- प्रयागराज पुलिस को हाथ लगी बड़ी कामयाबी
- आरोपी विजय उर्फ उस्मान पर था 50 हजार का ईनाम
-2005 में हुई थी विधायक राजू पाल की हत्या
(फोटो : उमेश)
प्रयागराज। उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। उमेश हत्याकांड में शामिल एक शातिर शूटर को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। हत्याकांड के बाद से पुलिस को उस्मान की तलाश थी। जानकारी के अनुसार, प्रयागराज के कौंधियारा थाना इलाके में सोमवार सुबह क्राइम ब्रांच की टीम और आरोपी विजय उर्फ उस्मान के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में उस्मान को गोली लगी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को अस्पताल में ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने मुठभेड़ की पुष्टि की है। बताया जा रहा है कि उस्मान चौधरी ने ही उमेश पाल और सिपाही को पहली गोली मारी थी। आरोपी विजय उर्फ उस्मान 50 हजार का ईनामी था।
ये है मामला
आपको बता दें कि 2005 में हुई विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में उनके रिश्तेदार और दोस्त उमेश पाल मुख्य गवाह थे। उमेश ने लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में राजू पाल हत्याकांड की पैरवी की थी। इसी कारण अतीक गिरोह से उनकी खुलेआम दुश्मनी हो गई थी। कचहरी में गवाही देने गए उमेश का 28 फरवरी 2008 को अपहरण कर लिया गया था। अपहरण कांड में अतीक, उसके भाई अशरफ समेत कई के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। अपहरण के उसी मामले में बीते शुक्रवार को गवाही थी। उमेश वकील भी थे। वह अधिवक्ता की यूनिफार्म में अपने दोनों गनर संदीप निषाद और राघवेंद्र सिंह के साथ गवाही के लिए जिला कचहरी गए थे। 24 मार्च शुक्रवार को करीब साढ़े चार बजे वे कार से वापस सुलेमसराय, धूमनगंज स्थित अपने घर के लिए चल दिए। जैसे ही गेट पर गाड़ी रोककर उमेश उतरे, पहले से घात लगाए बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी।
–
999
पत्नी का दावा- हम हिंदू, नहीं जानते अतीक को
(फोटो : उमेश 2)
उमेश पाल हत्याकांड में प्रयागराज पुलिस ने आज तड़के एक एनकाउंटर किया। इस एनकाउंटर में उमेश पाल को पहली गोली मारने वाले विजय चौधरी उर्फ उस्मान को मार गिराया गया। विजय के एनकाउंटर पर उसकी पत्नी ने सवाल उठाया और कहा कि हम अतीक अहमद को नहीं जानते थे और मेरे पति का नाम सिर्फ विजय चौधरी है। हर कोई पुलिस को कोस रहा था। पूरा परिवार एनकाउंटर की थ्योरी पर ही सवाल उठा रहा है। रोती-बिलखती पत्नी कह रही थी कि हम लोग हिंदू हैं, जबरदस्ती हम लोगों का नाम उस्मान बताया जा रहा है। पत्नी ने कहा कि मेरे पति के साथ मुझे भी मार दिया जाए क्योंकि मेरे आगे पीछे कोई नहीं है, मैं किसके सहारे जिऊंगी. पत्नी का कहना है कि हम लोग किसी अतीक को नहीं जानते हैं, वह (विजय चौधरी) तो सीधे थे सिर्फ गाड़ी चलाया करते थे।
–
पुलिस का दावा- अतीक के बेटों ने रखा था उस्मान नाम
हालांकि, पुलिस का दावा है कि विजय चौधरी ने ही उमेश पाल पर पहली गोली चलाई थी। उसकी ही गोली से सरकारी गनर की भी मौत हुई है। पुलिस की माने तो विजय चौधरी का नाम अतीक के बेटों ने उस्मान रखा था और वह अतीक अहमद गैंग का शॉर्प शूटर है।
–
00

