गैंगस्टर के वकील ने सीजेआई, सीएम योगी व इलाहाबाद हाईकोर्ट सीजे को भेजा लिफाफा
अतीक ने सुप्रीम कोर्ट के नाम लिख छोड़ी थी चिट्ठी, लिफाफा खुला तो मचेगा हंगामा?
नई दिल्ली। गैंगस्टर अतीक अहमद ने अपनी हत्या से पहले देश के सर्वोच्च न्यायालय के नाम एक चिट्ठी लिख छोड़ी थी। उसे डर था कि उसकी हत्या हो सकती है। कहा जा रहा है कि इस चिट्ठी में उसने बहुत से लोगों की पोल-पट्टी खोली हो। अतीक अहमद और अशरफ के वकील विजय मिश्रा द्वारा यह सीलबंद लिफाफा चीफ जस्टिस आफ इंडिया, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा इलाहाबाद हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस को भेज दिया गया है।
ज्ञात हो कि शूटआउट में मारे गए अशरफ ने भी 28 मार्च को कहा था कि हत्या होने पर पहुंच जायेगा लिफाफा। वकील विजय मिश्रा ने कहा कि हमले में मारे गए गैंगस्टर भाइयों की लिखी चिट्ठी सुप्रीम कोर्ट में जमा करने वाले हैं। कहा जा रहा है कि इस चिट्ठी में अतीक ने अपनी हत्या की आशंका जताई है। दावा यह भी किया जा रहा है कि अतीक ने इस चिट्ठी में विभिन्न क्षेत्रों की कई नामी-गिरामी हस्तियों के भी नाम लिखे हैं जिन्होंने या तो अतीक के खिलाफ कथित साजिश की है या उसके गुनाहों में साथ दिया था।
आखिर क्या लिखा है इस चिठ्ठी में
‘मुझे इलाहाबाद में धमकी दी गई है कि दो हफ्ते के अंदर में मुझे किसी बहाने से जेल से निकालेंगे और निबटा देंगे. एक बड़े अफसर ने धमकी दी है. …मैं उनका नाम नहीं बता सकता हूं. .. जी वह यूपी पुलिस के हैं. ..मैं पूरी बात नहीं बता सकता. मेरी हत्या होती है तो एक बंद लिफाफा चीफ जस्टिस आफ इंडिया, इलाहाबाद हाइकोर्ट के चीफ जस्टिस तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को वह बंद लिफाफा पहुंचा दिया जायेगा…उस लिफाफा में धमकी देने वाले अधिकारी का नाम होगा।
दो सप्ताह पहले से आभास था अतीक को
ज्ञात हो कि माफिया अतीक अहमद के छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ ने 28 मार्च को यह बात उस वक्त कही थी जब उसे प्रयागराज में पेशी के बाद बरेली जेल भेजा जा रहा था। अपनी हत्या के बारे में अशरफ अहमद ने करीब दो हफ्ते पहले ही भविष्यवाणी कर दी थी।
माफिया के बयान को नहीं लिया गंभीरता से
अतीक व अशरफ ने 28 मार्च को ही एक बड़े पुलिस अधिकारी का हवाला देते हुए दावा किया था कि वह उसकी हत्या करवा सकता है। माफिया के इस बयान को उस बक्त भले ही गंभीरता से नहीं लिया गया था। 20 पहले दिया गया बयान ने अब भूचाल ला दिया है। माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद 20 दिन पुराने इस बयान ने पूरे मामले की जांच- नजरिये को बदल दिया है।
पूर्व सांसद के लैटर पैड पर लिखा खत
खालिद अजीम उर्फ अशरफ ने 28 मार्च को जिस लिफाफे का जिक्र किया था वह अतीक अहमद के पूर्व सांसद वाले लैटर हेड पर लिखा गया है। लिफाफा में प्रेषक वाले स्थान पर भी अतीक अहमद, पूर्व सांसद लिखा हुआ है। यह लैटर माफिया अतीक अहमद ने जेल से आते वक्त सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस, सीएम योगी आदित्यनाथ व इलाहाबाद हाईकोर्ट के सीजे के नाम लिखा था।
एसआईटी गठित, आरोपी दूसरे जेल शिफ्ट
गैंगस्टर अतीक अहमद तथा उसके भाई अशरफ की सरेशाम गोली मारकर हत्या किए जाने के मामले की जांच के लिये उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल एसआईटी का गठन किया है। प्रयागराज के अपर पुलिस उपायुक्त सतीश चंद्र मुख्य विवेचक होंगे। इसके दो अन्य सदस्यों में सहायक पुलिस आयुक्त कोतवाली सतेंद्र प्रसाद तिवारी तथा अपराध शाखा के विवेचना प्रकोष्ठ के निरीक्षक ओम प्रकाश शामिल हैं। वहीं अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को सोमवार को प्रयागराज की केंद्रीय जेल से प्रतापगढ़ जिला कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया।
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