-पुणे में 2 मुकदमे, 120 से ज्यादा लोगों पर मामला दर्ज
पुणे। पुणे पुलिस ने बुधवार को कोरेगांव पार्क में ओशो इंटरनेशनल मेडिटेशन रिजॉर्ट में हुए हाईवोल्टेज ड्रामा को लेकर दो अलग-अलग आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। पुणे पुलिस को सूचना मिली थी कि दिवंगत आध्यात्मिक गुरु ओशो रजनीश के ‘विद्रोही’ अनुयायियों के एक समूह ने रिसॉर्ट परिसर में धावा बोल दिया है। मौके पर पहुंची पुलिस टीम को हालात पर काबू पाने के लिए हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा।
पहले आपराधिक मामले में 120 के खिलाफ केस
कोरेगांव पार्क थाने में बुधवार रात दर्ज पहले आपराधिक मामले में प्रबंधन की ओर से धनेशकुमार जोशी उर्फ स्वामी ध्यानेश भारती ने एफआईआर दर्ज कराई थी। उसकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने लगभग 120 ‘विद्रोही’ अनुयायियों को बुक किया। इनमें से सात की पहचान हो गई है। पुलिस ने एक रिपोर्टर के रूप में मशहूर एक व्यक्ति को भी बुक किया। इन सबों पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं के तहत गैरकानूनी सभा, दंगा, जानबूझकर चोट पहुंचाने, अतिचार और जानबूझकर अपमान करने के आरोप लगाए गए हैं।
पुलिस टीम पर भी हमला, रिसॉर्ट परिसर में हंगामा
दूसरे आपराधिक मामले में पुणे पुलिस ने भिलाई के मूल निवासी 27 वर्षीय वरुण रावल को बुक किया। रावल ने ‘विद्रोही’ अनुयायियों के साथ रिसॉर्ट परिसर में घुस कर हंगामा किया और पुलिसकर्मियों पर भी हमला किया था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उसकी जांच से पता चलता है कि वह व्यक्ति अनुयायियों के किसी भी गुट से जुड़ा हुआ नहीं है। वरुण रावल पर सरकारी कर्मचारी पर हमला करने और जानबूझकर अपमान करने के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मोतियों की माला पहनकर प्रवेश करने पर विवाद
रिसॉर्ट प्रबंधन ने ‘विद्रोही’ समूह को परिसर में मोतियों की माला पहनकर प्रवेश करने की अनुमति दी थी। मंगलवार को प्रबंधन ने स्पष्ट किया था कि पुणे पुलिस के हस्तक्षेप के कारण केवल एक दिन के लिए ‘माला’ पहनने की अनुमति दी गई थी। इसके एक दिन बाद ही रिसॉर्ट में हंगामा हो गया। रिसॉर्ट प्रबंधन ने ‘विद्रोही’ समूह द्वारा बुरे व्यवहार और हिंसा का आरोप लगाया। बाद में प्रबंधन ने पुलिस द्वारा अत्यधिक बल और लाठीचार्ज का भी आरोप लगाया। इस बारे में पुणे पुलिस ने कहा कि उन्होंने वरुण रावल को नियंत्रित करने के लिए बुधवार को बल प्रयोग किया था। पुलिस के मुताबिक वरुण रावल और उसका साथी अनुयायियों के किसी भी गुट से जुड़ा हुआ नहीं था और पुलिसकर्मियों पर हमला करते हुए जमकर हंगामा किया।
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