पांच साथियों पर एनएसए
चंडीगढ़। खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के चाचा ड्रग तस्कर से खरीदी मर्सिडीज में सरेंडर करने आया। उसे असम जेल भेज दिया गया। वाहन चालक ने भी जालंधर में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। वहीं, पंजाब सरकार ने मोबाइल इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर रोक मंगलवार दोपहर तक बढ़ा दी है। इस बीच, पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के ‘वारिस पंजाब दे’ के पांच सदस्यों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लगा दिया है। एक अधिकारी ने बताया कि पंजाब पुलिस को अमृतपाल सिंह मामले में आईएसआई पहलू और विदेशी वित्तपोषण का संदेह है। पुलिस के अनुसार, अमृतपाल के चाचा हरजीत सिंह और चालक हरप्रीत सिंह ने रविवार देर रात जालंधर के मेहतपुर इलाके में एक गुरुद्वारे के पास आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पण के समय पुलिस उप महानिरीक्षक (सीमा क्षेत्र) नरिंदर भार्गव और अन्य पुलिस अधिकारी भी वहां मौजूद थे। आत्मसमर्पण के दौरान बनाए गए एक वीडियो में, हरजीत को अपनी लाइसेंसी .32 बोर पिस्तौल और एक-सवा लाख रुपये नकदी दिखाते हुए देखा जा सकता है, जिसे वह मर्सिडीज कार में ले जा रहा था। बाद में पुलिस ने उसे जब्त कर लिया। अधिकारियों ने कहा कि हरजीत और हरप्रीत को अमृतसर (देहात) पुलिस अपने साथ ले गई।
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अमृतपाल की हो रही तलाश
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश सोमवार को तीसरे दिन भी जारी है। जालंधर एसएसपी ने स्वर्णदीप सिंह ने कहा, अमृतपाल की तलाश अब भी जारी है। इससे पहले पुलिस ने अमृतपाल के काफिले में शामिल दो वाहनों को जब्त कर लिया था। राज्य की पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है।
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इंटरनेट-एसएमएस सेवाएं बैन
गृह विभाग तथा न्याय विभाग की ओर से सोमवार को जारी किए गए आदेशानुसार, यह निर्देश दिया जाता है कि सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं और मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली वॉयस कॉल के अलावा सभी डोंगल सेवाएं पंजाब में 21 मार्च दोपहर 12 बजे तक सार्वजनिक सुरक्षा के हित में, किसी भी तरह की हिंसा को रोकने, शांति तथा सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ी को रोकने के लिए निलंबित कर दी जाएं। अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि ब्रॉडबैंड सेवाओं को निलंबित नहीं किया जा रहा है ताकि बैंकिंग सुविधाएं, अस्पताल सेवाएं और अन्य आवश्यक सेवाएं बाधित न हों।
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