- नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने दी मंजूरी
-इधर, शेयरों में गिरावट जारी, गुरुवार को था 5% का लोअर सर्किट
- अमेरिकी कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद लगातार हो रहा डाउनफाल
नई दिल्ली। हिंडनबर्ग विवाद के बाद अदाणी ग्रुप की पावर कंपनी से जुड़ी एक बड़ी खबर है। अदाणी पावर में उसकी 6 सब्सिडियरी कंपनियों का मर्जर होने जा रहा है। इसके लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) ने मंजूरी दे दी है। एनसीएलटी ने गुरुवार को अदाणी पावर महाराष्ट्र, अदाणी पावर राजस्थान, उडुपी पावर कॉरपोरेशन, रायपुर एनर्जेन, रायगढ़ एनर्जी जेनरेशन और अदाणी पावर (मुंद्रा) के अदाणी पावर के साथ विलय को मंजूरी दे दी है। अदाणी पावर ने गुरुवार को स्टॉक एक्सचेंज को बताया कि, “हम सूचित करना चाहते हैं कि एनसीएलटी ने अदाणी पावर लिमिटेड (एपीएल) की छह पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनियों के विलय की योजना को मंजूरी दे दी है। 1. अदाणी पावर महाराष्ट्र लिमिटेड, 2.अदाणी पावर राजस्थान लिमिटेड, 3. उडुपी पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड, 4. रायपुर एनर्जेन लिमिटेड, 5. रायगढ़ एनर्जी जनरेशन लिमिटेड, 6. एपीएल के साथ अदाणी पावर (मुंद्रा) लिमिटेड का अदाणी पावर में विलय होगा।
शेयरों में गिरावट
अदाणी पावर के शेयरों में गुरुवार को 5% का लोअर सर्किट था। कंपनी के शेयर हिंडनबर्ग रिपोर्ट के बाद लगातार लोअर सर्किट में हैं। इसका शेयर प्राइस 172.80 रुपये पर आ गया है। पिछले साल अदाणी पावर के शेयरों ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया था। लेकिन इस साल वायटीडी में इसने 42.04% टूट गया है। वहीं, महीनेभर में यह शेयर लगभग 40% तक गिर गया है। अमेरिकी फ़ॉरेंसिक फ़ाइनेंशियल कंपनी हिंडनबर्ग की ओर से 24 जनवरी को अदाणी समूह पर अकाउंटिंग फ्राॅड और शेयरों की वैल्यूएशन में हेरफेर से जुड़े आरोप लगाने के बाद से उसकी कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। अदाणी ग्रुप की इस कंपनी को दिसंबर तिमाही में 96% का तगड़ा नुकसान हुआ है। कंपनी ने बुधवार को कहा कि उसका कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट 31 दिसंबर, 2022 (Q3FY23) को समाप्त तिमाही में सालाना आधार पर 96% घटकर 8.7 करोड़ रुपये रह गया है। कंपनी को पिछले साल की इसी तिमाही में ₹218.5 करोड़ का प्रॉफिट हुआ था।
एमएससीआई के एक्शन ने बढ़ाईं और मुश्किल
बुधवार देर शाम ग्लोबल इनवेस्टेबिल मार्केट इंडेक्स (एमएससीआई) के बयान ने फिर से मुश्किल बढ़ा दी। एमएससीआई ने कहा कि वो अदाणी समूह के फ्री फ्लोट को रिव्यू करेगा। उसने कहा कि अदाणी समूह की सिक्योरिटीज के कुछ इनवेस्टर्स को अब फ्री फ्लोट के रूप में नामिक नहीं की जाएगी। इस खबर के आने के बाद अदाणी के शेयरों की तेजी पर ब्रेक लग गया।
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सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मामला, आज सुनवाई
अडाणी समूह की कंपनियों पर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट की अदालत की निगरानी में जांच की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। याचिकाकर्ता विशाल तिवारी ने गुरुवार को सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष मामले को तत्काल सूचीबद्ध करने की मांग की। यह याचिका हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट से संबंधित है जिसने देश की छवि को धूमिल किया है और नुकसान पहुंचाया है। बता दें कि एडवोकेट एमएल शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की थी, जिसमें यूएस-ब्रॉड फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च के शॉर्ट सेलर नाथन एंडरसन और भारत-अमेरिका में उनके सहयोगियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की गई थी।
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