पोरोमपाट थानाअंतर्गत क्षेत्र से 27 हथियार, 245 गोलियां और 41 बम बरामद हुए हैं। वहीं, विष्णुपुर जिले से एक हथियार और दो बम मिले। सुरक्षा सलाहकार ने बताया, अब तक 896 हथियार, 11,763 गोलियां और विभिन्न प्रकार के 200 बम बरामद किए गए हैं।
विधायक ने कहा- बम के बिना मुद्दे को सुलझाएं
विधायक सोराईसाम केबी ने मीडिया से कहा, यह बेहद अपमानजनक और परेशान करने वाला है कि राज्य में व्याप्त अशांति के बीच मेरे घर पर इस तरह का विस्फोट हुआ। उन्होंने इस घटना के पीछे के लोगों से अपील की कि वे भविष्य में कहीं भी इस तरह की गतिविधियों को न दोहराएं। विधायक ने आगे कहा, हम सभी इंसान हैं और दोनों समुदायों के बीच जो भी मनमुटाव है उसे बम के बिना सुलझाया जा सकता है।
28 मई को कांग्रेस विधायक के घर लगाई गई थी आग
मणिपुर में पिछले 10 दिनों में विधायक के घर पर यह दूसरा हमला है। इससे पहले 28 मई को कांग्रेस विधायक रंजीत सिंह के सेरो गांव स्थित घर पर हमला हुआ था। कुछ लोग सेरो गांव में आए और उन्होंने विधायक रंजीत के घर में तोड़फोड़ शुरू कर दी।
विधायक और उनका परिवार बाल-बाल बच गया। हिंसक भीड़ ने कई घरों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान करीब 100 घरों में आग लगाई गई थी।
उग्रवादियों ने किया गांव पर हमला
सैन्य सूत्रों के मुताबिक, इंफाल वेस्ट जिले और कांगपोक्पी जिले की सीमा पर बसे खोकेन गांव में उग्रवादियों ने हमला किया है। उग्रवादियों ने सेना की टीम होने का भ्रम पैदा करने के लिए वैसे ही कपड़े पहने थे और वे सैन्य वाहनों से मिलते-जुलते ही वाहनों में सवार होकर ही गांव में पहुंचे थे। शुक्रवार को दिन निकलते ही उग्रवादी खोकेन गांव में पहुंच गए और ऑटोमैटिक राइफलों से ग्रामीणों पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी।
समझौता नहीं मान रहे उग्रवादी
इंडीजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम ने कहा कि यह हमला उग्रवादियों की तरफ से समझौते को नहीं मानने का एक और उदाहरण है. उन्होंने दोषियों के खिलाफ कड़े एक्शन की मांग की है। आईटीएलएफ ने दावा किया कि उग्रवादियों ने एक महिला दोमखोहोई को तब गोली मारी, जब वह चर्च के अंदर सुबह की प्रार्थना कर रही थी। गांव में हालात काबू करने के लिए सेना और पैरामिलिट्री के अतिरिक्त कॉलम तैनात किए गए हैं।
जीवित बम पानी में डालते ही फटा
विधायक के घरेलू स्टाफ के मुताबिक, विस्फोट के बाद वहां हमें एक पैकेट मिला, जो जले हुए फ्यूज जैसा लग रहा था। हमने उसे पानी में डुबो दिया। उससे गन पाउडर की बदबू आ रही थी। हमने सोचा कि पानी में भीगने पर यह डिफ्यूज हो जाएगा, लेकिन इसके एक मिनट बाद ही उसमें विस्फोट हो गया। यह विस्फोट पटाखों जैसा था। बम के अंदर कील या लोहे के टुकड़े जैसी नुकीली चीजें नहीं थी। हमें लग रहा है कि बम को महज डराने के लिए ही फेंका गया था।
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