–मारपीट के विरोध में चक्काजाम, बगीचा थाने में भीड़, मौके पर पहुंचे एसपी
–भाजपा नेता एफआईआर पर अड़े
–संत गहिरा गुरु के बेटे व संसदीय सचिव चिंतामणि के भाई हैं जिला पंचायत सदस्य गेंद बिहारी
जमीन संबंधी मामले की जांच करने गए एसडीओपी व अन्य पुलिसकर्मियों ने वहां पूछताछ करने पहुंचे जिला पंचायत सदस्य गेंद बिहारी से मारपीट की और गाड़ी में डालकर थाने ले गए। इस घटना से पूरे क्षेत्र में असंतोष फैल गया और भीड़ थाने पहुंच गई। मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर दिया और कार्रवाई की मांग की। माैके पर पहुंचे एसपी ने एसडीओपी को तत्काल प्रभाव से अटैच करते हुए दो आरक्षकों को निलंबित कर दिया।
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जशपुरनगर। दो पक्षों में जमीन विवाद की शिकायत पर बगीचा के एसडीओपी शेर बहादुर सिंह आज जांच के लिए पहुंचे थे। इसी समय वहां जिला पंचायत सदस्य और क्षेत्र के प्रख्यात संत रहे गहिरा गुरु के छोटे पुत्र गेंद बिहारी पहुंचे।उन्होंने घटना के संबंध में जानकारी लेनी चाहिए, इतने में एसडीओपी तैश में आ गए और सीधे गेंद बिहारी का कालर पकड़ कर पिटाई करते हुए गनमैन को सौंप दिया। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उनसे मारपीट की और गाड़ी में डालकर बगीचा थाना ले गए। घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण बगीचा थाना पहुंच गए। इस बीच अंबिकापुर मार्ग पर चक्का जाम कर दिया गया। वाहनों की लंबी कतार लग गई। विरोध प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस बल बुलवाया गया है।।दोनों पक्षों के बीच बातचीत का प्रयास चल रहा है। 5 घंटे चक्का जाम के बाद भी स्थिति सामान्य नहीं हुई है गेंद बिहारी के समर्थक एफआईआर की मांग कर रहे हैं।
भाजपा नेताओं ने कहा – जवाब देंगे
घटना को लेकर भाजपा के नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री कृष्ण कुमार राय ने घटना को पुलिस ज्यादती की शर्मनाक करतूत बताया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध संत गहिरा गुरु के छोटे बेटे के साथ पुलिस ने ऐसा सलूक किया है। यह दुखद घटना है। अधिकारी को माफी मांगनी चाहिए और उसे सजा मिलनी चाहिए। क्षेत्र की सांसद श्रीमती गोमती साय ने इसे गंभीर घटना बताते हुए कहा है कि भाजपा इसका मुंहतोड़ जवाब देगी। पुलिस दहशत फैलाने की कोशिश कर रही है और हमारे नेताओं को पीटा जा रहा है।
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नक्सलियों की तरह किया व्यवहार, टर्मिनेट किया जाए : गेंद बिहारी
जिला पंचायत सदस्य गेंद बिहारी ने मीडिया को बताया कि उन्होंने केवल क्या मामला है यह पूछना चाहा तो एसडीओपी ने सीधे मारपीट शुरू कर दी और अन्य पुलिसकर्मियों ने उनके साथ थाने में भी मारपीट की। मुझे इतना पीटा गया कि पूरा शरीर सूज गया है।एसडीओपी ने कनपटी पर हमला किया, गनमैन और पुलिसकर्मियों ने भी मारपीट की। मैं इस पर एफआईआर दर्ज कराउंगा। आखिर मेरा कसूर क्या है क्या? जनप्रतिनिधियों को इतना पूछने का अधिकार भी नहीं है। यह कहां का नियम है।यह जंगलराज है। मेरे साथ नक्सलाइट की तरह ट्रीटमेंट किया गया। इन लोगों को टर्मिनेट किया जाना चाहिए। यह सब जो बड़े अधिकारी आए हैं उन लोगों का अपमान है। मैं आत्मग्लानि से भर गया हूं दुखी हूं।
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एसडीओपी हटाए गए, दो आरक्षक निलंबित
उप पुलिस महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी. रविशंकर ने उप पुलिस अधीक्षक जशपुर एवं प्रभारी एसडीओपी बगीचा शेर बहादुर सिंह को तत्काल प्रभाव से पुलिस अधीक्षक कार्यालय जशपुर में अटैच किया है। इसी प्रकार आरक्षक क्रमांक 26 राजकुमार मनहर, रक्षित केन्द्र जशपुर एवं छसबल आरक्षक क्रमांक 759 संतोष उपाध्याय, 12वीं वाहिनी छसबल सी कम्पनी रामानुजगंज, कैम्प आस्ता को कर्तव्य में लापरवाही एवं स्वेच्छाचारिता बरतने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। दोनों का मुख्यालय रक्षित केन्द्र जशपुर नियत किया गया है, निलंबन अवधि में इन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा।
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आईजी ने बनाई जांच टीम, 7 दिन में देगी रिपोर्ट
पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज राम गोपाल गर्ग ने जशपुर जिले के थाना बगीचा क्षेत्रांतर्गत् 25 अप्रैल को ग्राम दुर्गापारा में हुई घटना के संबंध में जांच टीम गठित की है। इस टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जिला सूरजपुर श्रीमती मधुलिका सिंह टीम प्रभारी एवं उप पुलिस अधीक्षक आजाक, जिला सरगुजा एस.एस.पैंकरा, थाना प्रभारी दरिमा, जिला सरगुजा निरीक्षक जॉन प्रदीप लकड़ा एवं उप निरीक्षण थाना जयनगर जिला सूरजपुर सुभाष कुजूर सदस्य के रूप में शामिल हैं। पुलिस महानिरीक्षक ने गठित टीम को घटना के संबंध में तथ्यात्मक जांच प्रतिवेदन सात दिवस के अंदर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
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