—-आबकारी नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में होगी पूछताछ
— 30 मिनट की सुनवाई के बाद कोर्ट ने दिया आदेश
–
इंट्रो
सीबीआई ने आबकारी नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को सोमवार को यहां कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने जिसने उन्हें चार मार्च तक के लिए जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया। इससे पहले, सिसोदिया को सोमवार दोपहर 3:10 बजे राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया गया। करीब 30 मिनट की सुनवाई के बाद कोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
—
नई दिल्ली। विशेष न्यायाधीश एम.के. नागपाल ने सीबीआई और सिसोदिया के वकीलों की दलीलें सुनने के बाद कुछ देर के लिए अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था। सीबीआई ने अदालत से आम आदमी पार्टी के नेता को पांच दिनों की हिरासत में उसे सौंपने का अनुरोध किया था। सीबीआई ने 2021-22 की आबकारी नीति (अब रद्द की जा चुकी) को लागू करने में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में रविवार शाम सिसोदिया को गिरफ्तार किया था। इससे पहले, अदालत में एक घंटे से अधिक समय तक चली सुनवाई के दौरान, सिसोदिया के वकील ने कहा कि (तत्कालीन) उपराज्यपाल ने आबकारी नीति में बदलावों को मंजूरी दी थी, लेकिन केंद्रीय जांच एजेंसी निर्वाचित सरकार के पीछे पड़ी हुई है। सिसोदिया ने दावा किया कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं है और उनकी रिमांड के लिए सीबीआई के अनुरोध का विरोध किया। सिसोदिया के वकील ने उनका पक्ष रखते हुए अदालत से कहा, मैं वित्त मंत्री हूं। मुझे बजट पेश करना है। कल ऐसा क्या बदल गया कि वित्त मंत्री को हिरासत में रखना है? क्या वह आगे उपलब्ध नहीं रहेंगे? या यह गिरफ्तारी छिपे हुए मकसद को लेकर की गई? यह मामला एक व्यक्ति और संस्था पर हमला है। उन्होंने कहा,यह रिमांड से इनकार करने का एक उपयुक्त मामला है। उन्होंने दलील दी कि सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के सदस्य के तौर पर कार्य किया और इसलिए फैसले के लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता, ना ही उस फैसले पर सवाल उठाया जा सकता है। वहीं, जांच एजेंसी के वकील ने दलील दी कि गिरफ्तार किए गए उपमुख्यमंत्री को हिरासत में रख कर मामले में पूछताछ करने की जरूरत है। सीबीआई ने कहा कि सिसोदिया ने दावा किया है कि मामले में उनकी कोई भूमिका नहीं है, लेकिन जांच से यह पता चला कि उन्होंने व्यक्तिगत रूप से फैसले लिये थे। सिसोदिया के वकील ने हिरासत में सौंपने संबंधी जांच एजेंसी के अनुरोध का विरोध करते हुए दलील दी कि सीबीआई ने कहा है कि उन्होंने अपने मोबाइल फोन बदले थे, लेकिन यह अपराध नहीं है। वकील ने कहा कि दिल्ली के उपराज्यपाल से सुझाव लेने के बाद नीति लागू की गई थी और चूंकि इसके लिए परामर्श की जरूरत थी, इसलिए साजिश की कोई गुंजाइश नहीं थी। उन्होंने कहा, मैंने हर चीज खुली रखने की कोशिश की। इससे पहले, सीबीआई सिसोदिया को कड़ी सुरक्षा के बीच राउज एवेन्यू अदालत लेकर आई। अदालत परिसर के अंदर और बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था।
–
आप बोली-अदाणी मामले में ध्यान हटाने
आप के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने सोमवार को भाजपा और केंद्र पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी भाजपा की तानाशाही के अलावा और कुछ नहीं है। सिंह ने कहा कि अदाणी मामले में लोगों का ध्यान भटकाने के लिए यह कार्रवाई की गई है। सिंह ने कहा, गरीब बच्चों के कल्याण के लिए जी तोड़ मेहनत करने वाले नेता को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। मनीष सिसोदिया के घर पर छापेमारी की गई, लेकिन कुछ नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा उन नेताओं और उनकी पार्टियों को ‘परेशान’ कर रही है, जिन्होंने अडाणी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की थी।
–
भाजपा ने विरोध प्रदर्शन को बताया नाटक
भाजपा ने दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करने को लेकर आप पर निशाना साधा। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि सीबीआई ‘भ्रष्ट’ लोगों के खिलाफ कानूनी तरीके से काम कर रही है, लेकिन ऐसा लगता है कि राजधानी की सत्तारूढ़ पार्टी को कानून, संविधान और लोगों पर भरोसा नहीं है। भाटिया ने कहा कि अपने ‘नाटक’ और ‘अराजकता’ के प्रदर्शन के जरिए आप ने संकेत दिया है कि वह जांच एजेंसियों को अपना काम नहीं करने देगी। उन्होंने कहा कि यह न्याय की प्रक्रिया में बाधा डालने और अदालत की अवमानना के समान है।
–
केजरीवाल ने कहा- गिरफ्तारी के पक्ष में नहीं थे अफसर
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को दावा किया कि सीबीआई के अधिकतर अधिकारी उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के पक्ष में नहीं थे। उन्होंने ‘राजनीतिक दबाव’ के कारण ऐसा किया। केजरीवाल ने ट्वीट किया, मुझे बताया गया है कि सीबीआई के अधिकतर अधिकारी मनीष को गिरफ्तार करने के पक्ष में नहीं थे। वे सभी उनका बहुत सम्मान करते हैं और उनके खिलाफ कोई सबूत भी नहीं है। हालांकि उनकी गिरफ्तारी को लेकर काफी राजनीतिक दबाव था और उन्हें अपने राजनीतिक आकाओं के आदेश का पालन करना था।
—
सड़क पर उतरे आप कार्यकर्ता
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद सियासत काफी गरमा गई है। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली समेत देश के कई शहरों में प्रदर्शन किया। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पार्टी दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। सुरक्षा बलों से उनकी झड़प भी हुई। महिला कार्यकर्ताओं और महिला पुलिस बल के बीच हाथापाई भी हुई। पंजाब, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
–
इधर, भाजपा नेता बोले- अब केसीआर की बेटी होंगी गिरफ्तार
सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद तेलंगाना बीजेपी लीडर विवेक ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि भारत राष्ट्र समिति की एमएलसी और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर की बेटी के. कविता को भी जांच एजेंसी जल्द ही गिरफ्तार कर सकती है। भाजपा नेता ने कहा कि ऐसी संभावना है कि इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। कविता को बहुत जल्द अरेस्ट किया जा सकता है। विवेक ने आरोप लगाया कि कविता ने पंजाब और गुजरात चुनावों के दौरान आम आदमी पार्टी को 150 करोड़ रुपये दिए। कुछ दिनों पहले ही प्रवर्तन निदेशालय ने केसीआर की बेटी का नाम आबकारी मामले से जुड़ी चार्जशीट में दर्ज किया था, जिसमें उन पर शराब कंपनी में 65 फीसदी हिस्सा रखने का आरोप लगा था।
000

