अमेरिका ने मार गिराया चीनी गुब्बारा, चीन ने दी अंजाम भुगतने की धमकी

दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की संभावना, बाइडन के निर्देश पर हुई कार्रवाई

फोटो चीनी बेलून अमरीका नाम से ………

वाशिंगटन। अमेरिका ने शनिवार को अपने हवाई सीमा क्षेत्र में नजर आ रहे कथित चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया। चीन का गुब्बारा पिछले कई दिनों से अमेरिका हवाई क्षेत्र में चक्कर लगा रहा था। चीनी गुब्बारा गिराए जाने से बौखलाए चीन ने अमरीका पर कड़ा रुख करते हुए कहा कि इसका अंजाम अच्छा नहीं होगा, चीन इसका जवाब अपने हिसाब से जरूर देगा। अमरीका ने इसे जासूसी गुब्बारा कहा वहीं चीन ने अपने गुब्बारे को चीन अमेरिका के आरोपो पर सफाई देते हुए संबंधित बलून को मानव रहित सिविलियन एयरशिप बता रहा है। जासूसी गुब्बारे के मलबे की जांच में अमेरिकी सेना जुट गई है। अमेरिकी सेना ने कहा कि उसने गुब्बारे के मलबे से सभी उपकरण बरामद करने का अभियान शुरू किया है।

चीन ने कहा है कि अमेरिका द्वारा बल प्रयोग पर जोर देना वास्तव में एक अनावश्यक प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया का गंभीर उल्लंघन है। चीन इसकी प्रतिक्रिया में आगे कदम उठाने का अधिकार सुरक्षित रखता है और वह आवश्यक कदम उठाएगा।

बाइडन ने दिया निर्देश, दी पायलट को बधाई

अमेरिकी वायुसेना ने जो बाइडेन के निर्देश पर दोपहर दो बजकर 39 मिनट पर अटलांटिक महासागर में चीन के निगरानी गुब्बारे को लांगले वायुसेना अड्डे से उड़ान भरने वाले लड़ाकू विमान ने एक मिसाइल छोड़कर मार गिराया। जहां गुब्बारा गिरा वह दक्षिण कैरोलाइना में अमेरिकी तट से 6 मील दूर है। बाइडन ने पायलट को बधाई दी है। गुब्बारे को मार गिराने के दौरान अमेरिकी नागरिकों को जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ।

गुब्बारे पर थी अमेरिका की नजर

एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा है कि हम कुछ समय से ऊंचाई पर उड़ रहे गुब्बारे पर नजर रख रहे थे। यह 28 जनवरी को अलास्का में घुसा था। इसके बाद, इसने 30 जनवरी को कनाडाई वायु क्षेत्र में प्रवेश किया और फिर 31 जनवरी को दोबारा अमेरिकी वायु क्षेत्र में घुसा।

एआई के जरिए से हो रहा था संचालित

गुब्बारों के विशेषज्ञ विलियम किम के मुताबिक, पहला चीनी गुब्बारा अलग विशेषताओं के साथ सामान्य मौसम के गुब्बारे की ही तरह दिखता है। जानकारी एकत्र करने के लिए इसमें बड़े पैमाने पर पेलोड और सोलर पैनल लगाए गए हैं। इसको इसी के माध्यम से संचालित किया जा रहा है। उन्होंने बताया था कि इस गुब्बारे को देखने से पता चलता है कि इसमें उन्नत स्टीयरिंग तकनीकें हैं। इस गुब्बारे को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से माध्यम से एक जगह से दूसरे जगह ले जाया जा सकता है।

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