यशोदा वर्मा पहले राउंड से ही बढ़त बनाए हुए थीं, यह सिलसिला आखिरी 21वें राउंड तक कायम रहा।

छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने भाजपा उम्मीदवार कोमल जंघेल को रिकार्ड 20,067 मतों के अंतर से शिकस्त दी है। कांग्रेस की जीत का मास्टर स्ट्रोक सीएम भूपेश बघेल की खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा को माना जा रहा है। पिछले चुनाव में तीसरे नंबर पर रही कांग्रेस ने उपचुनाव में रिकार्ड मतों के अंतर से जीत हासिल की है

खैरागढ़ विधानसभा में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) प्रत्याशी नरेंद्र सोनी अपनी जमानत तक नहीं बचा सके हैं। उनसे ज्यादा वोट निर्दलीय उम्मीदवार चरण साहू को मिले हैं। उप चुनाव से पहले यह सीट जेसीसीजे के पास थी। खैरागढ़ से राजा देवव्रत सिंह ने जेसीसीजे से चुनाव जीता था। कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा वर्मा पहले राउंड से ही बढ़त बनाए हुए थीं। यह सिलसिला आखिरी 21वें राउंड तक कायम रहा। जीत के बाद खैरागढ़ से लेकर रायपुर तक जश्न का माहौल है। खैरागढ़ में कांग्रेस की जीत के साथ 17 अप्रैल को खैरागढ़-छुईखदान-गंडई नया जिला बनेगा।

खैरागढ़ विस में 78% हुआ था मतदान
खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए 12 अप्रैल को मतदान हुआ था। यहां कुल 2 लाख 11 हजार 516 को वोटर हैं। 291 बूथों में 78.48% लोगों ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। 1 लाख 65 हजार 807 लोगों ही चुनाव में मतदान किया। 2018 और 2013 के आम चुनाव में यहां 84% से अधिक मतदान हुआ था। शनिवार को 14 टेबल पर 21 राउंड की गणना के बाद परिणाम सामने आए हैं। काउंटिंग में 250 कर्मचारियों की ड्यूटी लगी थी

2018 में मात्र 870 वोट से हुई थी जीत
खैरागढ़ सीट पर 2018 के विधानसभा चुनाव में जनता कांग्रेस छत्तीसगढ (जे) ने जीत हासिल की थी। यहां जेसीसीजे के प्रत्याशी देवव्रत सिंह को 61,516 वोट मिले थे। वहीं भाजपा के कोमल जंघेल को 60,646 और कांग्रेस के गिरवर जंघेल को 31,811 वोट मिले थे। वहीं इस सीट में जीत का मार्जिन केवल 870 वोट का था। विधायक व राजा देवव्रत सिंह के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई थी, जिस पर उपचुनाव हुआ। अब यहां कांग्रेस का विधायक होगा। 2022 के उप चुनाव में जीत का मार्जिन 20 हजार से ज्यादा होना लगभग तय है।

4 उप चुनाव में कांग्रेस ने मारी बाजी
बता दें कि छत्तीसगढ़ में इससे पहले दंतेवाड़ा, चित्रकोट और मरवाही में हुए उप चुनाव में कांग्रेस ने जबरदस्त प्रदर्शन कर 3 सीटों में जीत हासिल की थी। अब कांग्रेस खैरागढ़ भी फतह कर चुकी है तो कांग्रेस के विधायकों की संख्या 70 से बढ़कर 71 हो गई है। वहीं भाजपा के 14 विधायक हैं। बसपा के 2 और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जेसीसीजे) के 3 विधायक हैं। छत्तीसगढ़ में अब कुल चार उप चुनाव में कांग्रेस जीत चुकी है।

जिला बनाने की घोषणा का असर
मतगणना के दौरान पूरे समय BJP प्रत्याशी कोमल जंघेल अंदर ही बैठे रहे। 18 राउंड पूरा होने के बाद कोमल बाहर निकले। उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए जनादेश को स्वीकार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार ने धन बल व प्रशासन के दम पर चुनाव लड़ा। कांग्रेस ने जिला बनाने की घोषणा की है, उसका असर चुनाव में हुआ है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि खैरागढ़ में जिला बनाने की बात का इफेक्ट दिखाई दे रहा है। कांग्रेस ने छल, प्रपंच और धन का प्रयोग कर चुनाव जीता है। हमने पूरा प्रयास किया। हमारे नेताओं ने पूरी मेहनत की। जनादेश स्वीकार है।

कांग्रेस 90 जिला बनाने की सोच रही?
पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने खैरागढ़ उपचुनाव को लेकर कहा कि कांग्रेस क्या 90 विधानसभा में 90 जिला बनाने की सोच रही है? क्या जिला बनाकर कांग्रेस अपनी चुनावी वैतरणी पार करना चाहती है। खैरागढ़ में जिले के अलावा बाकी कोई दूसरे मुद्दे चर्चा नहीं हुई। छत्तीसगढ़ में ऐसा पहली बार हो रहा है कि सरकार अपनी उपलब्धियों को लेकर नहीं बल्कि घोषणा पत्र लेकर जनता के बीच जा रही है। ये चुनाव अलार्मिंग है। आने वाले कल के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर खड़ा होगा।

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