—खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल का नहीं मिला सुराग, अब तक 116 गिरफ्तार
-अमृतपाल की एनआरआई पत्नी किरणदीप के खातों की जांच
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इंट्रो
तीन दिन बीत जाने के बाद भी कट्टरपंथी अमृतपाल का कुछ भी सुराग नहीं मिल रहा है। 116 लोगों को गिरफ्तार करने के बाद भी पंजाब पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस का दावा है कि अमृतपाल भेष बदल कर भागने में सफल रहा है। उसने शाहकोट में पैंट-शर्ट और गुलाबी पगड़ी पहनी और बाइक से भागा है। इससे पहले वह ब्रेजा कार से नंगल अंबिया स्थित गुरुद्वारा साहिब भी गया। इधर, पुलिस ने अमृतपाल सिंह पर रासुका लगा दिया है।
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नई दिल्ली/चंडीगढ़। कट्टरपंथी अमृतपाल अमृतपाल सिंह का एक नया सीटीटीवी फुटेज भी सामने आया है। टोल प्लाजा में उसे एक कार में जाते देखा गया है। यह वीडियो शनिवार रात लगभग साढ़े 11 बजे का। पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि प्रारंभिक जांच में पता चला कि अमृतपाल सिंह नंगल अंबिया गांव में स्थित गुरुद्वारा साहिब गया था। यहां अमृतपाल ने कपड़े बदले और दो मोटरसाइकिलों पर सवार होकर भागा है। टीमें उसकी तलाश में जुटी हैं। वहीं मदद करने वाले चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सुखदीप और गौरव नाम के दो शख्स ने अमृतपाल को दो बाइक मुहैया करवाई थी। पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया है। उधर, पंजाब पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत केस दर्ज कर लिया है। इससे पहले उसके चाचा समेत पांच लोगों पर रासुका लग चुका है। पुलिस ने अमृतपाल की एनआरआई पत्नी किरणदीप कौर और परिवार के बैंक खातों, मूवमेंट और संबंधों की जांच की जा रही है। जांच के लिए अमृतपाल के 500 करीबियों की लिस्ट भी तैयार की गई है। अभी तक 154 आरोपियों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।
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नंगल अंबिया के गुरुद्वारा में छोड़ गया किरपाण
पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि अमृतपाल सिंह को वह नंगल अंबिया के गुरुद्वारा में ले गए थे। वहां अमृतपाल सिंह ने अपना हुलिया बदला। उसने पेंट-शर्ट पहना और अपनी किरपाण भी वहीं छोड़ गया। वह यहां से तीन अन्य लोगों की मदद के साथ मोटरसाइकिल पर आगे फरार हुआ है।
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हाईकोर्ट ने पूछा- देश के लिए खतरा तो पकड़ा क्यों नहीं?
पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने ‘खुफिया विभाग की विफलता’ के कारण अलगाववादी के पुलिस के हाथ से निकल जाने को लेकर भी राज्य सरकार की खिंचाई की। हाईकोर्ट ने मंगलवार को सरकार से पूछा कि जब एफिडेविट में अमृतपाल को देश के लिए खतरा बताया तो उसे अभी तक पकड़ा क्यों नहीं गया?न्यायमूर्ति एन. एस. शेखावत की अदालत वकील इमाम सिंह खारा द्वारा दायर अलगाववादी की अदालत में पेशी का अनुरोध करने वाली बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई कर रही थी। अर्जी में अमृतपाल सिंह को पुलिस की ‘कथित’ हिरासत में से ‘रिहा’ कराने का अनुरोध किया गया था। वकील ने बताया कि न्यायमूर्ति शेखावत ने पंजाब के महाधिवक्ता विनोद घई से पूछा कि जब पूरे अभियान की योजना बेहद बारीकी से बनाई गई थी तो ऐसे में अमृतपाल सिंह पुलिस के हाथ से कैसे निकल गया? उन्होंने इसे खुफिया विभाग की असफलता बताया। पुलिस ने शनिवार को अमृतपाल सिंह और ‘वारिस पंजाब दे’ के सदस्यों के खिलाफ विस्तृत अभियान चलाया था। लेकिन अलगाववादी अमृतपाल सिंह पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहा।
तीन और साथियों को भेजा डिब्रूगढ़ जेल
असम पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह समेत उसके तीन और साथियों को मंगलवार को उच्च सुरक्षा वाली डिब्रूगढ़ जेल में लाया गया। इन लोगों को मिला कर 19 मार्च के बाद से अमृतपाल सिंह के ‘वारिस पंजाब दे’ (डब्ल्यूपीडी) से जुड़े सात सदस्यों को यहां लाया जा चुका है। हरजीत सिंह को मंगलवार तड़के डिब्रूगढ़ लाया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि कुलवंत सिंह धालीवाल और गुरिंदर पाल सिंह नामक डब्ल्यूपीडी के दो सदस्यों को दिल्ली से एक विमान से आज यहां लाया गया और बाद में कड़ी सुरक्षा के बीच डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार ले जाया गया।
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सीएम मान बोले-नहीं बख्शेंगे
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि उनकी सरकार राज्य की शांति एवं सौहार्द्र में खलल डालने की कोशिश करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। उनका यह बयान पंजाब पुलिस द्वारा कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के बाद आया है। मान ने एक वीडियो संदेश में कहा, लोग मुझे कह रहे हैं, आपने अच्छा काम किया है। पंजाब में शांति एवं सौहार्द्र होना चाहिए। इस मामले में हम आपका समर्थन करेंगे। मान ने कहा कि पंजाब की शांति, सौहार्द्र तथा देश की प्रगति उनकी शीर्ष प्राथमिकताएं हैं।
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