छत्तीसगढ़ में ईडी की रेड, 12 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं के घरों-दफ्तर में छापा

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के नवा रायपुर में 24 से 26 फरवरी को होने वाले कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन से पहले प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने प्रदेश में 12 से ज्यादा कांग्रेस नेताओं के घर छापा मारा है। सुबह 5 बजे से ईडी की टीम रायपुर में कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं के घर और दफ्तर पहुंची है। दस्तावेजों को खंगाल रही है। जांच पड़ताल कर रही है।

इसमें छत्तीसगढ़ में राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त श्रम मंडल के अध्यक्ष सनी अग्रवाल के टिकरापारा निवास पर कार्रवाई चल रही है, तो वहीं निगम मंडल सदस्य कांग्रेस नेता विनोद तिवारी के मोवा स्थित निवास औरअवंती विहार स्थित डडसेना के निवास पर छापामारी चल रही है।
इनके यहां छापा
इसके अलावा कांग्रेस नेता आरपी सिंह, भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव के दोनों घरों पर ईडी ने छापा मारा है। विधायक के सेक्टर-5 और हाउसिंग बोर्ड के घर में ईडी ने दबिश दी है। गिरीश के घर भी ईडी की टीम पहुंची है। बता दें कि आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी का महाधिवेशन होने जा रहा है। इसके पहले प्रदेश में बड़े स्तर पर कांग्रेस नेताओं के घर ईडी का छापा पड़ना कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन से पहले बड़े स्तर पर प्रदेश कांग्रेस नेताओं के घर ईडी का छापा राजनीतिक दिशा की ओर इशारा कर रहा है।
क्या हैं इस छापेमारी के मायने?
इससे पहले भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कह चुके हैं कि भाजपा केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। वह ऐसा करके हमें डराना चाहती है पर हम डरने वाले नहीं हैं। बता दें कि इस साल ऐसा पहली बार है कि ईडी ने सीधे किसी कांग्रेसी नेता के घर धावा बोला है। लगातार प्रदेश में कोल लेवी के मामले में कार्रवाई चल रही थी, जिसमें कई आईएएस और कोल से जुड़े व्यापारी जेल में ईडी की रिमांड पर हैं। इतने बड़े पैमाने पर कांग्रेसी नेताओं के घर और कार्यालय में छापेमारी कहीं ना कहीं कोल से जुड़े मामले की तरफ इंगित कर रहा है।

 चेक पोस्ट पर नक्सलियों ने बरसाई ताबड़तोड़ गोलियां, दो जवान शहीद

महाराष्ट्र सीमा पर बड़ी वारदात, 8 साल बाद फिर लाल आतंक का खौफ

राजनांदगांव। जिले के बोरतलाव थाना क्षेत्र के छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र बॉर्डर में सोमवार सुबह करीब 7 बजे नक्सलियों ने सुरक्षा बलों के जवानों पर सरेआम हत्या कर दी। बोरतलाव थाना से एक किमी दूर चेक पोस्ट के पास नक्सलियों ने हमला कर दिया। इस हमले में जिला पुलिस का एक जवान और सीएएफ का एक जवान शहीद हो गया। गोलीबारी के बाद नक्सलियों ने जवानों की मोटर साइकिल को आग भी लगा दी। सूचना मिलने पर छत्तीसगढ़ पुलिस और महाराष्ट्र की फोर्स घटनास्थल पर पहुंची। 8 से 10 साल बाद नक्सली दो सिपाहियों की हत्या कर फिर से क्षेत्र में लाल आतंक का खौफ बनाने में कामयाब हो गए। घटना के बाद पूरे बोरतलाव क्षेत्र में सन्नाटा भी पसरा रहा।

नक्सलियों द्वारा डोंगरगढ़ से 15 किमी दूर महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर ग्राम बोरतलाव में सुरक्षा बल के 2 जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई। जानकारी के मुताबिक जवानों के पास उस समय कोई भी हथियार नहीं था। जिसका फायदा उठाते घात लगाए बैठे नक्सलियों ने जवानों की मोटर साइकिल को चेकपोस्ट के समीप रोका और फायरिंग शुरू कर दी। हमले के बाद माओवादियों ने उनके मोटर साइकिल को भी जला दिया। फायरिंग में राजेश सिंह राजपूत को 7 से 8 गोलियां लगी। जिससे वे घटनास्थल पर शहीद हो गए और एक जवान ललित कुमार समरत को सिर पर गोली लगी, जिसे प्राथमिक उपचार हेतु डोंगरगढ़ हॉस्पिटल लाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के जवान के साथ डॉग स्कॉड की टीम भी मौके पर पहुंची।

0 शराब तस्करों रोकने चेक पोस्ट

जानकारी के मुताबिक अवैध शराब की तस्करी को रोकने यह चेक पोस्ट शुरू किया गया था। हाल ही में अवैध शराब का बड़ा जखीरा बरामद करने के बाद पुलिस ने इस चेक पोस्ट पर सक्रियता बढ़ा दी थी। रोज की तरह सोमवार को हवलदार राजेश सिंह अपनी मोटर साइकिल में आया। उसके साथ सीएफ का जवान ललित भी मोटर साइकिल में पीछे बैठकर गया था।

0 आज देंगे अंतिम विदाई

बाेरतलाव में हुई नक्सली वारदात के बाद दोनों पुलिस जवानों के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद शव को राजनांदगांव रक्षित आरक्षी केंद्र लाया गया, जहां सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। इसके बाद हेलीकाप्टर से शव को दंतेवाड़ा और डोंगरगढ़ के लिए रवाना किया गया। कल मंगलवार सुबह दस बजे डोंगरगढ़ में शहीद प्रधान आरक्षक राजेश सिंह का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

0 दो जवानों की मौत, जांच जारी

सुबह 7 बजे दो जवान महाराष्ट्र बॉर्डर की ओर निकले थे। चेकपोस्ट के पास नक्सलियों ने उन्हें रोककर फायरिंग कर दी। घटना में एक जवान की मौत घटनास्थल पर ही हो गई और एक जवान ने अस्पताल ले जाते दम तोड़ दिया। जवान बॉर्डर के तरफ क्यों निकले थे और यह घटना कैसे घटी? इस पूरे मामले की तमाम बिंदुओं पर जांच की जा रही है। घटना के बाद सुरक्षा बलों ने क्षेत्र में सर्चिंग बढ़ा दी है।

लखन पटले, एएसपी, राजनांदगांव

भाई की शादी में गए जवान को मार डाला

भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के कडेमरका ग्राम की घटना

फ़ोटो….जवान (फोटो जगदलपुर फोल्डर में)

हरिभूमि न्यूज : जगदलपुर/बीजापुर। भाई की शादी में शरीक होने चार दिन की छुट्टी लेकर बीजापुर आए प्रधान आरक्षक को नक्सलियों ने धारदार हथियार से मारकर मौत के घाट उतार दिया है। घटना बीजापुर जिले के भैरमगढ़ थाना इलाके का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक मृतक जवान अपने भाई की शादी समारोह में शामिल होने आया हुआ था। जहां नक्सलियों ने उसे मार डाला। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस पार्टी मामले की जांच में जुट गई हैं। घटना से क्षेत्र में दहशत व्याप्त हो गई है। बताया जा रहा है कि मृत जवान अपने भाई की शादी में शामिल होने के लिए 4 दिन की छुट्टी लेकर गांव आया हुआ था। इसी दौरान माओवादियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। मामला भैरमगढ़ थाना क्षेत्र के अंर्तगत कडेमरका ग्राम की है जहां नक्सलियों ने प्रधान आरक्षक पन्नीराम बट्टी की हत्या कर दी। वह गीदम थाना क्षेत्र के ग्राम गुमलनार का रहने वाला था और दंतेवाड़ा पुलिस लाइन में पदस्थ था। सोमवार तड़के करीब 3 बजे नक्सलियों ने कुल्हाड़ी से हमला कर पन्नीराम बट्टी की हत्या कर दी। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस बल मौके के लिए रवाना हुआ है। दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि जवान छुट्टी में अपने घर गया था। वहां से वह बिना सूचना दिए अपने भाई की शादी में शामिल होने के लिए ग्राम कडेमरका गया था, जहां घात लगाकर नक्सलियों ने उसकी हत्या कर दी। हालांकि, पुलिस को मौके से कोई नक्सल पर्चा नहीं मिला है। फिर भी आशंका है कि इस वारदात को नक्सलियों ने ही अंजाम दिया है। फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच कर रही है।

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