ब्रिटेन, अमेरिका में खालिस्तानी समर्थकों का तांडव, भारतीय दूतावास पर हमला, उतारा तिरंगा


लंदन में खालिस्तान समर्थकों ने हाई कमीशन का तिरंगा उतार दिया था

सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर किया हमला

इंट्रो

पहले लंदन में खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय दूतावास का तिरंगा उतार दिया था। अब अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में इंडियन कॉन्स्यूलेट पर हमला किया गया। इस बीच, नई दिल्ली में ब्रिटिश दूतावास के बाहर सिखों ने खालिस्तानियों के खिलाफ बैनर-पोस्टर लहराए और नारेबाजी की। कहा- भारत हमारा स्वा‌भिमान है।

वाशिंगटन/नई दिल्ली। खालिस्तान-समर्थक प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने रविवार को सैन फ्रांसिस्को में भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमला किया और इसे क्षति पहुंचाई। भारतीय-अमेरिकियों ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। भारतीय वाणिज्य दूतावास पर हमले को लेकर ‘फाउंडेशन फॉर इंडिया एंड इंडियन डायस्पोरा स्टडीज’ (एफआईआईडीएस) ने कहा, हम लंदन के साथ-साथ सैन फ्रांसिस्को में भी कानून-व्यवस्था की विफलता से चकित हैं, जहां कुछ कट्टरपंथी अलगाववादियों ने भारत के राजनयिक मिशन पर हमला किया। खालिस्तान समर्थक नारे लगाते हुए प्रदर्शनकारियों ने शहर की पुलिस द्वारा बनाए गए अस्थाई सुरक्षा अवरोधकों को तोड़ दिया और वाणिज्य दूतावास परिसर के अंदर दो तथाकथित खालिस्तानी झंडे लगा दिए। वाणिज्य दूतावास के कर्मियों ने जल्द ही इन झंडों को हटा दिया। इसके तुरंत बाद, गुस्साए प्रदर्शनकारियों का एक समूह भारतीय वाणिज्य दूतावास परिसर में घुस गया और दरवाजे तथा खिड़कियों को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस घटना पर सैन फ्रांसिस्को पुलिस की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है। भारतीय-अमेरिकी समुदाय के एक नेता अजय भूटोरिया ने सैन फ्रांसिस्को में भारत के वाणिज्य दूतावास भवन पर खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा, हिंसा का यह कृत्य न केवल अमेरिका और भारत के बीच राजनयिक संबंधों के लिए खतरा है, बल्कि हमारे समुदाय की शांति और सद्भाव पर भी हमला है। एफआईआईडीएस ने कहा कि यह बेहद चिंताजनक है कि ब्रिटेन और अमेरिका राजनयिक मिशन की सुरक्षा संबंधी वियना संधि के अनुसार प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में विफल रहे हैं।

ब्रिटेन अफसरों ने की निंदा

ब्रिटेन के शीर्ष अधिकारियों ने अलगाववादी खालिस्तानी झंडे लहराने वाले प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा भारतीय उच्चायोग में तोड़फोड़ को ‘शर्मनाक’ और ‘पूरी तरह अस्वीकार्य’ बताते हुए कहा कि ब्रिटिश सरकार यहां भारतीय मिशन की सुरक्षा को ‘गंभीरता’ से लेगी। उच्चायोग के अधिकारियों ने कहा कि प्रदर्शनकारियों का यह प्रयास नाकाम रहा और तिरंगा शान से लहरा रहा है। मेट्रोपोलिटन पुलिस ने बताया कि सुरक्षा स्टाफ के दो सदस्यों को मामूली चोटें आयी हैं लेकिन उन्हें अस्पताल ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ी। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

भारत ने जताया ऐतराज, ब्रिटिश हाई कमिश्नर तलब

भारत ने इस पर सख्त ऐतराज जताया। दिल्ली में ब्रिटिश हाई कमिश्नर को तलब किया गया। इस बीच, हाई कमीशन पर अब पहले से ज्यादा बड़ा तिरंगा लगा दिया गया है।

भारतीय दूतावास पर लिख दिया, अमृतपाल को रिहा करो

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भी इंडियन कॉन्स्यूलेट पर हमला किया गया। रविवार को यहां भी खालिस्तान समर्थक जुटे। इन लोगों ने स्प्रे पेंट्स से अमृतपाल को रिहा करो.. लिख दिया। इन लोगों ने कॉन्स्यूलेट के गेट्स तोड़ दिए। वहां खालिस्तान के झंडे लगा दिए। भारतीय अमेरिकियों ने हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। ​​​

इधर, खालिस्तानी समर्थकों के विरोध में दिल्ली में जुटे सिख

नई दिल्ली में प्रदर्शन के लिए पहुंचे सिखों ने कहा, पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई हमारे देश के अमन-चैन को तबाह करने की साजिश रच रही है। हमने हमेशा अपने तिरंगे का सम्मान किया है और लंदन में हुई हरकत को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। प्रदर्शन में शामिल एक युवा सिख ने कहा- लंदन में जो कुछ हुआ, हम उसका जवाब देने आए हैं। हम ये किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। आज हम हजारों सिख अपने-अपने काम छोड़कर ये बताने आए हैं कि अपने तिरंग का निरादर सहन नहीं करेंगे। वी लव अवर इंडिया- भारत माता की जय।

दो रूप

लंदन में खालिस्तान समर्थकों ने उतारा तिरंगा

नई दिल्ली में सिखों ने कहा-तिरंगा हमारी शान

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