भारत की तान्या को स्वर्ण पदक लेने ईरान में पहनना पड़ा हिजाब

आयोजकों ने हिजाब पहनकर पोडियम पर आने के लिए कहा

फोटो सेंट्रल में बाहर हिजाब नाम से ……

बेंगलुरु। कर्नाटक की तान्या हेमंत ने ईरान फज्र इंटरनेशनल चैलेंज बैडमिंटन टूर्नामेंट में रविवार को महिला एकल का खिताब जीता। उन्होंने टूर्नामेंट के महिला एकल के फाइनल में 30 मिनट में गत चैंपियन और हमवतन तसनीम मीर को मात दी। मैच खत्म होने बाद आयोजकों ने तान्या को पदक समारोह के लिए हिजाब पहनने के लिए कहा। ऐसा ही पिछली बार भी हुआ था, जब तसनीम ने खिताब जीता था। तान्या को अपना गोल्ड मेडल लेने हिजाब पहनकर पोडियम पर आना पड़ा।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ईरानी अथॉरिटीज ने तान्या को सिर पर स्कार्फ पहनने को कहा। सोशल मीडिया पर इससे लेकर विवाद बढ़ गया है क्योंकि ईरान में महिलाएं सड़क पर उतरकर हिजाब का विरोध कर रही हैं। कई महिलाओं को वहां की पुलिस ने जेल में डाल दिया है, आंदोलन हो रहे हैं। ऐसे में भारतीय खिलाड़ी को हिजाब पहनाना चर्चा का विषय बना हुआ है।

प्रॉस्पेक्टस में ड्रेस कोड का जिक्र नहीं

बता दें कि आयोजकों ने स्पष्ट कर दिया था कि महिला पदक विजेताओं के लिए हेडस्कार्फ अनिवार्य था। हालांकि, टूर्नामेंट के प्रॉस्पेक्टस में पोडियम ड्रेस कोड का कोई जिक्र नहीं था। साथ ही प्रॉस्पेक्टस में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन के प्रतियोगिता नियमों में कपड़ों के नियमों के बारे में बात की गई है।

खेल देखने पुरुषों को नहीं थी इजाजत

महिला खिलाड़ियों को खेलते हुए देखने की अनुमति पुरुषों को नहीं थी। प्रवेश द्वार पर एक स्टिकर लगा रहता था। इस पर लिखा था, किसी पुरुष को अनुमति नहीं है। पुरुष कोच या खिलाड़ी के पिता को भी मैच देखने की इजाजत नहीं थी। साथ ही महिलाओं के मैचों में सभी मैच अधिकारी महिलाएं ही रहती थीं।

पहली बार टूर्नामेंट में मिश्रित युगल भी

खास बात यह भी रही कि इस टूर्नामेंट में कथित तौर पर पहली बार मिश्रित युगल वर्ग को भी शामिल किया गया था। इसमें दुनिया भर के 10 युगल खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। बेंगलुरू की तान्या शीर्ष वरीय खिलाड़ी तसनीम को 21-7, 21-11 से जीतकर खिताब अपने नाम करने में कामयाब रहीं।

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