लोकतंत्र नहीं, बल्कि जातिवाद और परिवारवाद खतरे में है: शाह

कांग्रेस व विपक्षी दलों पर साधा निशाना

कौशांबी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया कि लोकसभा सदस्यता से राहुल गांधी को अयोग्य घोषित किए जाने को लेकर संसद की कार्यवाही बाधित करने के लिए देश विपक्षी दलों को माफ नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि ये जो लोग चिल्ला रहे हैं कि लोकतंत्र खतरे में है तो मैं बता दूं कि लोकतंत्र नहीं जातिवाद और वंशवादी और परिवारवाद की राजनीति खतरे में है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कौशांबी पहुंचे। यहां उन्होंने ‘कौशांबी उत्सव-2023’ का उद्घाटन किया। इसके साथ ही अमित शाह ने ग्रामसभा फसैया में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। शाह ने कहा कि राहुल गांधी को कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (सरकार) द्वारा लाए गए कानून के आधार पर संसद सदस्यता से अयोग्य करार दिया गया। शाह ने लोगों से समाज के सभी वर्गों के सर्वांगीण कल्याण के लिए 2024 में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का आह्वान किया।

अबकी बार, 300 पार

इस मौके पर अमित शाह ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए आगामी 2024 लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंका। उन्होंने कहा, “इस बार फिर एक बार 300 सीटों से पार, मोदी जी की सरकार बनने जा रही है। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की।

शाह ने राहुल पर बोला हमला

अमित शाह ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा, “वह भारत को बदनाम करने के लिए विदेश गए। क्या हम इसे बर्दाश्त कर सकते हैं? यदि आप भारत में हमसे लड़ना चाहते हैं, तो हमें नाम/स्थान बताएं, भाजपा भारत में कहीं भी आपसे लड़ने के लिए तैयार है।

उन्होंने आगे कहा, “जितनी-जितनी बार सोनिया जी हों, राहुल जी हों या और कोई भी हो, जब भी मोदी जी को गाली दी हैं तो जनता ने इन गालियों के कीचड़ में कमल को और मजबूत करके खिलाया है।

पल्लवी पटेल को किया गया हाउस अरेस्ट

आपको बता दें कि सिराथू विधायक पल्लवी पटेल को शुक्रवार को हाउस अरेस्ट कर लिया गया। आरोप है कि पल्लवी पटेल बिना निमंत्रण के ‘कौशांबी महोत्सव 2023’ में शामिल होने जा रही थीं। वहीं पल्लवी पटेल ने पुलिस की इस कार्रवाई पर नाराजगी जताई है।

पल्लवी पटेल ने कहा, “मुझे कौशांबी महोत्सव में शामिल होने का न्यौता मिला था, ये क्रार्यक्रम मेरे विधानसभा में हो रहा है। मुझे कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए रोक दिया गया है। ये बिल्कुल भी न्याय संगत नहीं है।

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