बुद्ध पूर्णिमा पर दलाई लामा ने दिया सार्थक जीवन जीने का संदेश

धर्मशाला (हिमाचल प्रदेश)। तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने शुक्रवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर लोगों को बधाई दी और उनसे सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने तथा दूसरों के कल्याण के लिए समर्पित सार्थक जीवन जीने की अपील की। दलाई लामा ने कहा कि सौहार्दपूर्ण व्यवहार तथा दूसरों के कल्याण के लिए समर्पित जीवन दुनिया में शांति और सद्भाव की कुंजी है। उन्होंने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा कि भगवान बुद्ध की प्रमुख शिक्षाएं अंतरिक्ष की तरह अनंत संवेदनशील प्राणियों के लाभ के लिए मन को अनुशासित करने के निर्देश हैं। उनकी शिक्षाओं के केंद्र में करुणा और ज्ञान का संयुक्त समावेश है। दलाई लामा ने कहा, ‘‘भगवान बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण के इस शुभ स्मरण पर, मुझे दुनिया भर के साथी बौद्ध अनुयाइयों को बधाई देते हुए प्रसन्नता हो रही है। ” शिमला के दोरजे ड्रैक मठ में और हिमाचल प्रदेश के अन्य हिस्सों में बुद्ध पूर्णिमा मनाई गई। कलाकारों ने मठ में आयोजित समारोह के दौरान तिब्बती नृत्य की प्रस्तुति भी दी। इस समारोह में बौद्ध भिक्षु और विभिन्न क्षेत्रों के लोग भी शामिल हुए।

दूसरों के कल्याण की करें चिंता

दलाई लामा ने अपने संदेश में कहा, ‘‘ जितना अधिक हम दूसरों के कल्याण की चिंता करेंगे, उतना ही हम दूसरों को अपने से अधिक प्रिय मानेंगे। हम एक-दूसरे पर अपनी निर्भरता को पहचानेंगे और याद रखेंगे कि आज दुनिया के सभी आठ अरब लोग खुश रहने और दुख से बचने की चाह में एक समान हैं। ” उन्होंने कहा, ‘‘ इसलिए इस विशेष अवसर पर मैं अपने आध्यात्मिक भाइयों और बहनों से आग्रह करता हूं कि वे सौहार्दपूर्वक रहें, सार्थक जीवन व्यतीत करें और दूसरों के कल्याण के लिए समर्पित रहें। सौहार्द का भाव दुनिया में शांति और सद्भाव की कुंजी है।

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