तुर्किये-सीरिया में जिंदगी की तलाश
गाजियांतेप (तुर्किये)। तुर्किये और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप से प्रभावित क्षेत्र में ढहे घरों के मलबे से और शव निकाले जाने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 17,000 से अधिक हो गई है। तुर्किये और सीरिया में आए भूकंप के तीन दिन बाद बेघर हो चुके हजारों लोग एक शिविर के पास एकत्र हो गए। कड़ाके की ठंड में भोजन और पानी के लिए चिल्लाने लगे। इस बीच, राहतकर्मी मलबे के ढेर में दबी जिंदगी तलाशने में जुटे रहे तथा हादसे में जीवित बचे कई और लोगों को आज निकाल लिया गया। तुर्किये के अंताक्या शहर में बड़ी संख्या में लोग बच्चों के कोट और अन्य सामान बांट रहे एक ट्रक के आगे मदद के लिए दौड़ पड़े। समाचार एजेंसी ने बताया कि अंताक्या शहर में रात भर काम करने वाले आपातकालीन कर्मचारियों ने एक इमारत के खंडहर से हेजल गनेर नाम की एक लड़की को बचाया तथा लड़की के पिता सोनेर गनेर को भी बचा लिया गया। जैसे ही सोनेर को एम्बुलेंस में ले जाया जाने लगा, बचाव दल ने उन्हें बताया कि उनकी बेटी जीवित है और वे उसे इलाज के लिए उसी फील्ड अस्पताल में ले जा रहे हैं। अपनी बेहद कमजोर आवाज में सोनेर ने बचावदल के कर्मियों से कहा, मैं आप सभी से प्यार करता हूं। सरकार की प्रतिक्रिया के बेहद धीमी होने को लेकर आलोचनाओं के बीच राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन का बृहस्पतिवार को भूकंप प्रभावित प्रांत गाजियांतेप, ओस्मानिया और किलिस का दौरा करने का कार्यक्रम है। एर्दोआन ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके देश में मरने वालों की संख्या 14,000 से अधिक हो गई है जबकि 63,000 से अधिक घायल हुए हैं। सीरिया में 3,100 से अधिक लोगों के मारे जाने और पांच हजार से अधिक लोगों के घायल होने की सूचना मिली है। बचावकर्मियों ने क्षतिग्रस्त घरों के मलबों में जीवित बचे लोगों की तलाश जारी रखी है।
एक लाख से अधिक बचावकर्मी
तुर्किये की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि 1,10,000 से अधिक बचावकर्मी अब अभियान में हिस्सा ले रहे हैं। सरकारी टीवी की एक खबर के अनुसार, सीरिया सरकार के कब्जे वाले शहर अलेप्पो में, बचावकर्मियों ने शहर में ढही हुई एक इमारत से बृहस्पतिवार को सात लोगों को जिंदा बाहर निकाला और 44 शव बरामद किए। एपी

