—-बाहुबली ने सुप्रीम कोर्ट में यूपी न भेजने की लगाई गुहार
— अतीक के करीबी के घर पर चला बुलडोजर
—
नई दिल्ली। पूर्व सांसद और बाहुबली अतीक अहमद के खौफ से एक समय आधा यूपी कांपता था। उमेश पाल हत्याकांड को लेकर यूपी सरकार की ताबड़तोड़ कार्रवाई से अतीक अहमद को मौत का डर सताने लगा है। बाहुबली ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। उन्होंने याचिका में कहा है कि यूपी गया तो गाड़ी पलट जाएगी और मेरा एनकाउंटर हो जाएगा। इधर, बुधवार सुबह माफिया अतीक अहमद के करीबी जफर अहमद के प्रयागराज स्थित घर को बुलडोजर से गिराया गया। इसी घर में अतीक का परिवार किराए पर रहता था। प्रयागराज में सनसनीखेज उमेश पाल हत्याकांड में नामजद होने के बाद से बाहुबली अतीक अहमद को अपनी जान का खतरा सता रहा है। गुजरात की साबरमती जेल में बंद अतीक अहमद यूपी नहीं आना चाहता है। उसने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि अगर यूपी पुलिस को उससे पूछताछ करनी है तो वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हो। अतीक ने यूपी में अपने एनकाउंटर की आशंका जताते हुए कहा कि वहां के मंत्री गाड़ी पलटने की बातें कर रहे हैं। इससे पहले इलाहाबाद की कोर्ट में भी अतीक और उसके भाई अशरफ की तरफ से इसी तरह की याचिका दायर की गई थी। लेकिन अदालत ने याचिका खारिज कर दी थी।
सुप्रीम कोर्ट में दायर रिट याचिका में अतीक ने तर्क दिया है कि वह लगातार पांच बार विधायक और एक बार सांसद निर्वाचित हुआ था। उसे डर है कि जेल स्थानांतरण के दौरान उत्तर प्रदेश पुलिस फर्जी मुठभेड़ में उसे मार सकती है। अतीक ने अपनी याचिका में जीवन की रक्षा के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की गुहार लगाई है।
अतीक ने यह भी सुनिश्चित करने की गुहार लगाई गई है कि अहमदाबाद से प्रयागराज जेल या उत्तर प्रदेश के किसी हिस्से में स्थानांतरित करते वक्त पुलिस हिरासत/रिमांड/पूछताछ के दौरान किसी भी तरह से उसे कोई शारीरिक चोट या नुकसान नहीं पहुंचे। अपनी याचिका में अतीक ने कहा है कि शीर्ष अदालत इस तथ्य पर गौर कर सकती है कि याचिकाकर्ता के पास उन्हें (उमेश को) मारने का कोई मकसद नहीं है, क्योंकि मुकदमे की सुनवाई अगले महीने समाप्त होने वाली है। साथ ही मुकदमे में उमेश पाल के पास कुछ भी करने के लिए नहीं बचा था और अदालत को तर्कों के बाद मामले का फैसला करना है। सुप्रीम कोर्ट में दायर अर्जी में अतीक अहमद ने कहा कि वहां की सरकार के कई मंत्री बार बार गाड़ी पलटने जैसी बातें कह रहे हैं। इससे साफ है कि उसके साथ कुछ भी हो सकता है। उमेश पाल हत्याकांड में पुलिस ने अतीक अहमद को ही मुख्य आरोपी बनाया है। उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में सनसनीखेज तरीके से गोली और बम मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात में उमेश पाल का गनर भी मारा गया था।
—
योगी सरकार ने जेल ट्रांसफर लिया निर्णय
दरअसल अतीक अहमद के खिलाफ उत्तर प्रदेश की विभिन्न अदालतों में सुनवाई चल रही है। सुरक्षा कारणों से उसे गुजरात की साबरमती जेल में रखा गया है। इस कारण सुनवाई के लिए उसे बार-बार गुजरात से उत्तर प्रदेश लाना पड़ता है। इसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने अतीक को गुजरात से उत्तर प्रदेश की ही किसी जेल में ट्रांसफर कराने का निर्णय लिया है। इसी निर्णय ने अतीक को खौफजदा कर रखा है। अतीक के वकील ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई है कि यदि उसके मुवक्किल को उत्तर प्रदेश की जेल में ट्रांसफर किया जाना है तो उसे यूपी पुलिस के बजाय सेंट्रल फोर्स की निगरानी और सुरक्षा में लाया जाए।
—
इस कारण सता रहा एनकाउंटर का डर
दरअसल योगी सरकार के मंत्री जेपीएस राठौड़ ने पिछले दिनों कुख्यात विकास दुबे के एनकाउंटर का जिक्र किया था। इस एनकाउंटर का जिक्र करते हुए उन्होंने अतीक के लिए भी इशारा किया था कि गाड़ी कभी भी पलट सकती है। मंत्री ने कहा था कि अतीक अहमद को पूछताछ के लिए यूपी लाने का निर्णय पुलिस करेगी, लेकिन ये जरूर है कि अतीक अहमद यूपी लाए जाते समय शांत नहीं बैठा तो उसकी गाड़ी भी पलट सकती है। राठौड़ के बाद एक अन्य भाजपा सांसद सुब्रत पाठक ने भी ट्वीट किया था कि पुलिस सुरक्षा में उमेश पाल और गनर की हत्या सीधे यूपी सरकार पर हमला है। बता दें कि विकास दुबे को पकड़कर लाने के बाद पुलिस जब उसे कानपुर ला रही थी तो गाड़ी पलट गई थी।
000

