एलएसी के पास चीन अपने सैनिकों को दे रहा स्पेशल कांबेट ट्रेनिंग

-खुफिया रिपोर्ट में खुलासा

नई दिल्ली। चीन ने अरुणाचल प्रदेश के स्थानों के नाम को बदला कर अपनी भविष्य की रणनीति की तरफ इशारा कर दिया है। पहले तो चीन की तरफ से किसी भी बयान में अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताकर बात करता था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि या तो यह तैयारी अपने भौगोलिक नक्शे में बदलाव करने की है या जमीन पर किसी बड़ी साज़िश की तैयारी भी हो सकती है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक़ अरुणाचल प्रदेश में एलएसी के पास चीन अपने बॉर्डर डिफेंस ब्रिगेड के सैनिकों को स्पेशल तौर पर फैसऑफ ड्रिल की ट्रेनिंग दे रहा है। किबिथु के दूसरी ओर 15-15 दिन के अनआर्मड कांबेट ट्रेनिंग जारी है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक पहले बैच की ट्रेनिंग 7 दिन पहले शुरू हुई है और कुल 1800 सैनिकों को ट्रेनिंग दिया जाना है। खास बात तो यह है कि पूरी ट्रेनिंग बॉर्डर डिफेंस ब्रिगेड के सीनियर अधिकारी मॉनिटर कर रहे हैं। वैसे तो हर साल ट्रेनिंग में फायरिंग और बाकी ड्रिल ही हुआ करती थी, लेकिन इस साल से अनआर्मड कांबेट ट्रेनिंग को ज़्यादा फ़ोकस किया जा रहा है।

यहां हो रही है स्पेशल ट्रेनिंग

खास बात तो यह है कि ये ट्रेनिंग एरिया भारतीय इलाके किबिथु के दूसरी ओर है। गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में उस इलाके का दौरा किया था और चीन को अपने अंदाज में संदेश भी दे दिया था। चीन बड़ी तेजी में अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने में लगा है। जानकारों की मानें तो चीन अभी किसी भी तरह के बड़े विवाद में फ़िलहाल नहीं पड़ना चाहता क्योंकि अगर किसी भी तरह के फेसऑफ जैसी स्थिति खड़ी होती तो उसके इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम बाधित हो सकता है।

पेट्रोलिंग पर बच रहा एनकाउंटर से

ऐसे में चीन पेट्रोलिंग पर भी बड़ा संभल कर निकल रहा है कि कहीं भारतीय सेना के साथ आमना-सामना न हो जाए। हाल ही में चीन ने अपने बॉर्डर डिफेंस फ़ोर्स के लिए 26000 कोल्ड वेपन की खरीदी का ऑर्डर दिया है, लेकिन उसके इस्तेमाल को भी सीमित करने के लिए अनआर्मड कांबेट ड्रिल के लिए सैनिकोंक को ज़्यादा तैयार किया जा रहा है।

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