नाचने लगे श्रद्धालु, बदरीनाथ के कपाट खुले

-उत्तराखंड चार धाम यात्रा 2023

  • 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया मंदिर को

देहरादून। बदरीनाथ धाम के कपाट गुरुवार को दर्शनार्थ खोल दिए गए हैं। वैदिक मंत्रोच्चार और परंपरा के साथ कपाट खुलते ही श्रद्धालु नाचने लगे। गुजरात, दिल्ली-एनसीआर, एमपी सहित देश-विदेश से भारी संख्या में तीर्थ यात्री मौजूद रहे थे। कपाट खुलने के अवसर पर तीर्थयात्रियों पर हेलीकॉप्टर से की पुष्प वर्षा भी की गई।

सुबह चार बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। कुबेर जी, श्री उद्वव जी एवं गाडू घडा दक्षिण द्वार से मंदिर में परिसर में लाया गया। इसके बाद मंदिर के मुख्य पुजारी रावल समेत धर्माधिकारी, हकहकूधारी एवं श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा प्रशासन एवं हजारों श्रद्वालुओं की मौजूदगी में विधि विधान के साथ, सुबह 7:10 बजे शुभ मुहूर्त पर ब्रहम बेला में पूरे वैदिक मंत्रोचारण एवं विधि विधान के साथ कपाट खोले गए। कपाटोद्घाटन के अवसर पर बद्रीनाथ मंदिर को 20 क्विंटल फूलों से सजाया गया।

पारंपरिक संगीत व नृत्य

हल्की बर्फबारी व बारिश के बीच सेना की टुकडी ने बैण्ड की मधुर धुन तथा स्थानीय महिलाओं के पारम्परिक संगीत व नृत्य के साथ भगवान बद्रीनाथ की स्तुति ने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कपाट खुलने के एक दिन पूर्व से ही बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी। पहले दिन ही हजारों श्रद्धालुओं ने बद्रीनाथ में अखण्ड ज्योति एवं भगवान श्री बद्रीनाथ के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ एवं बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का आगाज हो गया है।

जुटने लगी श्रद्धालुओं की भीड

बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के साथ ही भू-बैकुण्ठ धाम के आसपास तप्तकुण्ड, नारद कुण्ड, शेष नेत्र झील, नीलकण्ठ शिखर, उर्वशी मन्दिर, ब्रह्म कपाल, माता मूर्ति मन्दिर तथा देश के प्रथम गांव माणा, भीमपुल, वसुधारा जल प्रपात एवं अन्य ऐतिहासिक व दार्शनिक स्थलों पर भी श्रद्वालुओं एवं पर्यटकों की भीड जुटने लगी है।

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